गरीबों, असहायों तथा जरूरतमंदों की मदद करने में उन्हें असीम खुशी मिलती हैं:- सीए अमित अग्रवाल

व्यवसाय के साथ जनसेवा में भी सक्रीय 

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नी राजस्थान के रूप में देश-दुनिया में अपनी पहचान रखने वाले मीरा-भायंदर शहर में शुरूआती दौर से ही सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में अपना योगदान देने का सिलसिला जारी रखा है। अपने पूर्वजों की इस भामाशाही परंपरा को बनाए रखने के लिए इस समुदाय की युवापीढ़ी भी अपने पेशे तथा कारोबार की व्यस्तताओं के बावजूद समय निकाल कर तन-मन-धन से जरूरतमंदों की मदद तथा राजस्थानी संस्कृति को जीवंत बनाए रखने में अपनी सराहनीय भूमिका निभा रही है, जिनमें अपने कार्यों की बदौलत समूचे शहर में ख्यातिलब्ध मुकाम हासिल कर चुके हैं सीए अमित अग्रवाल। बी काम, एफसीए की डिग्री हासिल कर सीए अमित भरत अग्रवाल, अमित बी अग्रवाल एंड एसोसिएट्स चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की स्थापना कर अपने पेशे को पूरी ईमानदारी तथा लगन के साथ वर्ष 2012 से अंजाम दे रहे हैं। वे आईसीएआई के फेलो सदस्य हैं।

  सीए अमित अग्रवाल ने आईसीएआई काॅलेजों और स्कूलों के विभिन्न मंचों से प्रत्यक्ष कर,  संपूर्ण जीएसटी कानून को कवर करने वाले विविध मुद्दों पर व्याख्यान दिए हैं। वे वर्ष 2016-18 तक आईसीएआई के डब्लूआईआरसी के भायंदर सीपीई स्टडी सर्कल के उप संयोजक, वर्ष 2018-19 तक आईसीएआई के डब्लूआईआरसी के भायंदर सीपीई स्टडी सर्कल के संयोजक, वर्ष 2019-20 तक आईसीएआई के डब्लूआईआरसी की वसई शाखा के सचिव के तौर पर अपना अहम योगदान दे चुके हैं। वर्तमान 2020-22 की आईसीएआई की डब्लूआईआरसी की वसई शाखा समिति के तौर पर अपनी भूमिका पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। उन्हें विभिन्न समितियों के लिए आईसीएआई के डब्लूआईआरसी द्वारा सह चयनित सदस्य के रूप में भी मनोनीत किया गया है। 

चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के पेशे तथा इसके संगठन की जिम्मेदारियों में अति व्यस्तता के बावजूद सीए अमित अग्रवाल जीवदया तथा सामाजिक गतिविधियों को पूरी शिद्दत से निभा रहे हैं। कोरोना महामारी के चलते पिछले डेढ़ वर्षों तक लाॅकडाउन के मद्देनजर जब सबकुछ बंद था। लोग अपने घरों में रहने के लिए विवश थे, ऐसे दौर में उन्होंने जैसलपार्क चौपाटी कल्याण समिति के एक सक्रिय सदस्य के रूप में अबोल जीवों, कुत्ते - बिल्लियों के भोजन - पानी के प्रबंध में अहम भूमिका निभाई। जीवदया के लिए किए गए इस सराहनीय कार्यों के लिए पिछले दिनों महाराष्ट्र - गोवा के महामहिम राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी द्वारा "कोरोना सेनानी" पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वह भायंदर सीए सोशल ग्रुप के संस्थापक सदस्य हैं, जो शहर की सामाजिक गतिविधियों में अपना अहम योगदान दे रहा है। कोरोना संकटकाल में इस संस्था द्वारा जरूरतमंदों की मदद, चिकित्सकीय सहयोग के लिए मीरा-भायंदर की महापौर ज्योत्सना हसनाले ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। 

अग्रवाल जीणमाता के अनन्य भक्त हैं,साथ ही भारत विकास परिषद, जैसलपार्क चौपाटी कल्याण समिति समेत अनेक सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं से सक्रिय रूप से जुड़े रहते हुए अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। सीए अमित भरत अग्रवाल प्रतिष्ठित सामाजिक संस्था सक्षम फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं। यह संस्था तमाम सामाजिक, जनसेवी कार्यों के बलबूते मीरा-भायंदर में प्रतिष्ठित मुकाम हासिल कर चुकी है। जरूरतमंद परिवारों, गरीब विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए शैक्षणिक सामग्री, स्कूली फीस, कोरोना संकट के दौरान खाद्यान्न के पैकेट्स,मास्क,सैनिटायजर समेत अन्य जीवनावश्यक वस्तुओं का वितरण जरूरतमंदों को निरंतर किया गया है। वर्तमान में सीए अमित अग्रवाल के नेतृत्व में सक्षम फाउंडेशन की टीम शहर के अनाथ आश्रमों, शांति सेवा फाउंडेशन के सहयोग से जरूरतमंद स्ट्रीट लेबर तथा उनके परिवारों को जीवनावश्यक वस्तुएं, खाद्य सामग्री, चिकित्सकीय मदद मुहैया कराने के साथ ही इन परिवारों के बच्चों की के लिए शैक्षणिक सामग्री, कपड़े समेत अन्य जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराने में जुटी हुई है।

 सीए अमित अग्रवाल को, मैं भारत हूं संस्था द्वारा आयोजित "भारत को भारत ही बोला जाय" कार्यक्रम में पिछले दिनों उनके सामाजिक योगदान के लिए "मीरा-भायंदर रत्न" से विभूषित किया गया है। सीए अमित अग्रवाल कहते हैं कि जनसेवा के संस्कार उन्हें अपने पिता भरत अग्रवाल तथा पूर्वजों से विरासत में मिले हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों, असहायों तथा जरूरतमंदों की मदद करने में उन्हें असीम खुशी एवं शांति की अनुभूति होती है, और आजीवन इन तबकों की हरसंभव मदद करने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं। जिसमें उन्हें सक्षम फाउंडेशन एवं भायंदर सीए सोशल ग्रुप की समूची टीम का भरपूर सहयोग मिलता रहता है।

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