सूर्य का सिंह राशि में गोचर क्या प्रभाव करेगा

समस्त 12 राशियों पर सूर्य के सिंह राशि में होने वाले प्रवेश का क्या असर होगा..

विनोद मिश्रा


सूर्य
धरती पर ऊर्जा का सबसे बड़ा प्राकृतिक स्रोत है। सभी ग्रह इसके चारों ओर घूमते हैं, इसलिए सूर्य को नवग्रहों में राजा की उपाधि प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को एक ग्रह के रूप में माना जाता है और इसके द्वारा व्यक्ति को जीवन, ऊर्जा एवं बल की प्राप्ति होती है। सूर्य आत्मा, पिता, पूर्वज, राज्य सम्मान, नेत्र और राजनीति आदि का कारक होता है। ऐसे में किसी कुंडली में सूर्य के शुभ प्रभाव, जातक को विभिन्न क्षेत्र में उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति देते हैं। वहीं दूसरी ओर यदि कुंडली में सूर्य का अशुभ प्रभाव हो तो, जातक को आँख संबंधी समस्या, पिता को कष्ट और पितृ दोष की स्थिति बन सकती है। इसलिए सूर्य के गोचर के दौरान जातक को कैसा परिणाम प्राप्त होगा, यह केवल और केवल इस बात पर निर्भर करता है कि उस गोचर के दौरान सूर्य किस राशि के किस भाव में उपस्थिति होंगे।

अब यही संसार की आत्मा, यानी सूर्य देव चंद्रमा की राशि कर्क से निकलकर अपनी स्वराशि में विराजमान होगा, जिससे आपके अटके हुए सभी कार्यों में गति आएगी। सूर्य की ये स्थिति, कई जातकों में जोश, ऊर्जा और उनमें शक्ति प्रदान करने वाली है। इस अवधि के दौरान आप में ऊर्जा और ताकत के कारण आत्मविश्वास की वृद्धि भी होगी, जिससे आप हर कार्य और परिस्थिति में खुद को विजयी पाएंगे।

विनोद मिश्रा
अपना गोचर करते हुए, सूर्य देव 17 अगस्त 2021, मंगलवार को देर रात 01 बजकर 05 मिनट पर कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे है। जो यहाँ 17 सितंबर 2021, शुक्रवार देर रात 01 बजकर 02 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेंगे और फिर अपना पुनः गोचर करते हुए, कन्या राशि में विराजमान हो जाएंगे। ऐसे में आईये अब इस भविष्यफल के माध्यम से जानते हैं, समस्त 12 राशियों पर सूर्य के सिंह राशि में होने वाले प्रवेश का क्या असर होगा..

मेष राशिफल :-

ग्रहों के राजा सूर्य, आपकी राशि के पंचम भाव के स्वामी होते हैं और इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि के पंचम भाव में ही विराजमान होंगे। यह भाव संतान, प्रेम, शिक्षा, पद, प्रतिष्ठा आदि का होता है। सूर्य के इस भाव में गोचर के दौरान आपको अपना खोया आत्मविश्वास वापस मिलेगा, जिससे आपकी महत्वाकांक्षाओं में वृद्धि होगी। इस दौरान आप अपनी इच्छाओं पर ध्यान देते हुए, अपने आसपास के लोगों से सराहना प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

छात्रों के लिए समय उत्तम रहेगा, क्योंकि उन्हें अपने विषय को समझने में मदद मिलेगी। जिसके परिणामस्वरूप, वो अपने सभी संभव स्रोतों की मदद से अपने ज्ञान में वृद्धि करने और कुछ नया सीखने के प्रति उत्सुक दिखाई देंगे।

आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी, अवधि विशेष अच्छी रहेगी। क्योंकि इस दौरान नौकरीपेशा जातकों के साथ-साथ व्यापारियों की भी, आमदनी में बढ़ोतरी होगी। ये समय उन्हें एक से अधिक स्रोतों से, कमाई करने के योग भी दर्शा रहा है।

किसी प्रैक्टिस या कला से जुड़े लोगों को, अपनी कला का सही प्रदर्शन देते हुए ये समय उससे अच्छा लाभ अर्जित करने का अवसर देगा। वहीं यदि आप किसी सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं तो, आपको इस दौरान अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। क्योंकि कार्यस्थल पर अपने उत्साह और कार्य के प्रति जुनून का प्रदर्शन कर, आप उच्च अधिकारियों और अपने अधीन कार्य कर रहे कर्मियों को अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम होंगे।

कुल मिलाकर कहें तो, सूर्य के गोचरकल की ये अवधि मेष राशि के जातकों के लिए विशेष अनुकूल रहेगी। हालांकि आपको अपने खान-पान के प्रति सावधानी बरतने की भी जरूरत होगी। क्योंकि यह समय आपको कुछ एसिडिटी या गैस से जुड़ी, समस्या दे सकता है।

उपाय :- प्रतिदिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।


वृषभ राशिफल :-


सूर्य वृषभ राशि के चतुर्थ भाव के स्वामी होकर, अपने इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में ही प्रस्थान करने वाले हैं। यह भाव आपके सुख, माता, वाहन, भूमि, आवास आदि का होता है। सूर्य देव का आपके चतुर्थ भाव में होना, आपके उत्साह में वृद्धि करेगा। इससे आप अपने सभी कार्यों में खुशी और संतुष्टि की तलाश करेंगे। आप इस दौरान अत्यधिक जागरूक भी होंगे, जिससे आपके निर्णय लेने की क्षमता का विकास होगा। आप अपने अच्छे कार्यों से समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने और प्रतिष्ठा हासिल करने की दिशा में भी, इस दौरान कार्यरत होंगे।

प्रेम संबंधों की बात करें तो, यदि आप किसी से सच्चा प्रेम करते हैं तो इस दौरान आप अपने प्रेमी से कुछ बड़े वादे कर सकते हैं। जिससे आपके संबंधों में स्थिरता और मजबूती आएगी। घर से ही काम कर रहे नौकरी पेशा जातकों को, गोचरकाल के समय अपने संबंधित संगठन या कंपनी से अच्छा लाभ और पुरस्कार मिल सकता है।

पारिवारिक जीवन में आपकी मां किसी कारणवश, आपके ऊपर हावी हो सकती हैं। इससे घर पर कुछ अशांति का वातावरण भी बनने की आशंका है। हालांकि बावजूद इसके, घर पर कोई बड़ा झगड़ा या विवाद होने की आशंका न के बराबर ही रहेगी। यह समय आपकी मां को रक्तचाप या पेट से संबंधित कोई छोटी-मोटी समस्या भी दे सकता है, ऐसे में उनका ध्यान रखें।

वो जातक जो किसी संपत्ति या ज़मीन में निवेश करने की योजना बना रहे थे, उनके लिए समय अनुकूल है। क्योंकि इस दौरान आप सभी सौदों को, अपने हक में करने में सक्षम होंगे। साथ ही यह समय आपको वाहन खरीदारी के योग भी दर्शा रहा है। व्यापारी जातकों के लिए समय उत्तम होगा, क्योंकि आप अपने उत्पादकों से अच्छा लाभ अर्जित करने में सफल रहेंगे।

उपाय :- रोज़ाना अदरक का सेवन करें।


मिथुन राशिफल :-


बुध के स्वामित्व वाली मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके तृतीय भाव के स्वामी होते है, और अब अपने इस गोचर के दौरान वो अपने ही भाव में विराजमान होंगे। राशि के तृतीय भाव से छोटे भाई-बहन, संबंधी, लेखन आदि का विचार किया जाता है। इस राशि के जातकों को इस दौरान अपने साहस और आत्मशक्ति में वृद्धि मिलेगी, साथ ही आप इस दौरान बेहद ऊर्जावान होंगे, जिसके कारण कई कार्यों को गति के साथ समय से पहले ही पूरा करने में सक्षम होंगे। परिवार में भी आपको अपने भाई बहनों और दोस्तों से, अपने प्रयासों के अनुसार अच्छा सहयोग मिलेगा। इस कारण आप दोस्तों और करीबियों के साथ, किसी छोटी रोमांचक यात्रा या लंबी ड्राइव पर जाने का फैसला भी ले सकते हैं।

आपकी अभिव्यक्ति बेहतर होगी और आप अपने आसपास के लोगों को, अपनी ओर आकर्षित कर सकेंगे। आप अपने विचारों को लेकर अधिक स्पष्ट होंगे, जिससे आपके आसपास के लोग आपके ज्ञान और वाणी की सराहना करेंगे। लेखक, संपादकों और खेल से जुड़े जातकों के लिए भी अवधि अनुकूल होगी। इस समय आप कार्य क्षेत्र में अच्छी प्रतिष्ठा पाने के लिए, बढ़-चढ़कर दान पुण्य भी करेंगे। आपको समाज की सेवा करने से खुशी और संतुष्टि की प्राप्ति भी हो सकेगी।

स्वास्थ्य के लिहाज से, आप खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने के लिए भी कई प्रयास करते दिखाई देंगे। इसके लिए आप कुछ व्यायाम, योगाभ्यास या ज़िम भी करने का फैसला ले सकते हैं। आपके पिता के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे और वे आपके अच्छे काम की जमकर सराहना करेंगे। छात्रों की बात करें तो, छात्र अपने लेखन कौशल में इस गोचरकाल के दौरान अपना प्रदर्शन बेहतर दे सकेंगे। जिससे उन्हें अपने सभी प्रोजेक्टों को, समय पर पूरा करने में मदद मिलेगी।

उपाय :- प्रतिदिन सुबह 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें।


कर्क राशिफल :-


कर्क राशि के जातकों के द्वितीय भाव के स्वामी सूर्य, अपने गोचर के दौरान आपके द्वितीय भाव में ही प्रस्थान करेंगे। इस भाव से आपकी वाणी, संपत्ति, परिवार, भोजन, कल्पना आदि के बारे में पता चलता है। सूर्य का यह गोचर कर्क राशि के लोगों को, अधिक संवेदनशील और परिष्कृत बनाएगा। इस समय आपको वाणी में ज़रूरत से ज्यादा स्पष्टता देखी जाएगी, और आप अपने करीबी लोगों को न चाहते हुए भी कुछ आहत कर सकते हैं।

यह समय आपकी नैतिक क्षमता में वृद्धि लेकर आएगा, जिसके परिणामस्वरूप आप हर कार्य को करने से पहले उसके बारे में पुनः विचार करते दिखाई देंगे। जो लोग पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े हैं, उनके लिए समय अनुकूल होगा। क्योंकि इस दौरान आपके रचनात्मक विचारों में वृद्धि होगी, जिससे आप व्यवसाय में सफलता की नई ऊंचाइयां छूने में पूरी तरह सक्षम होंगे।

छात्रों की बात करें तो, छात्र इस दौरान अपनी पढ़ाई में अपना बेहतर प्रदर्शन दे सकेंगे। क्योंकि यह समय आपकी एकाग्रता में वृद्धि करते हुए, आपकी सीखने की क्षमता में सुधार लेकर आएगा। साथ ही आप अपने सभी कार्यों को पूरा करने में, पहले से अधिक कल्पनाशील और अधिक रचनात्मक होंगे। इससे आपको दूसरों पर विजय प्राप्त करने में मदद मिलेगी और दूसरे आपके काम की सराहना भी करेंगे। आपको इस गोचरकाल के दौरान अपने परिवार, खासतौर से अपनी मां से भरपूर सहयोग और प्रोत्साहन मिलेगा।

हालांकि यह समय आपको स्वभाव से थोड़ा शर्मीला और आरक्षित बनाएगा, जिससे आपको नए लोगों के साथ घुलने-मिलने में थोड़ा कष्ट हो सकता है। इसके विपरीत आप अपने करीबी और दोस्तों के साथ अच्छे संबंध बनाने में सफल होते हुए, उनके सभी राज के प्रति ज़िम्मेदाराना रवैया अपनाएंगे। आपका आर्थिक जीवन भी बेहतर होगा। साथ ही यदि आप कोई निवेश करने की योजना बना रहे थे तो, उसमें आपको अत्यधिक लाभ मिलने के योग बनेंगे और इससे आप अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकेंगे।

उपाय :- आदित्य हृदय स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करें।


सिंह राशिफल :-


सूर्य के स्वामित्व वाली सिंह राशि में, सूर्य देव का गोचर अपने स्वंय के प्रथम भाव यानि आपके लग्न भाव में होगा। लग्न भाव से आपके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, चरित्र, बुद्धि और सौभाग्य के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य गोचर के फलस्वरूप आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास में गजब की वृद्धि होगी। इस अवधि में आप हमेशा खुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। साथ ही यह समय आपको अपने शरीर और फिटनेस के प्रति भी, अधिक सचेत करेगा और आप कोई भी जोखिम लेने में ज़रा भी संकोच नहीं करेंगे। उन लोगों के लिए अवधि विशेष उत्तम रहेगी, जो व्यवसाय से जुड़े हैं। क्योंकि उन्हें स्वयं पर गर्व की अनुभूति होगी, जिससे वो अपने सभी उत्पादक से जुड़े सौदों में सफलता अर्जित करने में सक्षम होंगे।

हालांकि इस दौरान आपके स्वभाव में कुछ अहंकार आ सकता है, जिससे आप काफी हद तक आत्म-केंद्रित बनेंगे। इससे आप न चाहते हुए भी, अपने करीबी दोस्तों और परिजनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

वो नौकरी पेशा जातक जो किसी उच्च मैनेजमेंट या प्रशासनिक नौकरी में कार्यरत है, उनके लिए भी गोचरकाल की अवधि विशेष उत्तम रहने वाली है। क्योंकि इस दौरान आपकी पकड़ अपने कार्य और टीम पर मजबूत होगी। साथ ही आप एक बेहतर टीम लीडर की तरह, अपने अधीन कार्य कर रहे कर्मियों और सहकर्मियों से सफलतापूर्वक काम और सहयोग ले सकेंगे।

वहीं वो लोग जो सरकारी नौकरी में है या सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए समय उत्तम रहेगा। हालांकि शादीशुदा जातकों के लिए समय थोड़ा कष्टदायक रहने वाला है, क्योंकि इस दौरान आपका अपने जीवनसाथी के साथ कुछ टकराव या मतभेद की स्थिति उत्पन्न होने की आशंका है। साथ ही इस समय आप अपने साथी की भावनाओं को समझने में असमर्थ होंगे, जिससे आपके स्वभाव में उनके प्रति कुछ कठोरता देखी जाएगी। इससे जीवन साथी से आपको सहयोग नहीं मिल सकेगा। ऐसे मैं आपको जीवन साथी से अपने संबंध बेहतर करने के लिए अपने दृष्टिकोण में विनम्रता लेकर आने की सलाह दी जाती है। साथ ही ये समय आपके जीवन साथी को कुछ स्वास्थ्य हानि भी देगा, ऐसे में उनका ध्यान रखें।

उपाय :- गाय को गेहूं के आटे से बनी रोटियाँ खिलाएं।


कन्या राशिफल :-


कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके द्वादश भाव के स्वामी होते है, और अपने इस गोचर के दौरान वो अपने स्वंय के द्वादश भाव में ही विराजमान होंगे। इस भाव से विदेश, व्यय, दान आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर आपको अपनी छवि को लेकर थोड़ा संवेदनशील बनाएगा, जिससे आप अपने कार्यों को करते समय नियम-क़ानूनों का सख्ती से पालन करेंगे।

आप अपने ड्रेसिंग सेंस और पर्सनालिटी को भी अपडेट करते हुए, उसमें सही सुधार के लिए कुछ अतिरिक्त खर्चा भी कर सकते हैं। साथ ही निजी जीवन व कार्यक्षेत्र से संबंधित, कुछ यात्रा पर भी आपका धन खर्च होने के योग हैं।

वो जातक जो विदेशों से जुड़ा व्यवसाय करते हैं, उनके लिए समय अनुकूल होगा। क्योंकि इस समय आप बाजार की मांग और उत्पादकता के तालमेल को, भली-भांति समझने में सक्षम होंगे। यात्रा सेवाओं या मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत लोगों के लिए भी, समय शुभ होगा। साथ ही आपको इस दौरान कार्य क्षेत्र से संबंधित, कुछ यात्राएं करने का अवसर मिलेगा। जिससे कार्यस्थल पर आपकी उन्नति होने के साथ-साथ, आपको लाभ मिलना संभव है।

यह समय आपको सत्तावादी या उच्च अधिकारियों से प्रभावित करेगा, जिसके कारण आप उनके स्तर के अनुसार कार्यों को पूरा करने का प्रयास करेंगे। अपने काम को लेकर भी आप पहले से अधिक कुशल और व्यवहारिक होंगे, जिससे आपको हर कार्य को समय पर पूरा करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा आप अपने पूर्व के अनुभवों का सदुपयोग कर, वर्तमान के कार्यों के प्रति अधिक सक्रियता दिखाते नजर आएँगे।

उपाय :- घर से बाहर जाते समय, अपनी जेब या बटुए में एक लाल रूमाल रखें।


तुला राशिफल :- 


शुक्र की स्वामित्व वाली तुला राशि के जातकों के लाभ भाव यानि एकादश भाव के स्वामी सूर्य देव, अपना गोचर करते हुए अपने स्वंय के भाव में ही विराजमान होंगे। राशि के एकादश भाव से आपकी कामनाओं, बड़े भाई-बहन. इच्छाओं के बारे में भी विचार किया जाता है। इस गोचर के दौरान आप साहसी और आत्मविश्वास होंगे। आपके स्वभाव में भी सहजता देखी जाएगी, जिससे आप कुछ आत्म-केंद्रित और भौतिकवाद भी हो सकते हैं। आपके विरोधी सक्रिय तो होंगे, परंतु आप अपनी मेहनत से उनको परास्त करने और उन पर विजय हासिल करने में सक्षम होंगे।

आर्थिक जीवन बेहतर होगा, खासतौर से नौकरी पेशा जातकों के लिए गोचरकाल की यह अवधि उनकी वेतन वृद्धि के योग दर्शा रही हैं। व्यापारी भी अच्छा मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। साथ ही यदि आप अपना काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए सामान्य से अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान आपके द्वारा किए गए हर निवेश और प्रयासों में, आपको अधिक मुनाफ़ा अर्जित करने में सफलता मिलेगी।

छात्रों की बात करें तो, शोध कार्य से जुड़े छात्रों और विद्वानों का झुकाव अपने विषयों के प्रति अधिक होगा। क्योंकि यह समय उनकी एकाग्रता में वृद्धि लेकर आ रहा है, जिससे उन्हें अपना अध्ययन बेहतर करने और अपने पाठ्यक्रमों को याद रखने में मदद मिलेगी।

हालांकि प्रेमी जातक को इस अवधि के दौरान, अपने रिश्ते में तनाव महसूस होगा। क्योंकि इस दौरान आपका अपने प्रेमी के साथ छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा हो सकता है, जिससे रिश्ता टूटने तक की नौबत आ सकती है। ऐसे में इस गोचर के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए अपने अहंकार का त्याग करें और अपने स्वभाव में संवेदनशीलता लेकर आएं। साथ ही अपने प्रेमी संग रिश्ते में सुधार के लिए प्रयास करते रहें। दंपत्ति जातक को अपनी संतान की प्रगति देख गर्व की अनुभूति होगी, क्योंकि इस दौरान आपकी संतान आपको खुशी और संतुष्टि दे सकती हैं।

उपाय :- अपने पिता का सम्मान करें और घर से निकलने से पहले, उनका आशीर्वाद ज़रूर लें।


वृश्चिक राशिफल :-

सूर्य देव आपके दशम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि के दशम भाव में ही विराजमान होंगे। इस भाव से व्यवसाय, कार्यक्षेेत्र, सत्ता, सम्मान आदि के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर आपको साहसी बनाएगा, जो आपके स्वभाव में साफ़ दिखाई देगा।

आपके स्वभाव में आकर्षण की वृद्धि भी होगी, जिससे लोग आपके आसपास रहना पसंद करेंगे। हालांकि इस समय आप किसी भी तरह की आलोचना को सकारात्मक रूप से स्वीकार नहीं कर पाएंगे, क्योंकि आपका आत्मसम्मान आपके लिए सर्वोपरि होगा। ऐसे में आप दूसरों को कुछ अहंकारी और कठोर प्रतीत हो सकते हैं।

कार्यक्षेत्र की बात करें तो अपने काम को लेकर आपकी गंभीरता के कारण, आपके अधिकारी आप पर अधिक भरोसा करेंगे। जिससे आपको हर कार्य में आसानी से सफलता मिल सकेगी। साथ ही आप अपने लक्ष्यों को पूरा करने में बेहद ऊर्जावान होंगे और इससे आपको कार्यस्थल पर सही प्रशंसा व पदोन्नति मिल सकती है। यदि आप किसी प्रशासनिक पद या सरकारी सेवा से जुड़े हैं तो भी, ये समय आपके लिए सफलता लेकर आ रहा है।

सूर्य देव आपके नेतृत्व कौशल को भी उचित सराहना देंगे, जिससे आपके विरोधी और शत्रु चाहकर भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकेंगे और आप उन्हें परास्त करने में सफल होंगे। समाज में आपको मान-सम्मान मिलेगा, जिससे आप कई सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए कुछ दान-पुण्य भी करेंगे। दांपत्य जातकों को भी अपनी संतान से कोई खुशख़बरी मिल सकती है, साथ ही आपकी संतान आपका सम्मान भी करेगी। आर्थिक जीवन में यह समय आपको कई अप्रकाशित स्रोतों व किसी पैतृक संपत्ति से, लाभ होने के योग भी दर्शा रहा है।

उपाय :- रविवार के दिन मंदिर में 1.25 मीटर लाल कपड़े का दान करें।

धनु राशिफल :-

धनु राशि के जातकों के नवम भाव के स्वामी सूर्य, अपने इस गोचर के दौरान स्वंय के नवम भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से भाग्य, धर्म, लंबी यात्रा आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान आपके साहस में वृद्धि तो होगी, लेकिन कई बार आप अपने विचारों को लेकर अधिक स्पष्ट होंगे, जो दूसरों को नाटकीय या झूठा प्रतीत हो सकता है। इस समय आप दूसरों द्वारा खुद पर हावी या नियंत्रण करना पसंद नहीं करेंगे। हालांकि ये गोचर आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं को अलग-अलग रंगों से भर देगा, जिससे आपके स्वभाव में सकारात्मकता दिखाई देगी।

इस समय यदि आप विदेश जाने के इच्छुक थे तो, यह समय विदेश यात्रा के योग दर्शा रहा है। कला और विभिन्न संस्कृतियों को लेकर आपकी रुचि विकसित होगी और आप इन विषयों में ज्ञान वृद्धि के लिए कुछ प्रयास करते भी दिखाई देंगे। छात्रों की बात करें तो, उनके लिए समय अनुकूल रहेगा। क्योंकि उन्हें इस दौरान भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे वो खुद को अपनी शिक्षा के प्रति केंद्रित रखने और आने वाली हर परीक्षा में बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उच्च शिक्षा ग्रहण करने का सोच रहे जातकों को भी, यह समय छात्रवृत्ति दिला सकता है। साथ ही आपका मज़ाकिया स्वभाव इस दौरान आपकी छवि पर सकारात्मक असर डालते हुए, उसमें चार चाँद लगाने का कार्य करेगा। यदि आप शिक्षक या गुरु हैं तो, आपके लिए समय उत्तम होगा। क्योंकि इस दौरान आप अपने शब्दों का सही चयन कर, दूसरों को अपनी बात समझाने और उन्हें प्रेरित व प्रभावित करने में पूरी तरह सक्षम होंगे।

यह समय धार्मिक कार्यों के प्रति आपका रुझान बढ़ाएगा और आप कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लेते हुए, कुछ दान-पुणे के कार्य कर सकते हैं। कुछ जातक आत्मशांति और स्वयं में प्रबलता लाने के लिए, किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना भी बना सकते हैं।

उपाय :- रविवार को मंदिर में अनार का दान करें।


मकर राशिफल :-

मकर राशि के जातकों के अष्टम भाव के स्वामी सूर्य, अपने इस गोचर के दौरान स्वंय के अष्टम भाव में ही विराजमान होंगे। यह भाव आयुर भाव भी कहलाता है और इससे आपके जीवन में आने वाली परेशानियों, चिंता, रुकावटों, शत्रु आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य का यह गोचर आपके स्वभाव में गजब का आकर्षण लेकर आएगा। साथ ही आप अपनी पर्सनैलिटी में सुधार करने में सफल होंगे।

आपके आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि के साथ-साथ, आपकी नेतृत्व क्षमता में भी बढ़ोतरी होगी और आप एक अच्छे लीडर का उदाहरण देने में सक्षम होंगे। आपका ये प्रदर्शन आपके नेतृत्व कौशल के साथ-साथ लोगों को प्रभावित करने में, आपकी मदद भी करेगी। जिसके परिणामस्वरूप दूसरे आपका अनुसरण करते हुए, आपके जैसा बनना चाहेंगे।

हालांकि इस समय आपको कोई भी ऐसा व्यक्ति पसंद नहीं आएगा, जो आपके विचारों का विरोध करें। इससे आपके स्वभाव में उस व्यक्ति के प्रति, कुछ आक्रामकता भी देखी जा सकती है। ऐसे में इन सभी परिस्थितियों में आपको खुद को शांत रखते हुए, अपनी जीवन शैली में सही सुधार करने के प्रति ही केंद्रित रहने की सलाह दी जाती है।

आपका अपनी वाणी पर अच्छा नियंत्रण होगा। ऐसे में आप तभी बोलेंगे जब आप उससे जुड़े विषयों से भली-भांति वाक़िफ़ हो, अन्यथा आप एक अच्छा श्रोता बनना ही ज्यादा पसंद करेंगे। सामाजिक रुप से भी आपकी सक्रियता बढ़ेगी और लोगों को आपके आसपास रहना पसंद आएगा। अलग-अलग विषयों पर ज्ञान लेने की आपकी आदत, आपको सफलता देने का कार्य करेगी।

हालांकि आर्थिक जीवन में आप अपनी आराम की वस्तुओँ पर, कुछ धन खर्च भी करते दिखाई देंगे। ऐसे में आपको अपने ख़र्चों के प्रति, सावधान रहने की ज्यादा आवश्यकता होगी। साथ ही आप कई आध्यात्मिक गतिविधियों में भी खुद को व्यस्त रखना, इस गोचरकाल के दौरान अधिक पसंद कर सकते हैं।

उपाय- बंदरों को केले खिलाएं।


कुंभ राशिफल :-

कुंभ राशि के जातकों के सप्तम भाव के स्वामी सूर्य, इस गोचर के दौरान अपने स्वंय के सप्तम भाव को ही सक्रिय करेंगे। इस भाव से आपके जीवनसाथी और जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है। इस गोचकाल के दौरान आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी। आप अपने कार्यों में साहसी होंगे और कोई भी जोखिम लेने से नहीं कतराएंगे।

आप स्वभाव से कुछ दयालु भी बन सकते हैं, लेकिन कभी-कभी आपके स्वभाव में आक्रामकता देखी जाएगी और आप न चाहते हुए भी, छोटे-छोटे मुद्दों को लेकर ज़रूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया देंगे। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि खुद को शांत रखें और अपनी जीवनशैली में सुधार करने के लिए, योग और व्यायाम का सहारा लें।

हालांकि शादीशुदा लोगों के लिए अवधि थोड़ी प्रतिकूल रहेगी, क्योंकि संभव है कि आपका अपने जीवन साथी के साथ अहम का टकराव हो। जिसका नकारात्मक असर साफ़ तौर पर आपके दांपत्य जीवन पर पड़ेगा और इससे आप दोनों के विचारों में मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में आपको अपने संबंधों को बेहतर करने के लिए, खुद को शांत रखने की सबसे अधिक आवश्यकता होगी। इसके साथ ही आप जीवन साथी के साथ अपनी हर ग़लतफहमी को दूर करने के लिए, किसी छोटी यात्रा या डिनर पर भी जा सकते हैं।

वहीं कार्य क्षेत्र की बात करें तो, यदि आप नौकरी करते हैं तो, आपको कार्यस्थल पर अपने बॉस से सही सराहना मिलेगी। इसके साथ ही आपको अपने स्वास्थ्य का भी इस दौरान, ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। विशेष रूप से आपको अपने पेट और पाचन तंत्र के प्रति, सजगता बरतने की आवश्यकता होगी। ऐसे में अच्छा खान-पान लेते हुए, अपनी जीवन शैली में सही सुधार लेकर आएं। ये समय वैज्ञानिकों, राजनीतिज्ञों, सामाजिक कार्यकर्ताओं या कलाकारों को, अपने-अपने क्षेत्रों में अपार सफलता देने के योग भी बना रहा है।

उपाय- विशेषरूप से रविवार के दिन, गाय को गुड़ खिलाएं।


मीन राशिफल :-


सूर्य ग्रह आपके षष्ठम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि से अपने षष्ठम भाव में ही विराजमान होंगे। यह भाव अरि भाव के नाम से भी जाना जाता है और इससे आपके शत्रु, रोग, मातृ पक्ष के लोग आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य का सिंह राशि में गोचर मीन वाले जातकों के स्वास्थ्य जीवन के लिए, सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि इस समय आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होगी और आप शारीरिक रूप से भी खुद को बेहतर पाएंगे। हालांकि बावजूद इसके आपको अपने खान-पान पर ध्यान देते हुए, ऐसा कुछ भी खाने से बचना होगा जिससे आपको एसिडिटी की समस्या हो।

समाज में भी आपका दायरा बढ़ेगा। साथ ही आप अपने प्रसिद्धि और बेहतर नेतृत्व कौशल के बल पर, कार्यस्थल पर दूसरों की सराहना प्राप्त कर सकेंगे। वो छात्र जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें यह गोचर सफलता देगा। क्योंकि इस दौरान आप अपने परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन देने में सक्षम होंगे।

हालांकि आप दूसरों से आलोचना स्वीकार नहीं कर सकेंगे, जिसके कारण यदि कोई व्यक्ति आपकी आलोचना करेगा तो, आपका उनके साथ मतभेद या झगड़ा हो सकता है। यह समय आपको अपने दुश्मनों को परास्त करने में सफलता देगा, जिसके परिणामस्वरूप वो अनेक प्रयासों के बाद भी आपको नुकसान नहीं पहुंचा सकेंगे। यदि आप किसी प्रशासनिक पद या सरकारी पद पर कार्यरत हैं तो, आपकी सफलता निश्चित है।

इस समय आप अपनी छवि और अपने पहनावे को लेकर भी, अधिक सतर्क व सक्रिय होंगे। जिसके कारण आप खुद को अपडेट करते हुए, उसमें नवीनतम सुधार के लिए प्रयास भी कर सकते हैं। इससे आपके व्यक्तित्व में बढ़ोतरी होगी और आप दूसरों को आकर्षित करने में सक्षम होंगे।

आपका आत्मज्ञान बेहतर होगा और आप दूसरों को अच्छी तरह समझ सकेंगे। आपका यह स्वभाव आपको परिस्थिति अनुसार और लोगों के प्रति, सही निर्णय लेने में खासा मददगार साबित भी होगा।

उपाय- रविवार के दिन, मंदिर में गुड़ और काले भुने चने का दान करें।

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