"ॐ ह्रीं श्रीं अर्हम् नमः के सवा लाख जाप

गुरु राजेन्द्रसूरी का अत्यंत प्रिय मंत्र
 सूरत:- विश्वपूज्य युगमहर्षि क्रियोद्धारक महापुरुष, श्री अभिधान राजेन्द्र कोष कर्ता, गुरुदेव प्रभु श्रीमद्विजय राजेन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. कृत क्रियोद्धार दिवस (आषाढ़ वदी 10, गुज.- ज्येष्ठ वदी 10) के उपलक्ष्य में..... सप्ताक्षरी मंत्र सवा लाख जाप अनुष्ठान का आयोजन किया गया हैं.
टीम वीर गुरुदेव आयोजित यह अनुष्ठान युगप्रभावक गुरुदेव त्रिस्तुतिक संघ नायक जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. के पट्ट्धर गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यसेन सूरीश्वरजी म.सा. एवं परम पूज्य आचार्य श्री जयरत्न सूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञावर्ती मुनिराज श्री वैभवरत्न विजयजी म.सा.की प्रेरणा व आशीर्वाद से जापमंत्र -"ॐ ह्रीं श्रीं अर्हम् नमः" का आयोजन हो रहा हैं. 60 दिवसीय इस अनुष्ठान की शुरुवात 15 जून 2020, सोमवार से तथा इसका समापन 13 अगस्त 2020, गुरुवार को होगा. मुनिराज वैभवरत्न विजयजी म.सा. ने कहा की इस जाप को करने से अर्हम् नाद का असीम आनंद  विश्वपूज्य गुरुदेव के अर्हम् प्रेम में डूबने का सौभाग्यशाली क्षण,अर्हम् ध्यान से हृदय निर्मलीकरण करने का पावन पल,अरिहंत की अतिशयशक्ति को अनुभव करने का अलौकिक अवसर हैं.
 गुरुदेव ने बताया की माला जाप अपने घर पर रहकर ही इन 60 दिनों में उपरोक्त मंत्र की प्रतिदिन की माला अपनी अनुकूलतानुसार गिन सकते है।उन्होंने कहा की हमारे प्यारे गुरुराज कृत क्रियोद्धार दिवस निमित्ते प्रारंभ यह जापाराधना, अवश्य करे क्योंकि गुरुदेव को यह  मंत्र अत्यंत प्रिय था.उस मंत्र की आराधना कर अर्हम् कृपा एवं गुरुकृपा अवश्य प्राप्त करें. इस आराधना अभियान में जाप करने वाले साधक अपना नाम एवं शहर का नाम लिखकर 8905983283 इस नंबर पर भिजवाएं.उन्होंने कहा की सामुहिक पापोदय के विकट समय पर, सामूहिक आराधना के जापबल द्वारा,उसे समाप्त करने का यह अनुपम अवसर चूके नहीं.
जाप विधि
- पूर्व दिशा में बैठे
- शुद्ध वस्त्र एवं आसन का उपयोग करे
- ब्रह्म मुहूर्त का जाप उत्कृष्ट होता है
- जाप करते समय आँखे बंद रखे
- कुल 1.25 लाख मंत्र का जाप करना है



गुरुदेव ने बताया की माला जाप अपने घर पर रहकर ही इन 60 दिनों में उपरोक्त मंत्र की प्रतिदिन की माला अपनी अनुकूलतानुसार गिन सकते है।उन्होंने कहा की हमारे प्यारे गुरुराज कृत क्रियोद्धार दिवस निमित्ते प्रारंभ यह जापाराधना, करे क्योंकि गुरुदेव को यह  मंत्र अत्यंत प्रिय था.उस मंत्र की आराधना कर अर्हम् कृपा एवं गुरुकृपा अवश्य प्राप्त करें. इस आराधना अभियान में जाप करने वाले साधक अपना नाम एवं शहर का नाम लिखकर इस नंबर पर भिजवाएं.8905983283उन्होंने कहा की सामुहिक पापोदय के विकट समय पर, सामूहिक आराधना के जापबल द्वारा,उसे समाप्त करने का यह अनुपम अवसर चूके नहीं.
जाप विधि
- पूर्व दिशा में बैठे
- शुद्ध वस्त्र एवं आसन का उपयोग करे
- ब्रह्म मुहूर्त का जाप उत्कृष्ट होता है
- जाप करते समय आँखे बंद रखे
- कुल 1.25 लाख मंत्र का जाप करना है



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