प्रभु एवं गुरु की शरण में रहने से दुख एवं भय नहीं रहता: मुनि अजित सागर

वेदी शिलान्यास समारोह संपन्न

मुंगावली :- शहर में विराजमान मुनि श्री अजित सागर जी महाराज ससंघ का चातुर्मास चल रहा है। मुनिश्री के सानिध्य में मंदिर में रोजाना धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।हाल ही में मंदिर में वेदी शिलान्यास समारोह आयोजित किया गया।

वेदी शिलान्यास समारोह मुनि श्री अजित सागर जी महाराज, ऐलक दयासागर जी, ऐलक विवेकानंद सागर जी महाराज के सानिध्य में नया बाजार स्थित श्री महावीर चैत्यालय के गंधकुटी वेदी शिलान्यास समारोह ब्रह्मचारी विजय भैया लखनादौन के निर्देशन में हुआ। वेदी शिलान्यास करने का सौभाग्य अशोककुमार, अरविंद कुमार, प्रदीप कुमार परिवार एवं शिखर का निर्माण डॉ. प्रमोद जैन परिवार को मिला। 

इस अवसर पर एमएल धर्मशाला में वेदी शिलान्यास के अवसर पर हुई धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री अजित सागर महाराज ने कहा कि भावनाओं की विशुद्धि संतों की शरण में निर्मल होती है। हम सब अपने दुख दूर करने के लिए प्रभु एवं गुरु की शरण में रहें। प्रभु एवं गुरु की शरण में रहने से दुख एवं भय नहीं रहता है हम सब को निरोगी और सुखी रहने के लिए प्रभु एवं गुरु की शरण में रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि प्रभु राम भी गुरु एवं धर्म की शरण में रहे थे। श्रीलंका में विभीषण के महल की पहचान धर्म ध्वजा से हुई थी मंदिर के ऊपर लगा हुआ कलश एवं शिखर धर्म ध्वजा पुण्य वर्धनी होती है। हमें हमेशा परोपकार की भावना रखना चाहिए प्राणी मात्र के प्रति सद्भाव रखने से हजारों उपवास का फल मिलता है। 

अभिषेक जैन लुहाड़िया / रामगंजमंडी

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम