श्री जैन श्वेतांम्बर संघ,जवाहर नगर, उत्कृष्ठ मानव सेवा सम्मानित

कोविड -19 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए मिला सम्मान

जयपुर :- राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर भारत भर के नगरों में एक विशेष स्थान रखती है। ऐतिहासिक नगरी होने के साथ साथ धार्मिक नगरी के रूप में भी इसको जाना जाता है। जयपुर के जवाहर नगर क्षेत्र के सेक्टर 4 में स्थित लाल जैन मन्दिर अपने आप में अद्भूत जिनालय है। लाल पत्थर से इसकी संरचना होने के कारण ये लाल मन्दिर के नाम से भी विख्यात है। 4 मंजिला इस मन्दिर में परमात्मा आदिनाथ, नेमीनाथ, पार्श्वनाथ,महावीर स्वामी की मनमोहक प्रतिमाएं प्रतिष्टित है साथ ही देवी देवताओं एवम गुरु भगवंतों के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है। आसपास के लगभग 250 km तक ऐसा भव्य जिन मंदिर नही है।

इस स्थान की प्रमुख विशेषता है कि यहां पर श्वेतांम्बर जैन परंपरा के चारो समुदाय एक साथ सामूहिक रूप से अपनी अपनी क्रिया,विधि करते है। खरतरगच्छ, तपागच्छ, स्थानकवासी,तेरापंथी सभी परस्पर समन्वय,प्रेम की मिसाल देते हुए जैन एकता का उदाहरण प्रस्तुत करते है। उसी क्रम में यहां चातुर्मास भी करवाये जाते है। संघ की मुख्य विशेषता यह भी है कि केवल धार्मिक क्रिया ही नही अपितु सामाजिक कार्य,मानव सेवा,जीव दया मेडिकल कैम्प्स,हॉबी वर्क्स ,महिला स्वरोजगार आदि के कार्यो को भी प्राथमिकता दी जाती है। जहाँ बुजुर्गों का मार्गदर्शन,युवा शक्ति की सोच एवम बच्चो का उत्साह एक साथ कार्य कर रहा है।

महावीर साधना केंद्र की पावन धरा पर हर सम्प्रदाय के आचार्य भगवंत,साधु-साध्वी जी का समय समय पर पदार्पण होता आया है एवं उनका मार्गदर्शन मिलता रहा है। गत वर्ष कोविड की आपात स्थिति में संघ के पदाधिकारियो एवम कार्यकर्ताओ द्वारा साधर्मिक सेवा,मानव सेवा,जीव दया हेतु अनवरत कार्य किये गए एवं इस वर्ष भी सबके सहयोग से ये अभियान चलाया गया जिसमें साधर्मिक सेवा,कोविड पीड़ित व्यक्तियों तक भोजन पहुंचना,संघ के वडील जन की आवश्यकता की पूर्ति करना,राशन-अन्न वितरण, जीवदया  प्रमुख ध्येय रहे।

विशेष रूप से इस वर्ष जयपुर के विभिन्न प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ साथ राजस्थान के सबसे बड़े हॉस्पिटल sms के ब्लैक फंगस वार्ड में लगातार भोजन की थाली पहुंचाई जिसके परिणामस्वरूप स्वतंत्रता दिवस पर राजस्थान सरकार हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा जवाहर नगर संघ को प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।जयपुर का ये प्रथम संघ है जिसको इस प्रकार का सम्मान दिया गया। सामूहिक संघ की सामूहिक एकता एवं वडील जन का मार्गदर्शन इसको निरन्तर आगे बढ़ा रहा हैं

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