शिवसेना नगरसेविका के प्रयत्नों से मां को मिली बच्ची
व्हाट्सएप का लिया सहारा
विनोद मिश्र / भायंदर
भायंदर पश्चिम उत्तन परिसर की शिवसेना नगरसेविका शर्मिला अजित गंडोली के प्रयत्नों से एक मां को उसकी खोई बच्ची चंद घन्टो में ही मिल गई। बच्ची को मां तक पहुंचाने में सोशल मीडिया के व्हाट्सएप की भी अहम भूमिका रही। उत्तन के स्थानीय रहिवासी अजित ने बताया कि ग्रेस ग्रेडण भंडारी नामकी ९ वर्षीया लड़की अपने मां के साथ उत्तन नाका पर एक दवाखाना में आई थी। दवाखाना के बाहर मनपा परिवहन की बस में ग्रेस ने अपनी मौसी की लड़की को देखा, उसे लगा की वह कहीं घूमने जा रही है। ग्रेस उसके पास जाने के लिए बस की तरफ बढ़ी, तभी बस वहां से चल दी। ग्रेस बस के पीछे दौड़ते दौड़ते करीब डेढ़ किलोमीटर दूर भूत बंगले के पास पहुंच गई। वहां से दो रास्ता हो जाने के कारण ग्रेस को नही समझ मे आया कि बस किस दिशा में गई। ग्रेस गोराई की तरफ जाने वाली सड़क पर आगे बढ़ी लेकिन सुनसान सड़क देख कर वह डर के रोने लगी। तभी वहां से गुजर रहे उत्तन सागरी थाने के एक पुलिसकर्मी ने उसे उत्तन सागरी पुलिस थाने लाकर पूछताछ की तो, ग्रेस कुछ भी नही बता पा रही थी। तब पुलिस ने ग्रेस का फोटो निकाल कर स्थानीय शिवसेना नगरसेविका शर्मिला गंडोली को भेज कर सारी बात बताई। शर्मिला ने तुरंत अपने परिसर के सभी व्हाट्सएप ग्रुप में उस लड़की की फोटो वायरल कर उसके मां की खोज शुरू की। तब पता चला की ग्रेस उत्तन के पातान बंदर की रहने वाली है, फिर उसे उसकी मां के पास पहुंचा दिया गया। शर्मिला ने इस कार्य के लिए उत्तन सागरी पुलिस का भी आभार व्यक्त किया।
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