साध्वी ज्योतिष प्रभाश्रीजी का निधन
59 वर्ष का था दीक्षा पर्याय,गिरनार नववाणु यात्रा का सफल आयोजन
मांडवी (कच्छ) :- परम पूज्य अचलगच्छाधिपति आचार्य श्री गुणसागर सूरीश्वरजी म.सा.के हाथों 59 वर्ष पूर्व दीक्षित व परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य श्री गुणोदयसागर सूरीश्वरजी म.सा.के सानिध्य में शासन प्रभावना करते हुए 72 जिनालय में स्थिरवास करनेवाली गच्छाधिपति आचार्य श्री कलाप्रभ सागर सूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तीनी परम पूज्य साध्वीजी श्री ज्योतिष प्रभाश्रीजी म.सा. का शुक्रवार को रात 9.09 को नवकार का स्मरण करते हुए निधन हो गया। वे 90 वर्ष की थी।
ज्ञात हो साध्वी पिछले 10 दिनों से ही उपवास कर रही थी।उनका अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर2.30बजे आचार्य श्री कवींद्र सागर सूरीश्वरजी म.सा.आदि ठाणा व साध्वी श्री वसंतप्रभाश्रीजी म.सा आदि ठाणा की निश्रा में श्री यशोधन वर्धमान 72 जिनालय ट्रस्ट व श्री आर्यकल्याण जैन चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में हुआ।
ज्ञात हो श्री गिरनार महातीर्थ की यात्रा शुरू करते समय पांच सीढ़ी चढ़ते ही नेमिनाथ दादा और अंबिका देवी की डेरी का निर्माण और जीर्णोद्धार करवाने वाली व 32 साल पहले गिरनार की नववाणु (99) यात्रा का सफल आयोजन आपकी निश्रा व प्रेरणा से हुआ था।
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