विश्वमैत्री व क्षमापना महोत्सव सामान्य व्यक्तियों के लिए मार्गदर्शक :-
भारत जैन महामंडल का कार्यक्रम
मुंबई :-विश्व के सभी धर्मों ने मानव को एक सूत्र में पिरोया है। जैन धर्म ने दुनिया को अहिंसा के संदेश के साथ क्षमा और मित्रता की शिक्षा भी दी।विश्वामैत्री और क्षमापना पर्व आम आदमी के लिए नैतिक मूल्यों के मार्ग पर चलने के लिए मार्गदर्शक है।विश्व में शांति और सद्भाव संतों के सानिध्य में ही संभव हैं।
उपरोक्त विचार राष्ट्र संत,आचार्य श्री चंद्राननसूरिश्वरजी म.सा.,आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य डॉ मुनि श्री अभिजीत कुमार,साध्वी वृंद श्री पुष्पलता श्रीजी आदि ठाणा के सानिध्य में 122 वर्ष पुरानी व सभी समुदायों का प्रतिनिधित्व करती संस्था भारत जैन महामण्डल द्वारा आयोजित विश्व मैत्री व क्षमापना समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोशियारी ने व्यक्त किये।अतिथि विशेष मुंबई भाजपा अध्यक्ष व विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा थे।इस अवसर पर मंडल की और से समाज में उल्लेखनीय योगदान के लिए उद्योगपति सुभाष रूणवाल,मोतीलाल ओसवाल, नाहर ग्रुप के सुखराज नाहर, सेलो ग्रुप के प्रदीप राठौड़ एवं पृथ्वीराज कोठारी को सम्मानित किया गया।
मंडल के अध्यक्ष राकेश मेहता ने संस्था के स्वर्णिम इतिहास का उल्लेख करते हुए बताया कि 122 वर्ष से कार्यरत यह संस्था सामाजिक एकता का एक अनूठा उदाहरण है, जिसे हमेशा देश के प्रसिद्ध हस्तियों ने अपना मंगल आशीर्वाद प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी महात्मा गांधी,राष्ट्रपति ज्ञानी जैलसिंह ,अटल बिहारी वाजपेयी, आदि ने भी उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई हैं।संस्था समाज में संगठन एवं एकता का अनूठा परिचय देते हुए समाज के उत्कृष्ट विकास की ओर हमेशा अग्रसर रही हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रसंत आचार्य चंद्रानन सागर सूरीश्वरजी म.सा.ने क्षमा को वीरों का आभूषण बताते हुए कहा कि यदि ह्वदय में क्षमा भाव धारण किया जाए तो सभी समस्याओं का हल निकाला जा सकता है। विश्व में अगर हर व्यक्ति क्षमा भाव के साथ कार्यरत हो तो हिंसा का यह तांडव समाप्त हो जाएगा।डॉ अभिजीत कुमार ने महावीर के सभी सिद्धांतों का उल्लेख करते हुए क्षमा को उत्कृष्ट बताते हुए कहा कि हर जीव क्षमा भाव से ही अपना कल्याण कर सकता है ।कार्यक्रम में राज्यपाल ने स्वानुभूति सौवीनियर का विमोचन किया।
इस अवसर पर विधायक गजेंद्र पाटनी, मंडल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के.सी जैन,घनश्याम मोदी ,सुरेंद्र कुमार दस्सानी,गणपत कोठारी, उत्तम शाह ,महेंद्र मेहता, किशोर खाबिया , प्रशांत झवेरी, धीरज कोठारी, धीरज छाजेड़ , बी• सी भालावत, ख्यालीलाल तातेड,चंद्राजी रुणवाल,निधि मेहता,विद्या उत्तम शाह, कोकिला झवेरी ,मुस्कान सेठ कलावंती कोठारी ,आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे ।कार्यक्रम का संचालन बाबूलाल बाफना ने किया।आभार मदन मुठलिया ने व्यक्त किया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ ।यू ट्यूब व ज़ूम पर सीधा प्रसारण किया गया, जिसमें बहुत बडी संख्या में लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई।
शताब्दी गौरव का विमोचन
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