मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के बढ़ते कदम
विद्युत प्रणाली का सुदृढ़ीकरण, राजस्व में बढ़ोत्तरी और उपभोक्ता सेवाओं में हो रहा विस्तार
भोपाल :- मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी कार्यक्षेत्र के अंतर्गत उपभोक्ताओं के हित में चलाई जा रही योजनाओं एवं विद्युत प्रणाली के सुदृढ़ीकरण के लिए किये जा रहे विकास कार्यों से जहाँ उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं मिली हैं वहीं उपभोक्ता संतोष में भी वृद्धि हुई है।
वित्तीय प्रबंधन
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अपने वित्तीय संसाधनों के कुशलतापूर्वक उपयोग एवं बेहतर वित्तीय प्रबंधन से कंपनी को लगभग 32 करोड़ रूपये की बचत हुई है। यह बचत, समय पर ग्रामीण विद्युतीकरण निगम (आर.ई.सी.) एवं पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (पी.एफ.सी) से लोन रीसेट करवाने के कारण हो पाई है। कंपनी द्वारा चालू वर्ष में अपने सभी खर्चों को संकलित कर बजट बनाया है। इसके वित्तीय प्रबंधन से कंपनी अपने व्ययों को कम करने में सक्षम रहेगी।
कर्मचारी हित में निर्णय
कंपनी के पेंशनरों को पूर्व में जीवन प्रमाण पत्र हेतु कार्यालय में भौतिक उपस्थिति अनिवार्य थी। कंपनी द्वारा भारत सरकार के जीवन प्रमाण पोर्टल के माध्यम से डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र की व्यवस्था की गई है। इससे पेंशनधारियों की भौतिक उपस्थिति की आवश्यकता नहीं रहेगी। वह किसी भी एमपी ऑनलाइन कियोस्क या जहां भी आधार प्रमाणीकरण किया जाता हो वहाँ से अपने Thumb अथवा Iris के माध्यम से डिजीटल जीवन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है।
44 प्रतिशत अधिक राजस्व संग्रह
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा गत वर्ष अपै्रल से जुलाई माह में राशि 1 हजार 452 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहण किया गया था जबकि चालू वर्ष 2021-22 में इन्हीं महीनों में 2 हजार 94 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रहण किया गया है। यह आँकड़े बताते हैं कि गत वर्ष के इन्हीं माहों की तुलना में कंपनी द्वारा चालू वर्ष में लगभग 44 प्रतिशत अधिक राजस्व संग्रहण किया गया है। इसी प्रकार गत वर्ष में कंपनी की प्रति यूनिट नगद राजस्व वसूली 2 रूपये 4 पैसे थी जो चालू वर्ष में बढ़कर 2 रूपये 56 पैसे हो गई है। इस प्रकार कंपनी ने गत वर्ष की तुलना में चालू वर्ष में प्रति यूनिट नगद राजस्व वसूली में 56 पैसे की बढ़ोत्तरी की है।
भार वृद्धि
कंपनी कार्य क्षेत्र में मार्च 20 में 7 लाख 7 हजार 817 स्थाई कृषक उपभोक्ता थे जिनका कुल भार 45 लाख 7 हजार 694 एच.पी. था। वर्ष 2020-21 के दौरान मैदानी अधिकारियों के अथक प्रयास से नवीन कनेक्शन जारी करने एवं जाँच कर भार वृद्धि करने की कार्यवाही की गई जिसके कारण उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर 8 लाख 50 हजार 737 हो गई है। अब उनका भार 54 लाख 84 हजार 625 एच.पी. हो गया है।
ऑटोमेटिक मीटर रीडिंग (ए.एम.आर)
वर्तमान में कंपनी कार्यक्षेत्र के अंतर्गत समस्त 2 हजार 545 उच्चदाब एवं 17 हजार 203 हाईवेल्यू निम्नदाब उपभोक्ताओं के मीटर डाटा की डाउन-लोडिंग ए.एम.आर. माध्यम से की जा रही है। इसमें से 10 हजार 200 ए.एम.आर. की रीडिंग प्रणाली जी.एस.एम. से जी.पी.आर.एस. में सफलतापूर्वक परिवर्तित कर रीडिंग का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के दिशा निर्देशों के अनुसार नई एन.बी.आई.ओ.टी. तकनीक का ए.एम.आर. हेतु सफलतापूर्वक परीक्षण पूर्ण कर कंपनी मुख्यालय में सर्वर की स्थापना की जा चुकी है। जो कि देश में कुछ ही प्रतिस्थानों में किया गया है। इसको भविष्य में नवीन ए.एम.आर. स्थापना में उपयोग में लाया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त नॉन ए.एम.आर. मीटरों की भी एम.आर.आई. अथवा मोबाईल एप के माध्यम से मीटर रीडिंग का कार्य लगभग 9 हजार 330 मीटर पर किया जा रहा है। इस तरह कुल ए.एम.आर. एवं एम.आर.आई. और मोबाईल एप के माध्यम से प्राप्त कुल 26 हजार 533 मीटर फाईल्स को सीधे ही बिलिंग सिस्टम में अपलोड किया जाकर वास्तविक रीडिंग अनुसार बिल तैयार किये जा रहे हैं।
विद्युत प्रहरी योजना
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा वितरण हानियों पर नियंत्रण एवं नगद राजस्व संग्रहण में वृद्धि करने के उद्देश्य से ‘‘विद्युत प्रहरी योजना‘‘ लागू की जा रही है। कंपनी द्वारा योजना के अंतर्गत स्थानीय व्यक्तियों को ‘‘विद्युत प्रहरी"‘ नियुक्त किया जाएगा जो कंपनी के लिए राजस्व संग्रहण का कार्य करेंगे साथ ही वितरण हानियों को रोकने के लिए बिजली चोरी भी रोकेंगे। यह योजना प्रथमता पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में एक वर्ष की अवधि हेतु भिण्ड एवं मुरैना के जिला मुख्यालयों के ऐसे फीडर अथवा वितरण ट्रांसफार्मरों के समूह में लागू की जा रही है जहाँ हानियों का स्तर 60 प्रतिशत से अधिक है। योजना के परिणामों का विश्लेषण करने के उपरांत कंपनी क्षेत्रांतर्गत आवश्यकतानुसार योजना का विस्तार किया जाएगा।
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