आचार्यश्री के दर्शन कर शताधिक आयु प्राप्त श्रद्धालु हुए भावविभोर

तपती धूप में मध्यान्ह 12 बजे तक शांतिदूत द्वारा निराहार शहर विचरण


भीलवाड़ा (तेरापंथ नगर) :- 
अहिंसा यात्रा प्रणेता शांतिदूत आचार्य श्री महाश्रमण जी का भीलवाड़ा चातुर्मास अब संपन्नता की ओर है। आगामी 20 नवंबर को भीलवाड़ा चातुर्मासिक स्थल से आचार्यश्री का विहार संभावित है। भीलवाड़ा वासियों पर कृपा कराते हुए आचार्य प्रवर आज शहर में एक दिवसीय प्रवास करते हुए आर.के, आर.सी व्यास आदि कॉलोनियों में पधारे। आचार्य भिक्षु सेवा संस्थान द्वारा संचालित जयाचार्य भवन में मंगल प्रेरणा प्रदान कर गुरुदेव संस्थान द्वारा नवनिर्मित भिक्षु विहार में एक दिवसीय प्रवास हेतु पधारे। इस दौरान भवन का लोकार्पण समारोह भी आयोजित हुआ।

शहर भ्रमण के दौरान मुरली विलास, आजाद मोहल्ला, कृषि उपज मंडी, राजीव गांधी चौराहा आदि अनेक क्षेत्र शांतिदूत के चरणों से पावन बने। जिस-जिस मार्ग से आचार्यश्री पधार रहे थे वहां के जैन श्रद्धालु ही नहीं, अपितु जैनेत्तर लोगों में भी ऐसे महान संत के दर्शन कर श्रद्धा सैलाब उमड़ रहा था। मार्ग में एक स्थान पर जब 103 वर्षीय रणजीतसिंह ओर्डिया व 100 वर्षीय विजयलाल सुतरिया ने आचार्य श्री के दर्शन किए तब गुरूदेव ने मंगल आशीष प्रदान  किया। बच्चों से लेकर वृद्ध तक शांतिदूत के इतनी निकटता से दर्शन कर कृतार्थता का अनुभव कर रहे थे।

विचरण के दौरान आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के उपाश्रय में पूज्यप्रवर का पदार्पण हुआ जहां दिगंबर मुनि विद्यासागर आदि से आध्यात्मिक मिलन हुआ। गुरुदेव ने उपस्थित श्रावक समाज को धर्म देशना दी। तत्पश्चात तेरापंथ युवक परिषद भीलवाड़ा द्वारा संचालित आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर में आचार्यश्री पधारे एवं युवा कार्यकर्ताओं को आशीर्वाद दिया। मार्गस्थ ऋषभ हॉस्पिटल एवं केशव हॉस्पिटल में भी शांतिदूत का पदार्पण हुआ। स्थानीय मेडिकल स्टाफ ने गुरूदेव का श्रद्धासिक्त स्वागत किया।


तपते सूर्य के तेज आतप में में भी लगभग 10 किलोमीटर का शहर भ्रमण करते हुए मध्यान्ह के 12 बजे तक भक्तवत्सल आचार्य श्री महाश्रमण निराहार विचरण करा रहे थे। ऐसे जन उपकार के लिए प्रतिबद्ध गुरु को पाकर श्रावक-श्राविका समाज धन्यता की अनुभूति कर रहा था।

स्थानीय पार्षद रेखा पुरी ने अपने क्षेत्र में आचार्य श्री का भावभीना स्वागत किया। जयाचार्य भवन में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष भेरूलाल चौरड़िया, आचार्य भिक्षु सेवा संस्थान के दिलीप मेहता, अशोक बाफना ने अपने विचारों की प्रस्तुति दी।आचार्य श्री की सन्निधि में बाबूलाल सिंघवी, महेन्द्र ओस्तवाल, रमेश मेहता, हिम्मत सिंह बुरड़ परिवार, संस्थान अध्यक्ष दिनेश कांठेड़ द्वारा लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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