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बुंदेलखंड की रेल समस्याओं पर होगी चर्चा

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सागर संसदीय क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार की मांग सागर :- पश्चिम मध्य रेल्वे क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्षदात्री समिति (ZRUCC) के सदस्य डॉ.सुशील तिवारी एवं अनुराग प्यासी ने सागर संसदीय क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार बढ़ाने की दृष्टि से महाप्रबंधक जबलपुर जोन को पत्र भेजकर सागर से पुणे और नागपुर के लिये रेल सुविधा से कनेक्विटी करने का निवेदन किया है। पत्र में तिवारी ने बताया कि लखनऊ से नागपुर / इतवारी के लिये दैनिक सुपर फास्ट ट्रेन चलाकर निम्नलिखित दो रेलमार्गो से सुविधा उपलब्ध करायी जा सकती है। जिसमें 1.लखनऊ से कानपुर, गोविंदपुरी, भीमसेन, घाटमपुर हमीरपुर भरूआ, सुमेरपुर, खेरार, बांदा, महोबा, खजुराहो, छतरपुर, खरगापुर, टीकमगढ़,ललितपुर, मालखेड़ी, खुरई सागर, पथरिया दमोह, मुडवारा जबलपुर, जबलपुर से बालाघाट, बालाघाट से गोंदिया होते हुये इतवारी नागपुर के लिये एक सप्ताह में 4 दिन लखनऊ नागपुर ट्रेन चलायी जाय। ट्रेन के चलने से उत्तरप्रदेष, मध्यप्रदेष और महाराश्ट्र के यात्रियों को सुविधा होगी। 2. लखनऊ से कानपुर, बिन्नौर, कालपी, उरई, ऐटा, झांसी, ललितपुर, मालखेड़ी, खुरई, सागर, गनेषगंज, दमोह,

महाड़ नगर में भगवान महावीर स्वामी का ऐतिहासिक जन्मवांचन

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उन्नत जीवन के लिये कम बोलना, कम खाना,कम सोना जरूरी 100 साल में मिली गुरु निश्रा महाड़ :-  श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान के सानिध्य में परोपकार सम्राट मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक, आचार्यदेव श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म. सा. के सुशिष्य प्रवचनदक्ष मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा. एवं मंगलचंद्र विजयजी की निश्रा में तथा सकल श्रीसंघ की उपस्थिति में प्रभु महावीर का जन्म वांचन महाड़ नगर में ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ।  सकल जैन समाज के तत्वावधान में प्रातः 8:30 बजे से जन्म वांचन प्रारंभ हुआ जो दोपहर 2:00 बजे पूर्ण हुआ।विशाल जनमेदनी को संबोधित करते हुए उन्होंने भगवान महावीर की विशेषताओं का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु महावीर ने तीन काम अपने जीवन में नहींवत् किए, बोलना कम किया, खाना कम किया और सोना कम किया। हम भगवान महावीर के जीवन से 3 शिक्षा सूत्र प्राप्त कर हमारे घर को,हमारे परिवार को हमारे जीवन को उज्जवल एवं उन्नत बना सकते हैं।गुरुवंदन के बाद मुनिश्री के मंगलाचरण से धर्मसभा की शुरुआत की। संगीत भक्ति भावना के साथ में शुभ मुहूर्त में चडा़वे प्रारंभ किए गए।  करीब 1:00 बजे मुनिराज ने भगवान के जन्म पा

एडवोकेट विनीता जैन को चोविहार अठाई

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  8 दिन पानी भी नही भायंदर :- श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भगवान के सानिध्य में धणा निवासी विनीता जयंतीलाल जैन की सुपुत्री ने पर्व पर्युषण में चोविहार अठाई (8 उपवास )की है। पेशे से वकील विनीता ने अपनी तपस्या 24 अगस्त से शुरू की है,जो 31 अगस्त को पूर्ण होगी। उपवास में गरम सूर्यास्त के पहले तक पी सकते है , लेकिन वह पानी पी सकते है,लेकिन वे आठ दिन पानी भी ग्रहण नहीं करेगी।26 अगस्त को उन्होंने कल्पसूत्र घर पर ले जाने का लाभ लिया।शांति वल्लभ टाइम्स परिवार उनके तप की अनुमोदना करता हैं।

पहले प्राप्त करें फिर प्रदान करें , किसी विद्वान की चार पंक्तियां हैं - मुनि रजतचंद्र विजय

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क्षमा वीरों का आभूषण हैं   क्षमा ह्रदय की करुणा, जीवन की साधना है.  क्षमा शांति की नींव,धर्म की आराधना है.  अधरों के उच्चारण से क्षमा नहीं होती,  क्षमा अभिनय नहीं, क्षमा  उपासना है.   महाड़ :- कोई वस्तु हमारे पास यदि होगी तो हम उसे दे पाएंगे नहीं होगी तो कैसे दे पाएंगे. इसलिए यह आवश्यक है कि पहले उस वस्तु को प्राप्त किया जाए. यदि क्षमा हमारे पास होगी तो हम उसे दूसरों को दे पाएंगे इसलिए पहले क्षमा प्राप्त करें, की हुई भूलों के लिए क्षमा याचना करें, फिर क्षमा प्रदान करें। उपरोक्त विचार  श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान के सानिध्य में व विश्व वंदनीय परम पूज्य आचार्य श्री विजय राजेंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के दिव्य आशीर्वाद से 100 वर्ष में पहलीबार गुरु भगवंतों की निश्रा में हो रहे पर्व पर्युषण आराधना के अवसर पर  श्री सकल जैन संघ के तत्वावधान मे सर्व प्रथमबार श्री पर्युषण महापर्व की आराधना 24 अगस्त से 31 अगस्त तक श्री मोहनखेड़ा तीर्थ विकासक,परोपकार सम्राट, आचार्य श्री विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. के  शिष्य प्रखर प्रवचनकार मुनिश्री रजतचंद्र विजयजी  ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि संसार भूलों से भरा है

कर्मो के नाश करने का पर्व हैं पर्युषण

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जीवन को हमेशा धर्ममय बनाएं रखे  आप्ती मिहिर म न से वचन से और काया से त्याग करने का पर्व है पर्युषण। पर्युषण का एक अर्थ है की, कर्मों का नाश करना। मनुष्यों को अपना जीवन हमेशा धर्ममय ही बनाए रखना चाहिए क्योंकि धर्म ही है, जो हमें दुर्गति में जाने से रोक कर सदगति की और ले जा सकता है। ईश्वर हमें इस दौरान यही प्रेरणा देते हैं कि, खोलो मन की गाँठ, जैसे कि, किसी के कारण कभी हमें दुःख पहूंचा हो, या जाने-अनजाने में कभी  किसी को दुःख पहुंचाया गया हो, ऐसी अगर गाँठ लग गई है तो छोड़ दो, खींचो मत, क्योंकि जितनी बात खींचोगे वो बात उतनी बढ़ती जाएगी। जैसे एक गन्ना ले लो! वो कितना मीठा होता है, परंतु गन्ने के बीच में जो गाँठ लगी होती है, उसमें कोई मिठास नहीं होती है। पूरे गन्ने में मिठास होती है, परंतु उस गाँठ में मिठास नहीं होती!  याद रखना गन्ने के गाँठ में जैसे मिठास नहीं होती, वेसे ही जिस आदमी के मन में गाँठ बँधी है, उनकी जिंदगी नीरस हो जाती है। गन्ने के गाँठ की तरह, अपनी गलती का अहसास करो क्योंकि हर गलती का फल आदमी को भुगतना होता है, चाहे गलती खुले आम की जाये, या लुक-छुप के से, पर हर गलती की सजा मिलती

नोबल स्कूल परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम

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भारत विकास परिषद व गोडवाड़ पर्यावरण समिति का अभियान फालना :-  राष्ट्र के विकास को समर्पित राष्ट्रीय संस्था भारत विकास परिषद की फालना- बाली शाखा के तत्वाधान में नोबल स्कुल में गुरु वंदन व छात्र अभिनंदन के आयोजन अवसर पर गोडवाड पर्यावरण विकास समिति की ओर से वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। गोडवाड में जल संरक्षण व पर्यावरण विकास के लिए कार्य कर रही विख्यात पर्यावरण सेवी ज्योति श्रीपाल मुणोत के हाथों भारत विकास परिषद के कार्यक्रम में वृक्षारोपण गोडवाड को हराभरा बनाने की दिशा में नई पहल को आगे बढ़ाया गया। भारत विकास परिषद की फालना - बाली शाखा के अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल के सानिध्य में यह आयोजन किया गया, जिसमें  शाखा सचिव साकेत देव एवं सक्रिय कार्यक्रम प्रभारी गोपाल पारीक भूमिका रही।  नोबल स्कूल में गोडवाड पर्यावरण विकास समिति की संयोजिका  ज्योति मुणोत ने वृक्षारोपण अवसर पर कहा कि गोडवाड के लोग अपने इलाके को हराभरा बनाने के लिए उत्साह से सहयोग दे रहे है इसीलिए वे भी उत्साह से काम कर पा रही है। यहां जल संरक्षण व पर्यावरण के लिए कई सामाजिक संस्थाओं का विभिन्न ट्रस्ट मंडलों का सहयोग मिल रहा है।

અતિક્રમણ_બહુ_કર્યા. ચાલો.. હવે પ્રતિક્રમણ કરીએ..

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પવૉધિરાજ પર્યુષણ પવૅમાં પ્રતિક્રમણ કરી પાપોનું પ્રક્ષાલન કરી આત્માને શુદ્ધ અને નિમૅળ કરીએ... પ્રતિક્રમણ એટલે પરિભ્રમણને પૂર્ણ  વિરામ... પર્વના દિવસો દરમ્યાન સાંજ પડતાં જ જૈનો 84 લાખ જીવોને વારંવાર ખમાવશે... પ્રતિક્રમણરૂપી પાવન ગંગામા પસ્તાવારૂપી ડૂબકીઓ લગાવી આત્મ શુધ્ધિ કરશે... ભૂજો...ભૂજો કરી પંચાગ નમાવી છકાય જીવોને ખમાવશે... જૈન દશૅનમાં પશ્ચયાતાપ - પસ્તાવાને અતિ મહત્વ આપેલું છે.મિથ્યાત્વ અને અજ્ઞાન દશાને કારણે પાપ થઈ જાય તો પાપીને નહીં પરંતુ તેના પાપને ધિકારવામા આવે છે.  મનોજ ડેલીવાળા જણાવે છે કે જૈન દર્શનમાં અનેકાધિક દ્રષ્ટાંતો આવે છે છે કે જેઓએ પોતાના જીવનમાં ભયંકર પાપો કર્યા હતા,પરંતુ પાપથી પાછા હટી તેનું પ્રતિક્રમણ કરી પરમાત્મા પણ બની ગયાં છે.હિંદુ ધમૅમાં પણ વાલીયા લૂટારામાંથી વાલ્મીકી ઋષી બની ગયાનો દાખલો આવે છે. જૈન ધર્મ દેહ શુધ્ધિ નહીં પરંતુ આત્મ શુધ્ધિ મા માને છે.પ્રતિક્રમણ કરતાં સમયે જગતના સવૅ જીવોને હ્રદયપૂવૅક ખમાવવાના... ક્ષમા માંગવાની અને ક્ષમા આપવાની.આત્માની મિથ્યા માન્યતા, વૃતિ - પ્રવૃતિમા સુધારો ન થાય ત્યાં સુધી પરીભ્રમણ અટકતુ નથી. પ્રતિક્રમણનો મહિમા બતાવતા ચિંતકો લખ

સિદ્ધિને સિદ્ધ કરવા માટે આઠ દિવસનું મહાપર્વ છે પર્યુષણ

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  આત્મીયતાની અનુભૂતિ લેખકઃ તપાગચ્છીય પ્રવરસમિતિ કાર્યવાહક, મહામાંગલિક પ્રદાતા પૂ. ગચ્છાધિપતિ આચાર્ય વિજય અભદેવસૂરીશ્વરજી મ. (ડહેલાવાલા) પ ર્વાધિરાજનો આ સંગ, લાવ્યો મજાનો રંગ ક્ષમાનો વરસ્યો મેહુલીયો… ભગવાન મહાવીરે કરુણા વરસાવી ને જગત માત્રના જીવોને સુખ - શાંતિનો સત્ય સનાતન માર્ગ બતાવો છે. અનેક પ્રકારની ઉપાધિઓમાં ત્રસ્ત અને વ્યસ્ત માનવી જીવન જીવવાના માર્ગના વળાંક લઈ એના મૂળ સ્વભાગવત વિચારોમાં આચારને ગોઠવી સરળતાથી પ્રસન્નતાનો અનુભવ કેવી રીતે કરી શકે એ માટે તપ - ત્યાગ સંબંધી અનેક માર્ગો વચ્ચે સરળતાનો વાસ થાય તો સિદ્ધિ પ્રગટે છે. સિદ્ધિને સિદ્ધ કરવા માટે આઠ દિવસનું મહાપર્વ દર્શાવાયું છે જેને પર્યુષણા પર્વ તરીકે સંબોધીએ છીએ. આઠ કર્મનો ક્ષય કરાવવાની તાકાત ધરાવતાા આ પર્વના આગમન પૂર્વે ચાતુર્માસના પ્રારંભથી તેની ભૂમિકાનું સર્જન થાય છે. ભાવિકોનો થનગનાટ વધી જાય છે અને પર્વને તપ - જપથી વધાવવાનો પ્રારંભ કરે છે. મહાપર્વની ઉમંગભેર આરાધના કરતાં સાત દિવસના સરવૈયા રૂપે આઠમા દિવસે ફળ મેળવવાનો પ્રયત્ન કરે છે. આ મહાપર્વને ક્ષમાનું પર્વ પણ કહેવામાં આવે છે. હું અને તું મટીને આપણે બનવાની પ્રેરણા કરે છે. સુના

यात्री सुविधाओं के विकास हेतु बैठक

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  रेल यात्री सेवा समिति के चेयरमैन के साथ पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) महाप्रबंधक ने की चर्चा जबलपुर :-   रेलवे बोर्ड द्वारा गठित रेल यात्री सेवा समिति के अध्यक्ष रमेश चंद्र रतन तथा अन्य सदस्यों के साथ पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक सुधीर कुमार गुप्ता की यात्री सुविधाओं के विकास एवं रेल सेवाओं के विस्तार के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई । समिति अध्यक्ष के नेतृत्व में तीन अन्य सदस्यों राम किशन, गंगा धर तालपुले, यतीन्द्र सिंह ने बैठक में महाप्रबंधक के साथ चर्चा की ।   पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक कार्यालय के सभागृह में पमरे महाप्रबंधक  सुधीर कुमार गुप्ता, अपर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी एवं प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्ष, मंडल रेल प्रबंधक जबलपुर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सौजन्य बैठक का अयोजन किया गया। बैठक की शुरुआत में महाप्रबंधक तथा अपर महाप्रबंधक ने रेल यात्री सेवा समिति के चेयरमैन तथा अन्य सदस्यों का पौधा देकर स्वागत किया तथा रेल यात्रियों की सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस दौरान उन्होंने बताया कि जबलपुर मण्डल के स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधाओं

री-डेवलपमेंट कार्य के चलते सोमनाथ एक्सप्रेस, जबलपुर-वेरावल के बीच चलेगी

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जबलपुर :-  पश्चिम रेलवे, भावनगर मंडल के सोमनाथ स्टेशन पर री-डेवलपमेंट कार्य के चलते कुछ गाड़ियों को आंशिक निरस्त करने का निर्णय लिया गया है, जिसके अंतर्गत पमरे की गाड़ी संख्या 11464/63 एवं 11466/65 जबलपुर-सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस भी आंशिक निरस्त होने वाली गाड़ियों में शामिल है।  दिनांक 31.08.2022 से अगली सूचना तक अपने प्रारंभिक स्टेशन जबलपुर से चलने वाली गाड़ी संख्या 11464 जबलपुर-सोमनाथ एक्सप्रेस तथा दिनांक 02.09.2022 से अगली सूचना तक अपने प्रारंभिक स्टेशन जबलपुर से चलने वाली गाड़ी संख्या 11466 जबलपुर-सोमनाथ एक्स्प्रेस सहित दोनों रेलगाड़ियां वेरावल स्टेशन पर समाप्त होगीं। ये दोनों गाड़ियाँ वेरावल-सोमनाथ के बीच आंशिक रद्द रहेंगीं। इसी प्रकार वापसी में दिनांक 01.09.2022 से अगली सूचना तक अपने प्रारंभिक स्टेशन सोमनाथ से चलने वाली गाड़ी संख्या 11463 सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस तथा दिनांक 03.09.2022 से अगली सूचना तक अपने प्रारंभिक स्टेशन सोमनाथ से चलने वाली गाड़ी संख्या 11465 सोमनाथ-जबलपुर एक्सप्रेस सहित दोनों रेलगाड़ियाँ वेरावल स्टेशन से प्रारम्भ होकर गन्तव्य के लिए प्रस्थान करेगी। ये दोनों गाड़ियाँ सोमना

आरपीएफ ने नाबालिग बच्ची को परिजनो तक पहुंचाया

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आरपीएफ ने नाबालिग बच्ची को परिजनो तक पहुंचाया आरपीएफ का सरहानीय कार्य  जबलपुर :-  रेलवे सुरक्षा बल जरूरतमंद यात्रियों को सहायता प्रदान करने के साथ-साथ महिलाओं और बच्चों का विशेष ध्यान भी रखते हैं। पश्चिम मध्य रेलवे, रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने हेतु चैबीस घंटे सतत् ड्यूटी की जा रही है। इसी श्रृंखला में रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने सराहनीय कार्य करते हुए *‘‘नन्हे फरिश्ते‘‘* अभियान के तहत घर से भागे हुए, अपहृत हुए, बिछुड़े हुए बालक एवं बालिकाओं को सुरक्षित उनके परिजनों/चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया है।    दिनांक 24.08.2022 को समय तकरीबन 10ः30 बजे आरपीएफ आरक्षक आर. रेहान खान एवं आरक्षक आर. अभय कुमार जबलपुर पोस्ट को ड्यूटी के दौरान एक स्कूल की छात्रा स्कूल यूनिफार्म में वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त कार्यालय के सामने मेन रोड पर डरी सहमी सी रोते देखी गई तथा कुछ लोग उस छात्रा से बात करने की कोशिश कर रहे थे, परंतु वह छात्रा कोई उत्तर नहीं दे पा रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुये उपरोक्त दोनों स्टाफ बालिका के पास पहॅुचे तथा बच्ची को शांत करते हुये उससे

विजयवाड़ा के 1500 जैनों के घर में 14 सुपन एवम पारणाजी प्रदान किए जायेंगे।

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जयंतसेन सूरीश्वरजी की गुणानुवाद सभा विजयवाड़ा :- विजयवाड़ा नगर में गच्छाधिपति आचार्य श्री जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य नित्यसेन सूरीस्वरजी म.सा.,परम पूज्य आचार्य श्री जयरत्नसूरीस्वरजी म.सा के आज्ञानुवर्ती श्रुत प्रभावक मुनिराज श्री वैभवरत्न विजयजी म.सा. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में त्रिस्तुतिक नायक परम पूज्य आचार्य श्री जयंतसेन सुरीश्वरजी महाराजा की विराट गुणानुवाद सभा का आयोजन हुआ। गुणानुवाद सभा मे मुनिवर ने पूज्य युग प्रभावक गुरुदेव के जीवन का उत्तम वर्णन किया ।उन्होंने पूण्य सम्राट ने जिनशासन के लिए किए कार्यों को याद किया।उन्होंने कहा गुरुदेव शासन के अनमोल रत्न थे जिनकी जगह भर पाना मुश्किल हैं।युगों युगों तक उन्हें याद किया जाएगा। साथ ही, पर्युषण महापर्व में विजयवाड़ा नगर में विद्यमान करीब 1500 जैनों के घर में 14 सुपन एवम पारणाजी प्रदान किए जायेंगे। जिसका विमोचन आज मुनिवर की निश्रा में किया गया है।इसका संपूर्ण लाभ गोल्ड मेडल परिवार ( रेवड़ता) ने लिया है। वैभवरत्न जी का चातुर्मास हर्षोल्लास के साथ चल रहा है व अनेक धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हो रहे

नवरात्रि में बारह बजे तक दो दिन और रास-गरबा करने दें :-

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विधानसभा में विधायक गीता जैन की मांग, भाजपा विधायकों का समर्थन मुंबई :-   जब से कोरोना का संक्रामक रोग नियंत्रण में आया है, इस साल शिंदे-फडणवीस सरकार ने सभी त्योहारों को धूमधाम से मनाने की अनुमति दी है। इसे ध्यान में रखते हुए नवरात्रि में दो और दिन रात 12 बजे तक रास गरबा खेला जाने की अनुमति देने की मांग मीरा-भाईदर की विधायक गीता जैन ने विधानसभा में की हैं।  उन्होंने कहा कि मुंबई। फिलहाल इन दो महानगरीय क्षेत्रों में नवरात्रि के अंतिम दो दिन आरक्षित किए गए हैं, गुजराती, अथम और नोम दो दिन सरकार द्वारा नवरात्रि के लिए आवंटित किए जाने की उम्मीद है, राजस्थान, महाराष्ट्रीयन और रास गरबा सहित अन्य 12 बजे तक रहने की संभावना है। जैन ने कहा कि मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन में गुजराती, राजस्थानी, महारष्ट्र में रहने वाले माताजी के भक्त पारंपरिक तरह से नवरात्रि मनाते हैं।नवरात्रि में छुट्टियां नहीं होती हैं। लोग कामकाज से आकर गरबा खेलने जाएं तो बहुत देर हो जाती हैं। राज्य सरकार के जी आर के अनुसार नवरात्रि में अंतिम दो दिन यानि आठम व नम को रात 12 बजे तक रास गरबा करने की छूट दी हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम

सर्व साधारण खाता को मजबूत करने का संकल्प ले :- अभयदेव सूरीश्वरजी

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समस्त जैन सकल संघों को अनुरोध मुंबई :- तपागच्छीय प्रवर समिति के कार्यवाहक, पालीताणा तीर्थ व श्री शंखेश्वर महातीर्थ के विकास प्रेरक,तपागच्छाधिपति आचार्य श्री राम सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति,परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय अभयदेव सूरीश्वरजी महाराजा ने सकल जैन समाज को साधारण खाता में ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने का अनुरोध किया हैं। सकल जैन समाज को जारी पत्र में गुरुदेव ने साधारण खाते का विस्तार से महत्त्व समझाया हैं। अपने पत्र में उन्होंने कहा कि साधारण में सहयोग करना सभी का कर्तव्य ही नहीं बल्कि दायित्व हैं। पूजा करने के लिए हम संघ की कई सुविधाओं का उपयोग करते हैं,इसलिए संघ का हम पर ऋण हैं। उन्होंने कहा इस कहते में व्यय का अर्थ हैं निर्वहन।हर अरिहंत परमात्मा श्री संघरूपी तीर्थ को प्रणाम कर देश का शुभारम्भ करते हैं,और श्री संघ को शास्त्रों में तीर्थंकर की उपाधि दी गयी हैं। उन्होंने बताया कि  श्री संघ के साधारण रूप में लक्ष्मी की भक्ति का अर्थ हैं तीर्थ और तीर्थंकर की भक्ति। अभयदेवसूरी ने कहा कि जिनशासन की जाहो जलाली में निमित्त हैं एहम कारण साधारण खाता। श्री संघ के

आत्मा को क्रोध ही ज्यादा दूषित करता है :- मुनि जीतचन्द्रविजय

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श्री मोहनखेड़ा तीर्थ में पर्व पर्युषण आराधना राजगढ़ (धार) 24 अगस्त 2022 श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वेतांबर पेढी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ के तत्वाधान में पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व की शुरुआत आज बुधवार को हुई। दादा गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पाट परम्परा के अष्ठम पट्टधर गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्री विजय ऋषभचन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. के शिष्यरत्न मुनिराज जीतचन्द्र विजयजी म.सा. ने अष्टान्हिका प्रवचन में कहा कि क्रोध, मान, माया, लोभ के चक्कर में व्यक्ति पुरे वर्ष कषायों के साथ अपना जीवन जीता है। आत्मा को क्रोध ही ज्यादा दूषित करता है।  पर्युषण प्रवचनमाला में उन्होंने कहा कि पर्युषण महापर्व के इन आठ दिनों में मानव मात्र को इन कषायों से दूर रहकर धर्म, ध्यान, तप, जप, पूजा, अर्चना करने का शास्त्रों में विधान बताया है। हम इन कषायों से पर्व के सिर्फ आठ दिन दूर ना रहे बल्कि हमेशा दूर रहने का प्रयास करें क्योंकि अन्ते मति सो गति यानि मनुष्य के जीवन में अन्त समय में जिस प्रकार की मति होगी उसी प्रकार उस जीव की गति हो जाती है। अतः हमें हमारी मति को हमेशा सही दिशा की और आगे बढ़ा

जीवन बनाये सफल पर्युषण के पल :- रजतचंद्र विजयजी

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पर्व शिरोमणि हैँ  पर्व पर्युषण महाड़ :- जैन जगत में पर्युषण महापर्व का बहुत ही महत्व है। मंत्र शिरोमणी नवकार,तीर्थ शिरोमणी शत्रुंजय, ग्रंथ शिरोमणी कल्पसूत्र है, वैसे ही पर्व शिरोमणी पर्वाधिराज श्री पर्युषण महापर्व है। पुण्य की बढो़ती,कर्म की कटोती,मानव जीवन की उन्नति,आत्मा की सदगती पर्व से संभव है। इस पर्व का प्राण हे जयणा ओर क्षमा,इन दो तत्वों के आस-पास ही पर्युषण पर्व की सभी आराधनाएं जुड़ी होती है । कभी धर्म न करने वाला जीव भी पर्युषण में धर्म करता है, मंदिर न जाने वाला जाता है, पूजा न करने वाला पूजा करता है, प्रवचन प्रतिक्रमण से दूरी बनाने वाला प्रवचनसभा आदि में दिखाई देता है।  उन्होंने कहा कि ऐसे ही तप-जप-भक्ति कभी न करने वाला पर्वाधिराज में सभी अनुष्ठान अवश्य करता है,जो ना करे उसी भी करने चाहिये। यदि गांव में म.सा.का योग न हो तो कहीं अन्य गांव या तीर्थ मे भी धर्माराधना अवश्य करनी होती है। खाली बैठकर साल बिगाड़ना नहीं चाहिए। वार्षिक संवत्सरी पर्व पर राग द्वेष मान सम्मान ईर्षा की सफाई कर दीपोत्सव की तरह ज्ञान का दीप प्रकट कर पर्वोत्सव मनाये। जिनसे मन मुटाव हो गये हो उनसे वेर दूर करना

महाड़ में सिद्धितप के तपस्वीयों का हुआ बहुमान

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काया कंचन व आत्मा उज्जवल बनाये वह तप है :- रजतचंद्र विजयजी म.सा मुंबई :- परोपकार सम्राट आचार्य प्रवर श्री विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के सुशिष्य प्रवचनदक्ष मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा., मंगलचंद्र विजयजी म.सा.की पावन निश्रा में सिद्धितप के 3 तपस्वीयों का बहुमान किया गया।धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री ने कहा कि तपस्वी तप करके भव की परंपरा को कम करते हैं।  तपस्वी अभिनंदन समारोह में तप का महत्व बताते हुऐ मुनिश्री ने कहा कि 'त' से तत्काल, 'प' से पवित्र, जो तत्काल पवित्र बनाये वह तप है। दापोली निवासी नेहा पोखरना,शिल्पाबेन बंबकी,कु.खुशी बंबकी तीनों तपस्वी के सिद्धितप की पूर्णाहुति पर चातुर्मास समिति अध्यक्ष अशोक शाह, श्रीसंघ अध्यक्ष दिलीप सुकलेचा, सेकटरी प्रवीण कटारिया ने शाल श्रीफल माला से बहुमान किया। इसके पूर्व मुनिश्री ने तपस्वी को जप माला एवं प्रभु प्रतिमा प्रदान की।  सभी तपस्वीयों ने मुनिश्री से वासक्षेप आशीर्वाद प्राप्त किया व गुरु पूजन किया। मुनिश्री के यशस्वी चातुर्मास से पुरा कोंकण महक उठा हैं। दापोली के चेतन जैन एवं अनिता बेन ने स्तवन गाया। महिलाओं ने

महाड़ में पर्व पर्युषण की आराधना

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100 वर्ष में पहलीबार गुरु निश्रा में पर्युषण पर्व को वधायें महाड़ :- श्री वासुपूज्य स्वामी भगवान के सानिध्य में व विश्व वंदनीय परम पूज्य आचार्य श्री विजय राजेंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के दिव्य आशीर्वाद से 100 वर्ष में पहलीबार गुरु भगवंतों की निश्रा में हो रहे पर्व पर्युषण आराधना को लेकर संघ में जबरदस्त उत्साह है। श्री सकल जैन संघ के तत्वावधान मे सर्व प्रथमबार श्री पर्युषण महापर्व की आराधना 24 अगस्त से 31 अगस्त तक श्री मोहनखेड़ा तीर्थ विकासक,परोपकार सम्राट, आचार्य श्री विजय ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा. के  शिष्य प्रखर प्रवचनकार मुनिश्री रजतचंद्र विजयजी, मुनि मंगलचन्द्र विजयजी आदि ठाणा की निश्रा में कल से शुरू होंगे। रजतचंद्र विजयजी ने बताया कि प्रतिदिन पर्व में स्नात्र पूजन दोनों समय प्रवचन, दोनों समय प्रतिक्रमण, पौषध आराधना सामुहिक सामायिक,प्रभुजी की मनोहारी अंगरचना व संगीतकारों द्वारा परमात्मा की भक्तिभावना ,जयणा का दर्शन कराने वाली प्रभावनायें, 14 स्वप्न प्रभु जन्मोत्सव , प्रश्न मंच, संवत्सरी महापर्व,सामुहिक क्षमापना आदि दिव्य अनुष्ठान होंगे।कार्यक्रम RVgroupIndia YouTube channel पर लाइव आयेगा

पर्युषण महापर्व के दौरान मध्यप्रदेश मेंबूचड़खानों व मांस के खरीदने-बेचने पर प्रतिबंध लगाएँ

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  सीएम से जैन संत की माँग  मुख्यमंत्री चौहान को पत्र भेजकर माँग की पुना :-  डॉ. पुष्पेन्द्र ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर जैन समुदाय के पर्युषण महापर्व की अवधि के दौरान बूचड़खानों के संचालन और मांस, मछली के क्रय-विक्रय पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति अहिंसा प्रधान संस्कृति है। अहिंसा की इस महान संस्कृति को अल्पसंख्यक वर्ग का जैन समुदाय व्यापक रुप से पल्लवित करता है। जैन धर्म प्राणिमात्र के प्रति करुणा का उपदेश देता रहा है।  ज्ञातव्य है कि श्रमण डा. पुष्पेंद्र ने आज़ प्रातःकाल मुख्यमंत्री को पत्र उनके अधिकारिक ई-मेल पर भेजा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पर्युषण महापर्व 24 अगस्त से प्रारम्भ होंगे जो कि 31 अगस्त 2022 को संवत्सरी महापर्व के साथ संपन्न होंगे। उल्लेखनीय है कि जैन समुदाय में पर्युषण पर्व का विशेष महत्व है। देश-विदेश में पर्युषण पर्व तपस्या, अहिंसा और क्षमा की आराधना के साथ मनाया जाता है। श्रमण डॉ. पुष्पेन्द्र ने मुख्यमंत्री चौहान को भेजे पत्र में माँग की है कि अल्पसंख्यक वर्ग में सम्मिलित जैन समाज के पर्व  पर्युषण के

Inauguration of the IT Centre In Modern School

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School is 86 years Old Mumbai :- School is a temple of learning and The Modern School, has always strives to give its best in the field of education.The Modern School has a reputation of imparting 86 glorious years of education, thanks to the great visionaries Ramanbhai Vakil & Pushpaben Vakil, who inculcated timely changes in the institution to make it better than the best. Carring the legacy forward, School has set up an exclusive ‘IT Centre’, with the aim of enhancing skill development in students. The opening ceremony was  held on Sunday, and was done in presence of  well known actor of Gujarati theatre and films, Siddharth Randeria , who is also alumnus of this school

आईआरसीटीसी श्राद्धपक्ष में गया स्टेशन के लिए रवाना करेगा विशेष कोच

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कोल्हापुर से धनबाद ट्रेन में लगेगा कोच जबलपुर : - श्राद्धपक्ष में गया पिंडदान के लिए जाने वाले धर्मावलंबियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन संख्या 11045/11046 में एक विशेष कोच लगाया जा रहा है। यह कोच आईआरसीटीसी क्षेत्रीय कार्यालय, भोपाल द्वारा गया पिंडदान यात्रा हेतु 10 सितम्बर को छत्रपति शाहू महाराज टर्मिनस कोल्हापुर से धनबाद ट्रेन में लगाया जाएगा। इस कोच के लगने से यात्रियों को गया एवं बोधगया का भ्रमण करने में सहूलियत होगी। यात्रिगण श्राद्धपक्ष में पिंडदान करने का लाभ उठा सकते है। श्राद्धपक्ष मे गया का धार्मिक महत्व गया का धार्मिक महत्व है और ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष मे गया तीर्थ जाकर पितरों का श्राद्ध-तर्पण करके पितृऋण से मुक्ति पा सकते हैं। ऐसी मान्यता है की गया में भगवान राम ने माता सीता संग यहां पर अपने पिता राजा दशरथ का पिंडदान किया था। इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश के तीर्थ यात्रियों के लिए इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन लिमिटेड (आईआरसीटीसी) द्वारा विशेष कोच का संचालन किया जा रहा है। जो दिनांक 10.09.2022 को पश्चिम मध्य रेलवे के इटारसी स्टेशन से

कपड़ा समिति अपना 58वां स्थापना दिवस मना रही है

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 कपड़ा समिति अपना 58वां स्थापना दिवस मना रही है भारत के अद्वितीय वस्त्रों को प्रदर्शित करने वाला एक फैशन शो होगा। नई दिल्ली :- कपड़ा मंत्रालय, भारत सरकार की कपड़ा समिति, आज (अर्थात 22 अगस्त, 2022) अपना 58वां स्थापना दिवस मना रही है। केन्‍द्रीय सचिव (वस्त्र) और कपड़ा समिति के अध्यक्ष  यू.पी. सिंह, मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। कपड़ा आयुक्त और कपड़ा समिति की उपाध्यक्ष रूप राशि सभा को विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करेंगी। कोटक एंड कंपनी के अध्यक्ष सुरेश कोटक कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के सीएमडी डॉ. प्रदीप कुमार अग्रवाल;  वीनस सेफ्टी एंड हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई के संस्थापक और एमडी महेश कुदव; एनएबीसीबी के पूर्व सीईओ अनिल जौहरी; और फैशन उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाली मेहर कैस्टेलिनो मिस्त्री भी विशेष अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित होंगी। इस अवसर पर कपड़ा समिति के सचिव और सीईओ  अजीत बी. चव्हाण गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करेंगे। उद्घाटन समारोह में "इम्‍पेरेटिव्‍स एंड वे फॉरवर्ड फॉर द इंडियन टेक्‍सटाइल सेक्‍टर एंड रोल ऑफ द टेक्‍सटाइल कमेटी" वि

देवास जिले में बाँस से समृद्धि की ओर बढ़ता किसान

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एक हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में किया बाँस-रोपण ‘’एक जिला-एक उत्‍पाद’’ :- "एक जिला-एक उत्पाद" में मध्यप्रदेश के देवास जिले में कृषकों को प्रेरित कर एक हजार एकड़ से अधिक क्षेत्र में कटंग बाँस का रोपण किया गया है। मनरेगा से वन क्षेत्रों में बाँस रोप कर 46 महिला स्व-सहायता समूहों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। बाँस रोपण के लिए किसानों को प्रेरित करने एवं स्व-सहायता समूह के लिए अनुदान की योजना भी लाई गई है, जिससे अधिक से अधिक किसान कम लागत में इससे जुड़ सके और अपनी आय बढ़ा सकें। किसानों के लिए योजना :-  मध्‍यप्रदेश राज्य बाँस मिशन द्वारा बाँस के एक पौधे की खरीदी से लेकर बाँस लगाई एवं उसके बड़े होने तक सुरक्षा सहित 240 रूपये की लागत का अनुमान लगाया गया है। किसान द्वारा अपनी निजी भूमि पर बाँस रोपण करने पर कुल लागत का 50 प्रतिशत यानि 120 रूपये प्रति पौधा किसानों को अनुदान (सब्सिडी) के रूप में दिया जाएगा। देवास जिले में विकासखण्‍ड देवास, सोनकच्छ, टोंकखुर्द, बागली, कन्‍नौद और खातेगाँव के 448 किसानों ने 541 हेक्‍टेयर भूमि पर 2 लाख 16 हजार 281 बाँस का रोपण किया है। स्व-सहायता समूह के

संगीता तल्लेरा का काव्य संग्रह 'पंखी' पुरस्कृत

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  संगीता तल्लेरा का काव्य संग्रह 'पंखी' पुरस्कृत साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद की घोषणा   उज्जैन :-  साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के वर्ष 2021 के पुरस्कारों की घोषणा की। काव्य लेखिका संगीता तल्लेरा उज्जैन की प्रथम काव्य कृति पंख का चयन पुरस्कार के लिए किया गया। प्रत्येक वर्ष मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग भोपाल के नवोदित लेखकों की प्रथम के प्रकाशनार्थ 40 श्रेष्ठ पांडुलिपि को पुरस्कार देता है ।  पांडुलिपि रुपए 20000 प्रकाशन सहायता राशि प्रदान की जाती हैं। संगीता तल्लेरा की 100 कविताओ संग्रह मन पंखी में है। उनकी विशेषता है कि हर घटना को कविता के माध्यम से प्रस्तुत कर देती हैं। अपने कविता संग्रह मे मौसम, पक्षी, पेड़, पौधे, प्रकृति एवं इंसान के बदलते व्यवहार को काव्य के माध्यम से दर्शाए हैं। उनकी कविताओं का माध्य अंतरात्मा के विचारों का प्रतिबिंब नजर आता है। इसलिए कवि जीवटता लिए हुए सजीव होती हैं । कविता के माध्यम से प्रत्यक्ष दृश्य चित्रण कर देती हैं, उनकी कविताओं का विषय सामाजिक होता हैं। उनकी प्रथम पांडुलिपि मन पंखी शीघ्र ही पुस्तक के रूप में उपलब्ध होने व

यात्रियों की मांग पर रामायण यात्रा 24 अगस्त को फिर से रवाना होगी।

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                                                                              एक नए रूप मे दोबारा चलायी जाएगी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन जबलपुर :- जून माह मे श्री रामायण यात्रा के लिए चलायी गई पर्यटक ट्रेन की लोकप्रियता को देखते हुए आईआरसीटीसी इस टूर का संचालन एक बार फिर से करने जा रही है। पर्यटक ट्रेन जनकपुर, नेपाल तक दोबारा ले जाई जाएगी।  यात्रा को और अधिक सुगम बनाने के लिए अयोध्या और वाराणसी में एक रात्रि का विश्राम जोड़ा गया है। रामायण यात्रा अब 18 दिनों की बजाय 20 दिनों मे पूरी की जाएगी।  24 अगस्त को दिल्ली सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 20 दिनों के टूर पर रवाना होगी ‘भारत गौरव’ एसी पर्यटक ट्रेन। ट्रेन में एसी तृतीय श्रेणी के कुल 10 कोच यात्रियों के लिए होंगे जिसमें कुल 600 यात्री यात्रा कर सकेंगे।   भारत गौरव ट्रेन की इस यात्रा के लिए, आईआरसीटीसी द्वारा यात्रियों को बुकिंग पर 15 % का डिस्काउंट भी दिया जाएगा।  इस पर्यटक ट्रेन में पैन्ट्री कोच की सुविधा होगी, जिससे पर्यटकों को शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। साथ ही इन्फोटेन्मेंट सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा, सिक्युरिटी गार्ड इत्यादि की व्यवस्था भी उपलब्ध

श्री त्रिस्तुतिक संघ की चातुर्मास सूची

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  (चातुर्मास सूची / 2022) झाबुआ :- सौधर्म बृहत्तपोगच्छीय विश्व पूज्य आचार्य गुरुदेव श्री विजय राजेन्द्र सूरीश्वरजी महाराजा के प्रशिष्य युगप्रभावक पुण्यसम्राट गुरुदेव श्री विजय जयन्तसेन सूरीश्वरजी महाराजा के पट्टधर द्वय गच्छाधिपति श्री विजय नित्यसेन सूरीश्वरजी म.सा,  आचार्य भगवंत श्री विजय जयरत्न सूरीश्वरजी म.सा एवं आज्ञानुवर्ती श्रमण श्रमणी भगवंतो की चातुर्मास सूची।                                 (ब्रजेश बोहरा द्वारा)  ---------------------------------------- (1) झाबुआ (मध्यप्रदेश) 1- गच्छाधिपति आचार्य देव श्री विजय नित्यसेनसूरिश्वरजी म.सा. 2- वरिष्ठ मुनिराज श्री वीररत्न विजयजी म.सा 3- मुनिराज श्री चारित्ररत्न विजयजी म.सा. 4- मुनिराज श्री प्रशमसेन विजयजी म.सा. 5- मुनिराज श्री निपुणरत्न विजयजी म.सा 6- मुनिराज श्री तारकरत्न विजयजी म.सा. 7- मुनिराज श्री प्रत्यक्षरत्न विजयजी म.सा 8- मुनिराज श्री पवित्ररत्न विजयजी म.सा 9- मुनिराज श्री निक्षेपरत्न विजय जी म.सा 10- मुनिराज श्री नेमीषरत्न विजयजी म.सा 11-  मुनिराज श्री निर्भयरत्न विजयजी म.सा. 12- मुनिराज श्री साध्यरत्न विजयजी म.सा 13- मुनिराज