मानसून की दस्तक, प्रशासन को खुली पोल

निचले इलाकों में भरा पानी, रहिवासी हुए परेशान



मीरा-भाईंदर :- 
बुधवार को हुई बरसात ने मीरा-भाईंदर मनपा प्रशासन की पोल खोल दी। शहर की सड़कों पर पानी मे डूब गयी और अधूरे गटर की सफाई के कारण जगह-जगह पर पानी का जमाव हो गया। निचले इलाकों का हाल तो और भी बुरा था। कुछ जगहों पर पानी के जमाव के कारण शार्ट-सर्किट की भी सूचना मिली। अच्छी बात यह रही कि किसी प्रकार की दुर्घटना नही हुई।

गटरों की अधूरी सफाई के कारण भरा पानी

मीरा-रोड के प्लेसेंट पार्क, मुंशी कंपाउंड, कृष्ण स्थल और आसपास के गटरों की अधूरी सफाई का परिणाम बुधवार की बरसात में देखने को मिला। स्थानीय रहिवासी और समाज सेवक दिलीप भाबड कहते है कि इस परिसर की सड़कों पर गलियों में 1 फीट तक पानी भर गया था। उनकी माने तो गटर साफ करने वाले ठेकेदार ने अपना काम सही तरीके से नही किया है जिसके परिणामस्वरूप पहली ही बरसात में यह हाल हो गया।

गटरों का कीचड़ सड़को पर फैला 

गटरों की सफाई के बाद ठेकेदार ने कीचड़ को सड़कों पर ही छोड़ दिया था। बुधवार की बरसात में सड़को पर रखा हुआ कीचड़ सड़को पर फैल गया। कीचड़ के फैलने से पूरी सड़के गंदी हो गयी। काशीनगर के स्थानीय निवासी राजू उपाध्याय बताते है कि हर साल ठेकेदार कीचड़ को ऐसे ही सड़को पर छोड़ कर चला जाता है जिससे बरसात के बाद गंदगी फैलती है।

24 घंटे में ही दावों की खुली पोल

24 घंटे पूर्व ही आयुत्त दिलीप ढोले और महापौर ज्योत्स्ना हसनाले ने गटरों की सफाई का जायजा लिया था। आयुत्त ने दावा किया था कि इस बार बरसात में जलजमाव नही होगा। लेकिन दावे के 24 घंटे में ही मनपा प्रशासन की पोल खुल गयी।








टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

श्रमण संघीय साधु साध्वियों की चातुर्मास सूची वर्ष 2024

पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य।

तपोवन विद्यालय की हिमांशी दुग्गर प्रथम