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Deeppak Jain
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वायु सेना प्रमुख राष्ट्रपति से मिले
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नई दिल्ली :- वायु सेना प्रमुख,एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने दिए जैनों को 9 संकल्प - JITO के ऐतिहासिक आयोजन के लिए प्रधानमंत्री ने की प्रशंसा नवकार महामंत्र सिर्फ मंत्र नहीं है। ये हमारी आस्था का केंद्र है।हमारे जीवन का मूल स्वर... और इसका महत्व सिर्फ आध्यात्मिक नहीं है। ये स्वयं से लेकर समाज तक सबको राह दिखाता है नई दिल्ली : - नवकार महामंत्र केवल जाप नही यह जीवन को दिशा देनेवाला मंत्र हैं।आज नवकार मंत्र के जाप में उपस्थित रहकर एक अद्भुत अनुभूति का एहसास हो हैं।शब्दों से परे व सोच से भी परे नवकार महामंत्र अभी भी मन मस्तिष्क में गूंज रहा हैं।एक स्वर,एक ऊर्जा,न कोई उतार,कोई चढ़ाव मात्र स्थिरता, एक ऐसी चेतना एक जैसा प्रकाश भीतर ही भीतर में नवकार महामंत्र की इस आध्यात्मिक शक्ति को अब भी अपने भीतर अनुभव कर रहा हूं। उपरोक्त विचार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (JITO) द्वारा जीवमात्र के कल्याण हेतु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित नवकार महामंत्र दिवस को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।मोदी ने कहा यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि चारों समुदाय इस महायज्ञ में दुनियाभर से शामिल हुए हैं।उन्होंने...
_यह पांच कर्तव्य की पर्वाधिराज के 8 दिनों के दौरान अवश्य आराधना करनी चाहिए। पर्युषण महापर्व के प्रथम पांच कर्तव्य। आचार्य श्री यशोवर्मसूरि महाराजा ती र्थाधिराज है.. शत्रुंजय महातीर्थ। मंत्राधिराज है.. नवकार महामंत्र। पर्वाधिराज है.. पर्युषण महापर्व। देव भी देवलोक छोडकर नंदीश्वर द्वीप जाकर 8 दिन अष्टाह्निका महोत्सव करेंगे और परमात्मा की अपूर्व भक्ति करेंगे। प्रथम दिन के पांच कर्त्तव्यों को जाने व समझे।_ 1)पहला कर्तव्य - अमारि प्रवर्तन :- मतलब अहिंसा धर्म का पालन करना, इससे भी आगे.. कराना। राजा कुमारपाल.. अहिंसा चुस्त उपासकने अपने राज्य में कोई किसी को भी नही मार सकता.. जीव हिंसा नही कर सकता, अरे! ‘मारना’ शब्द भी कोई बोल नही सकता, ऐसा पूर्ण अहिंसा का-जीवदया का पालन 18 देशों मे कराया। तो क्या हम अपने देश में, गांव में या Society में अहिंसा का पालन नही करा सकते? अरे.. हमारा वर्तन तो अहिंसक बनाए, अपने घर में तो प्रवर्तन कराए।अपनी Factory में, व्यवसाय में भी हम प्रवर्तन कराए। शास्त्र में लिखा है, इन दिनों में पीसना, कुटना, धोना बंद करे। अभक्ष्य, अनंतकाय व रात्रिभोजन बंद करे। बिन ...
गुरु राजेन्द्रसूरी का अत्यंत प्रिय मंत्र सूरत:- विश्वपूज्य युगमहर्षि क्रियोद्धारक महापुरुष, श्री अभिधान राजेन्द्र कोष कर्ता, गुरुदेव प्रभु श्रीमद्विजय राजेन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. कृत क्रियोद्धार दिवस (आषाढ़ वदी 10, गुज.- ज्येष्ठ वदी 10) के उपलक्ष्य में..... सप्ताक्षरी मंत्र सवा लाख जाप अनुष्ठान का आयोजन किया गया हैं. टीम वीर गुरुदेव आयोजित यह अनुष्ठान युगप्रभावक गुरुदेव त्रिस्तुतिक संघ नायक जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. के पट्ट्धर गच्छाधिपति आचार्य श्री नित्यसेन सूरीश्वरजी म.सा. एवं परम पूज्य आचार्य श्री जयरत्न सूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञावर्ती मुनिराज श्री वैभवरत्न विजयजी म.सा.की प्रेरणा व आशीर्वाद से जापमंत्र - "ॐ ह्रीं श्रीं अर्हम् नमः" का आयोजन हो रहा हैं. 60 दिवसीय इस अनुष्ठान की शुरुवात 15 जून 2020, सोमवार से तथा इसका समापन 13 अगस्त 2020, गुरुवार को होगा. मुनिराज वैभवरत्न विजयजी म.सा. ने कहा की इस जाप को करने से अर्हम् नाद का असीम आनंद विश्वपूज्य गुरुदेव के अर्हम् प्रेम में डूबने का सौभाग्यशाली क्षण,अर्हम् ध्यान से हृदय निर्मलीक...
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