पाप का क्षय व पुण्य का संचय करें वही आराधक सफल बनता है :- रजतचंद्र विजयजी

झाबुआ हुआ धर्ममय


झाबुआ :-
परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्यदेव श्रीमद्विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी महाराजा साहेब के शिष्य प्रवचन प्रभावक मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी महाराज साहेब ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा संसार असार है, नश्वर है , क्षणभंगूर है । संसार में कोई भी चीज नित्य नहीं है रिश्ते नाते संबंध परिवार पैसा वैभव सब अनित्य हैं ,आज है तो कल नहीं हे । इसलिए संसार छोड़ने जैसा है‌। परम उपकारी ज्ञानी भगवंत ने भी आचारांग सूत्र आगम में फरमाया है 'जीवीयं दुप्पडि बूहगं' जीवन का एक क्षण न घट सकता है न बढ़ सकता है। इसलिए जितना जल्दी हो सके धर्म आराधना करना चाहिए। इसी में जीवन का कल्याण है। एक हवा का झोंका आएगा और दीपक बुझ जाएगा । मुनिश्री ने थावच्चा पुत्र का सुंदर रोचक प्रसंग सुनाया ।मुनिश्री झाबुआ श्री संघ की धर्मनिष्ट सुश्राविका पदमाबेन समरथमलजी मुथा के आत्म श्रेयार्थ एक दिवसीय जिनेंद्र भक्ति महोत्सव पर आयोजित धर्मसभा में व्यक्त किये। मुनिश्री ने श्राविका को धर्म किरिया आदि से श्रेष्ठ बताया। महेंद्र भाई को धर्मकार्य करने की प्रेरणा दी। माता पिता के स्वप्नों को पूरा करने का संदेश दिया।

मुनिश्री रजतचंद्र विजयजी ने इस अवसर पर कहा कि व्यक्ति को सरल स्वभाव का होकर अपने सामर्थ्य से हमेशा धर्मकार्य करते रहना चाहिए। श्रीमती पदमाबेन मुथा अंत समय तक धर्म कार्य करती  ही। उन्हें सद्गति प्राप्त हो। उन्होंने कहा व्यक्ति को जो भी धर्मकार्य करना वह आज ही कर ले क्योंकि जीवन का कोई भरोसा नहीं कब संसार से जाना पड़ सकता है। मुनिश्री ने मांगलिक श्रवण करवाया। श्रीमती पदमा मुथा की गुण सौरभ सभा में गुण गाते हुए डॉ प्रदीप जैन सुभाष कोठारी मनोहर भंडारी मनोहर छाजेड़  संजय महेता प्रमोद भंडारी निखिल भंडारी आदि ने अपने विचार करते हुए उन्हें नवकार आराधिका बताया। संचालन यशवंत भंडारी ने किया


झाबुआ में मुनिश्री रजतचंद्र विजयजी और जीतचंद्र विजयजी की पावन निश्रा में तपस्याऔ का दौर चल रहा है दिनांक 24 जुलाई से प्रारंभ वीर गणधर लब्धि तप की पूर्णाहुति 25 को तप अभिनंदन समारोह और 26 अगस्त को पारणोत्सव के साथ समापन होगा। तप के अनुमोदना हेतु 3 दिवसीय जिनेन्द्र भक्ति महोत्सव 24/25/26 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है। चातुर्मास समिति अध्यक्ष सुभाष कोठारी ओर सचिव उत्तम लोढ़ा ने बताया कि तीनों दिन सुबह स्नात्र पूजा भक्तामर गुरु चालिसा पाठ से कार्यक्रम प्रारंभ होंगे। 

24 अगस्त को गौतम स्वामी प्रभु की महापूजन होगी। जिसका लाभ सतीश सोहनलाल कोठारी ने लिया। 25 अगस्त को गणधर लब्धितप के सदस्यों का बहुमान और अभिनंदन समारोह होगा इसी के साथ दोपहर में साधार्मिक वात्सल्य का लाभ श्रीमती शोभाबेन काकरेचा अर्पित आदि परिवार को मिला ।25 अगस्त को रात्रि में 8:00 बजे पुण्योत्सव एवं तपोत्सव निमित भव्य भक्ति भावना का आयोजन होगा जिसमें छत्तीसगढ़ के अंकित लोड़ा भक्ति की धूम मचाएंगे । इसका लाभ शैलेश जी शाह परिवार झाबुआ को मिला। 26 अगस्त को तपस्या के पारने का कार्यक्रम होगा इसका लाभ संजय नागिन कांठी को प्राप्त हुआ। दोपहर मे साधार्मिक वात्सल्य का लाभ सुभाष कोठारी कमलेश कोठारी परिवार को प्राप्त हुआ।

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