बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया को आसान बनाने 'घर के पास' टीकाकरण केंद्र को अनुमति
हजारों वृद्ध लोगों को सहायता प्रदान कर रही है
एल्डर लाइन टोल फ्री नंबर 14567 :- रतनलाल कटारिया
नई दिल्ली :- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने कहा है कि सरकार ने बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए इन लोगों के 'घर के पास' टीकाकरण केंद्र स्थापित करने की अनुमति प्रदान की है। श्री कटारिया विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
श्री कटारिया ने महामारी के दौरान वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी। केंद्र सरकार ने अपनी बुजुर्ग जनसंख्या का जल्द से जल्द टीकाकरण कर उन्हें प्राथमिक श्रेणी बनाकर सुरक्षा प्रदान करने की पहल की है।
एल्डर लाइन टोल फ्री नंबर 14567 :- रतनलाल कटारिया
नई दिल्ली :- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने कहा है कि सरकार ने बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए इन लोगों के 'घर के पास' टीकाकरण केंद्र स्थापित करने की अनुमति प्रदान की है। श्री कटारिया विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
श्री कटारिया ने महामारी के दौरान वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी। केंद्र सरकार ने अपनी बुजुर्ग जनसंख्या का जल्द से जल्द टीकाकरण कर उन्हें प्राथमिक श्रेणी बनाकर सुरक्षा प्रदान करने की पहल की है।
इस दूरदर्शी नीति के परिणामस्वरूप, हमारी अधिकांश बुजुर्ग आबादी को वैक्सीन की पहली खुराक मिली है और वे खुद को कोविड-19 से बचाने में सक्षम हुए हैं।
श्री कटारिया ने एल्डर लाइन परियोजना के तहत प्रमुख राज्यों में हाल ही में शुरू किए गए राज्य-वार कॉल सेंटर (टोल फ्री नंबर-14567) की सफलता की गाथाओं पर प्रकाश डाला। मौजूदा कोविड महामारी के दौरान यह हेल्पलाइन जबरदस्त ढंग से काम कर रही है। उदाहरण के लिए कासगंज जिले में 70 वर्ष की भूखी, बेघर, बुजुर्ग महिला को हेल्पलाइन के माध्यम से वृद्धाश्रम की सुविधा प्रदान की गई। 'एल्डर लाइन' ने चंदौसी बस स्टैंड पर पिछले डेढ़ महीने से फंसे एक 70 वर्षीय पूर्व फाइटर को उसके घर पहुंचाने में मदद की। मंत्री ने खुलासा किया कि 'एल्डर लाइन' हजारों बुजुर्गों को सहायता प्रदान कर रही है।
श्री कटारिया ने बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से महामारी के दौरान पारिवारिक ढांचे और बंधन की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी ने आज अकेले बुजुर्गों की पूर्ण वास्तविकता को चित्रित किया है। उन्हें अपने आसपास रहने वाले लोगों, स्थानीय समुदाय की सेवा भावना या आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले खुदरा सेवा प्रदाताओं पर निर्भर रहना पड़ता है। इसकी अनुपस्थिति में, वे अपनी ज़रूरत की वस्तुओं को खरीदने के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर होंगे, जिससे उनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ सकता है।
अंत में उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि परिवार के प्रत्येक सदस्य विशेषकर बुजुर्गों को जल्द से जल्द टीका लगवाएं और सभी से आग्रह किया कि वे बुजुर्ग रिश्तेदारों और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं।
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस (डब्ल्यूईएएडी) प्रत्येक वर्ष 15 जून को मनाया जाता है। इंटरनेशनल नेटवर्क फॉर द प्रिवेंशन ऑफ एल्डर एब्यूज (आईएनपीईए) के अनुरोध के बाद, इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2011 में अपने संकल्प 66/127 के तहत आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई थी।
श्री कटारिया ने एल्डर लाइन परियोजना के तहत प्रमुख राज्यों में हाल ही में शुरू किए गए राज्य-वार कॉल सेंटर (टोल फ्री नंबर-14567) की सफलता की गाथाओं पर प्रकाश डाला। मौजूदा कोविड महामारी के दौरान यह हेल्पलाइन जबरदस्त ढंग से काम कर रही है। उदाहरण के लिए कासगंज जिले में 70 वर्ष की भूखी, बेघर, बुजुर्ग महिला को हेल्पलाइन के माध्यम से वृद्धाश्रम की सुविधा प्रदान की गई। 'एल्डर लाइन' ने चंदौसी बस स्टैंड पर पिछले डेढ़ महीने से फंसे एक 70 वर्षीय पूर्व फाइटर को उसके घर पहुंचाने में मदद की। मंत्री ने खुलासा किया कि 'एल्डर लाइन' हजारों बुजुर्गों को सहायता प्रदान कर रही है।
श्री कटारिया ने बुजुर्गों के लिए विशेष रूप से महामारी के दौरान पारिवारिक ढांचे और बंधन की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी ने आज अकेले बुजुर्गों की पूर्ण वास्तविकता को चित्रित किया है। उन्हें अपने आसपास रहने वाले लोगों, स्थानीय समुदाय की सेवा भावना या आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले खुदरा सेवा प्रदाताओं पर निर्भर रहना पड़ता है। इसकी अनुपस्थिति में, वे अपनी ज़रूरत की वस्तुओं को खरीदने के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर होंगे, जिससे उनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ सकता है।
अंत में उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि परिवार के प्रत्येक सदस्य विशेषकर बुजुर्गों को जल्द से जल्द टीका लगवाएं और सभी से आग्रह किया कि वे बुजुर्ग रिश्तेदारों और जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं।
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस (डब्ल्यूईएएडी) प्रत्येक वर्ष 15 जून को मनाया जाता है। इंटरनेशनल नेटवर्क फॉर द प्रिवेंशन ऑफ एल्डर एब्यूज (आईएनपीईए) के अनुरोध के बाद, इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2011 में अपने संकल्प 66/127 के तहत आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई थी।
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