संत और खाकी वर्दी दोनों ही समाज का उत्थान चाहते है :- विश्वरत्न सागर

आरपीएफ के लिए नवरत्न परिवार और बिजनेस हब ऑफ़ इंडिया का सेमिनार 

125 से ज्यादा जवान शामिल 


मुंबई
 :- संत और खाकी वर्दी दोनों ही रक्षा का काम करते हैं। एक धर्म की रक्षा करता हैं तो दूसरा देश की रक्षा में 24 घंटे कार्यरत रहताहैं।देश की एकता अखंडता को बनाए रखने में संत की जितनी भूमिका होती हैं उतनी ही जिम्मेदारी खाकी वर्दी पहननेवाले पुलिस विभाग की भी होती हैं।सिपाही को देश की रक्षा के किये तो संत को धर्म की रक्षा के लिए 24 घंटे चौकन्ना रहना पड़ता हैं.

उपरोक्त विचार मालवा भूषण नवरत्न सागर सूरीश्वरजी के कृपाप्राप्त आचार्य श्री विश्वरत्न सागर सूरीश्वरजी म.सा.ने श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ जैन संघ के तत्वावधान में गोरेगांव (वेस्ट) स्थित राजस्थान हॉल में आरपीएफ के लिए ' चले शांति की और ' विषय पर नवरत्न परिवार और बिजनेस हब ऑफ़ इंडिया द्वारा आयोजित सेमिनार में  व्यक्त किए।गुरुदेव ने  मंगलाचरण के बाद ने एकता अखंडता,व्यसन मुक्ति,दायित्व,देश भक्ति आदि विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने जैन पद्धति से जीवन जीने की कला  पर भी अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा की आप व्यसन से मुक्त रहे जो आपको अच्छी सेहत और अच्छे विचार दोनों ही प्रदान करेंगे। अच्छा आहार अपने आप अच्छे विचार देगा।उन्होंने कहा की जीवन में आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक होना जरूरी हैं।आपके विचार आपके विकास की दिशा तय करते हैं इसीलिए आगे बढ़ने के लिए हमेशा पॉजिटिव सोचे और अपने परमेश्वर की प्रार्थना अवश्य करें। उनके शिष्य रत्न मुनिराज तीर्थरत्न सागरजी म.सा. ने अपनी ओजस्वी वाणी से उपस्थित 125 से ज्यादा जवानों का मार्गदर्शन किया व गुरुदेव के बारे में जानकारी दी।  
 
सेमिनार के दूसरे सत्र में नाथ हीलिंग के संस्थापक अमित वर्मा ने सकारात्मक विचार,तनाव से मुक्ति सहित कई विषयों पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा की जीवन में आगे बढ़ने के लिए सकारात्मक होना जरूरी हैं। जिंदगी के हर पल को खुशी से जीएं। संचालन बीएचआइ ग्रुप के दीपक जैन ने  किया। इस अवसर पर श्री कीर्तिरत्न सागरजी म.सा., समाजसेवी रमेश बंबोरी,चांदमल हिंगड़,अशोक जैन,अवनी अवधवाल,ममता शर्मा,नागेंद्र प्रजापति,राहुल यादव आदि गणमान्य उपस्थित थे।शताब्दी गौरव,सूरजप्रकाश व उज्जवल भारत समाचार मीडिया पार्टनर थे।   

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