आचार्य अनुभव सागर महाराज राष्ट्र में युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं :- नरेंद्र गिरि महाराज
गुरु के बताएं मार्ग से संसार सुखमय
सागवाड़ा :- जैन बोर्डिंग मे चातुर्मास हेतु बिराजमान युवा आचार्य श्री अनुभव सागर जी महाराज व प्रयागराज तीर्थधाम के महंत व अखिल भारतीय निरंजनी अखाडा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र गिरि महाराज का मिलन हुआ। इस अवसर पर दशा हुमड़ समाज ने महंत का भाव भीना अभिवादन किया
धर्मसभा में नरेंद्र गिरिजी ने कहा की अनुभव सागर महाराज राष्ट्र के युवाओ के प्रेरणाश्रोत है। उन्होने युवाओ की और इंगित करते हुए कहा की आचार्य की मंगल प्रेरणा पाकर युवा अपने जीवन को प्रभु भक्ति की और जोडते हुए गुरु वचनो का अनुसरण करते हुए एक श्रेष्ठ जीवन के साथ सशक्त राष्ट्र के नवनिर्माण में सहयोगी बन सकते हैं। उन्होने आगे कहा संतो के बताए मार्ग पर चलते हुए सुखमय परिवार एवं देश की संस्कृति को सुरक्षित रख पाएंगे। आचार्य ने अन्य अतिथियों को मंगल आशीष देते हुए महत श्री को स्वरचित साहित्य प्रदान किया
सभा को संबोधित करते हुए आचार्य अनुभव सागर महाराज ने कहा कि प्राचीन भारतीय संस्कृति, सभ्यता और परंपराओं के संरक्षण के लिए संतो ने अपना पूरा जीवन न्यौछावर कर दिया है। धर्म गुरुओं के वेश -परिवेश बदल सकते हैं मगर उनका उद्देश्य नहीं बदलता है। धर्म तथा प्रभु भक्ति से ही पुरुषार्थ के लिए नई शक्ति का संचार होता है और इसी से सशक्त समाज तथा राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है। आचार्य ने अफगानिस्तान के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि संस्कारों की कमी के साथ ही भोगवादी संस्कृति के दूषित परिणामों के कारण आज इस देश को अपनी ही जाति और धर्म के लोगों का शिकार होना पड़ा है। जो जैसा करेगा वो वैसा भरेगा। हमें भारत की पहचान को सशक्त बनाने के लिए और अधिक मज़बूत बनाना होगा। उन्होंने कहा कि आज का युवा संभल गया तो कल का भारत शक्तिशाली राष्ट्र होगा।
इस अवसर पर उपस्थित एसडीएम राजीव त्रिवेदी, तहसीलदार मयूर शर्मा, गायत्री परिवार के भूपेंद्र भट्ट, जितेंद्र सिंह चौहान, गुणवंत भावसार, प्रदीप जोशी का भी समाज ने स्वागत किया गया।
अभिषेक जैन लुहाड़िया / रामगंजमंडी
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