तपमय हुआ झाबुआ नगर

 उपवास के चढ़ावे बोलकर तपस्वियों के पारणे

तपस्वियों को पारणे के चढ़ावे पैसों में न बोलकर उपवास आदि में बोले जा रहे है यह अत्यंत ही अनुमोदनीय कार्य हैं।जिसमे साधारण परिवार को भी लाभ मिलता हैं।हर जगह कुछ कार्यों में इस तरह की परंपरा शुरू होनी चाहिए।

दीपक आर जैन,

शांति वल्लभ टाइम्स


झाबुआ :-
गुरु समर्पण चातुर्मास समिति के अंतर्गत परम पूज्य गच्छाधिपति आचार्य देवेश श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी महाराजा साहेब के शिष्य परम पूज्य मालवरत्न ओजस्वी वक्ता  मुनिराज श्री रजतचन्द्र विजयजी महाराज साहेब, मुनि श्री जीतचंद्र विजयजी म.सा.की निश्रा में तपस्या की झड़ी लगी हुई है। यशस्वी शासन प्रभावना से  चातुर्मास आगे बढ़ रहा है। श्री पर्युषण महापर्व के बाद तीन दिवसीय महोत्सव का समापन हुआ। उसके पश्चात 15 तारीख बुधवार को कु.प्रिया राजेंद्रजी राठौड़ के 21 उपवास के अवसर पर चौविसी का भव्य आयोजन रात्रि में 8:00 बजे उनके निवासस्थान पर रखा गया है। 16 तारीख गुरुवार को तप अनुमोदना का भव्य वरघोड़ा प्रातः 8:30 बजे शुरू होगा। विभिन्न मार्गो से होता हुआ चल समारोह बावन जिनालय मंदिर पहुंचेगा।

मंदिरजी में शासनमाता पूजन, प्रभु वंदन,गुरु वंदन एवं प्रातः 10:00 बजे धर्मसभा एवं प्रवचन आयोजन पश्चात तपस्वी का पारणा होगा। सकल श्री संघ का स्वामीवात्सल्य राजेंद्र राठौड़ झाबुआ द्वारा आयोजित किया गया है।  स्मरण हो  कु. दिशा जितेंद्र कांठी के 21 उपवास एवं श्रीमती उषा किरण कोठारी श्रीमती मोनिका कोठारी को 14 उपवास की तपस्या पूर्ण होकर आगे बढ़ने की भावना है। 19 सिंतबर को जावरा श्री संघ का‌ आगमन होगा । 20 तारीख को ऋषभदेव बावन जिनालय से महावीर बाग तक चैत्य परिपाटी का भव्य आयोजन रखा गया है । प्रभु दर्शन धर्मसभा प्रतिष्ठा महोत्सव की घोषणा एवं अन्य आयोजन होंगे । 

राजतचंद्र विजयजी ने बताया कि चैत्य परिपाटी का आयोजन श्रीमती सपना जयेश संघवी के मासक्षमण तप की पूर्णाहुति अनुमोदना में हस्तीमल जी संघवी झाबुआ द्वारा किया जा रहा है। विशिष्ट भावना के साथ धर्मचंदजी मेहता झाबुआ एवं शरदजी पगारिया बदनावर ने लोच करा कर कर्म निर्जरा करने का प्रयास किया है। प्रतिदिन 6:30 बजे भक्तामर, गुरु चालीसा का मंगल पाठ 9:30 बजे प्रवचन व रात्रि में 7:00 बजे प्रतिक्रमण आदि अनुष्ठान चल रहे हैं।

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