विशुद्ध स्वाध्याय दीर्धा हेतु निशुल्क ग्रंथ प्रदान किए जाएंगे
अनुपम योजना का लाभ ले समाज
इंदौर :- पर्यूषण पर्व के अवसर पर श्रमण आचार्य चर्या शिरोमणि श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के देशना ग्रंथों की स्वाध्याय दीर्घा बनाने हेतु ग्रंथ निशुल्क उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया है। आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज के देशना ग्रंथों का प्रकाशन करने वाले आजाद जैन,अशोक खासगीवाला ,मनीष जैन, टीके वेद, इंदौर ने बताया कि आचार्य श्री के ग्रंथों को जो भी मंदिर मैं स्वाध्याय हेतु स्थापित करना चाहे उन्हें 100 से अधिक ग्रंथों का सेट निशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि इसके लिए मंदिर कमिटी को एक पुस्तक अलमारी मंदिर में उपलब्ध करवाना होगी।टी के वेद ने बताया कि यदि मंदिर में अलमारी की व्यवस्था ना हो तो वह अलमारी व ग्रंथ दोनों मंदिर में स्वाध्याय हेतु उपलब्ध कराएंगे ।इस कार्य के लिए टीके वेद से मोबाइल नंबर 9425154777 पर सिर्फ व्हाट्सएप मेसेज से संपर्क किया जा सकता हैं। जो भी मंदिर ग्रन्थ मंगाएं वे अवगत कराएं कि इंदौर से कौन सा ट्रांसपोर्ट व ट्रेवल्स उनके शहर में आता हैं।उल्लेखनीय है कि निशुल्क विशुद्ध स्वाध्याय दीर्धा स्थापित करना बहुत ही पुण्य का कार्य हैं।
आचार्य विशुद्ध सागर जी के प्रवचनो को पूरा देश बड़े आदर के साथ सुनता है ,उनके प्रवचन व व्याख्या शैली आम अत्यंत लोकप्रिय हैं। इन ग्रंथों में उन्हीं की भाषा में किए गए मार्मिक तात्विक व आध्यात्मिक प्रवचनो को देशना ग्रंथों में समाहित किया गया है ।इस योजना का अनेक स्वाध्याय प्रेमियों व आध्यात्मिक जनों ने स्वागत किया है।वेद ने बताया है कि पर्यूषण पर्व के 30 दिनों तक यह योजना जारी रहेगी। इस हेतु मंदिर कमेटी अपना पत्र व संपर्क कर सकती है ।
राजेंद्र महावीर सनावद
9407492577
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