औधोगिक क्षेत्रों में बढ़ता नशे का कारोबार चिंताजनक

बोईसर यूथ फाउंडेशन ने की कार्रवाई की मांग

रेशमा रावल

पालघर :-  भारत विश्व में सबसे युवा आबादी वाला देश है। युवा, जो किसी भी देश की प्रगति के लिए सबसे महत्वपूर्ण है और इसी युवा शक्ति के बलबूते पर भारत दुनिया की “आर्थिक महाशक्ति” बनना चाहता हैं, पर जिस युवा पीढ़ी के बल पर भारत विकास के पथ पर प्रगतिशील होने का दंभ भर रहा है, क्या वो युवा पीढ़ी सच मे भारत को आर्थिक महाशक्ति बना सकती है? सच्चाई ये है कि आज के युवा नशे की दलदल में धसते जा रहे है। युवाओं में नशा अब इस कदर हावी हो गया है कि अब वो मौजमस्ती का सामान नहीं अपितु आवश्यकता बनती जा रहा है।

पालघर,बोईसर और तारापुर औद्योगिक क्षेत्रों में मजदूर वर्ग और स्कूली युवाओं के पास चरस और गांजा जैसी नशीले पदार्थ पाए गए हैं, जिससे अपराध में तेजी से वृद्धि हुई है। बोईसर यूथ फाउंडेशन ने इलाके में सक्रिय कई ड्रग्स और गिरोह के खिलाफ स्थायी कार्रवाई की मांग करते हुए  पुलिस अधीक्षक और बोईसर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।

औद्योगिक कॉलोनियों के कारण पालघर, बोईसर और तारापुर क्षेत्रों के तेजी से शहरीकरण के कारण, कुल आबादी लगभग आठ लाख घरों तक पहुंच गई है।  पालघर, बोइसर शहर में आवासीय भवनों और झुग्गीझोपड़ी में औद्योगिक भवनों के श्रमिक वर्ग के लाखों लोग रहते हैं और यहा तेजी से विकास के साथ-साथ अवैध कारोबार भी बड़े पैमाने पर हो रहा है।

सूत्रों के अनुसार मजदूर वर्ग के साथ-साथ स्कूल-कॉलेजों में पढ़ने वाली युवा पीढ़ी भी नशीले पदार्थों की लत के साथ-साथ नशा के लिए दवा की दुकानों में उपलब्ध कोरेक्स जैसे सिरप का सेवन कर रहे हैं।

ड्रग्स खरीदने के लिए किया जाता है कोड का उपयोग। बोईसर के पालघर में दांडीपाड़ा, अवध नगर, धोडीपूजा, धनानी नगर, भैय्या पाड़ा, सालवाड़ शिवाजीनगर और गांधीनगर सहित आसपास के स्लम इलाकों में भांग, गांजा, गांव में शराब के ठिकाने और रेस्टोरेंट के बाहर पान की टपरी पर 'म्याऊ म्याऊ', 'एलएसडी', 'एमडीएमए' जैसे ड्रग्स बेचे जा रहे हैं और इसेखरीदनेके लिए उपभोक्ताओं द्वारा पासवर्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है।

पालघर सहित परिसर के झुग्गी झोपड़ी वाले इलाकों में भांग, एमडी व अन्य नशीले पदार्थ खुलेआम बिक रहे हैं, जिससे युवक व उनके परिवार टूटने के कगार पर हैं।बहरहाल, हम पुलिस प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि नशा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए,  युवा फाउंडेशन के  महासचिव राजेश करवीर ने कहा कि उनकी संस्था इसके खिलाफ अभियान चलाएगी।

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