गच्छाधिपति अभयदेव सुरीश्वरजी की निश्रा में सूरत में उपधान तप आराधना

संपूर्ण देश से आराधकों को आमंत्रण


सूरत :-
परम पूज्य तपागच्छाधिपति आचार्य श्री विजय रामसूरीश्वरजी (डहेलवाला) म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति व तपागच्छ प्रवर समिति के कार्यवाहक,पालीताणा व शंखेश्वर तीर्थ विकास तीर्थ विकास प्रेरक श्री अभयदेव सूरीश्वरजी म.सा.,परम पूज्य आचार्य श्री जगतचंद्र सूरीश्वरजी, कार्यदक्ष परम पूज्य आचार्य श्री विजय मोक्षरत्न सूरीश्वरजी म.सा.,परम पूज्य कल्पयश सूरीश्वरजी म.सा. आदि विशाल साधु-साध्वीजी भगवंतों की निश्रा में उपधान तप आराधना का भव्य आयोजन किया जा रहा हैं। 

 तापी नदी किनारे,नैसर्गिक,प्राकृतिक वातावरण व गुरु भगवंतों से ऊर्जान्वित   धरा,शांत,सोम्य ऐसी गुरु राम पावन भूमि के प्रांगण में संयम साधना की   उत्तम  भक्ति मतलब उपधान तप का आयोजन होने जा रहा हैं। मोक्षरत्न   सूरीश्वरजी म.सा. ने बताया कि शुभ मंगल फाउंडेशन के तत्वावधान   में इसका  प्रथम प्रवेश मंगलवार 19 अक्टूबर तथा दृतीय प्रवेश गुरुवार 21 अक्टूबर को होगा। मालारोपण बुधवार 8 दिसंबर को संपन्न होगा।

मोक्षरत्न सूरीश्वरजी ने कहा कि उपधान तप के लिए आवेदन 15 सितंबर तक गुरु राम पावन भूमि पर मिल जाना चाहिए। प्रथम उपधान तप वालों को प्रमुखता से लिया जाएगा। तप के दौरान कोविड-19 के लिए सभी सरकारी नियमों का पालन होगा। दृतीय अढारीयु करनेवालों को 9 अक्टूबर को प्रवेश दिया जाएगा। स्वीकृति पत्र मिलने पर 18 अक्टूबर को आपको आयोजन स्थल पर पहुंचना होगा। सभी क्रिया करना जरूरी होगा व आराधकों से मिलने आनेवालों के लिए व्यवस्था नियमानुसार होगी। पौषध व ठंडी की सामग्री साथ लेकर जाना होगा।

ज्ञात हो गत वर्ष गुरुदेव की निश्रा में उपधान तप का  ऐतिहासिक आयोजन हुआ था। 600 से ज्यादा आरधाम इसमें शामिल हुए थे।कोविड के चलते इस वर्ष भी गुरुदेव का चातुर्मास सूरत में हो रहा हैं।चातुर्मास के प्रवेश बाद से ही धर्म आराधना की धूम मची हैं।विविध आयोजनों के अलावा नियमित प्रवचन में लोग उत्साह हसे भाग ले रहे हैं।      

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम