मंदिरों के लिए सैनिटाइजर का सुंदर विकल्प
मंदिर जाने से पूर्व सेनिटाइज़र से हाथ धोना शराब 🍾से हाथ धोने के बराबर है।
सभी से निवेदन हैै कृपया ऐसा होने से रोके।
मंदिर जी में अभक्ष्य वस्तुओं के प्रयोग की शुरुआत न होने दीजिए ।
लेकिन उसका विकल्प क्या है?
1)फिटकरी के पानी से हाथ धोने से सेनिटाइज हो जाता है।
2)नींबू थोडा काटकर साबुन के पानी में बनाए घोल से हाथ धोने से सेनिटाइज हो जाता है।
3)नीलगिरी तेल (यूकेलिप्टस) के चार छ बूंद हाथ में ले कर दोनों हाथ परस्पर मसलने से सेनिटाइज हो जाता है।
🟢तीनो में से किसी से भी सेनिटाइज़ करने के बाद कपुर डाले हुए पानी से हाथ को ठीक से स्वच्छ कर के स्वच्छ वस्त्र से पोंछ कर सुखाना चाहिए।
🟣कपूर जल बनाने के लिए एक बालटी पानी में एक चम्मच कपूर पाउडर डाल कर ठीक से हिला देना।
जे के संघवी,
(पूर्व संपादक:शाशवत धर्म)
सभी से निवेदन हैै कृपया ऐसा होने से रोके।
मंदिर जी में अभक्ष्य वस्तुओं के प्रयोग की शुरुआत न होने दीजिए ।
लेकिन उसका विकल्प क्या है?
1)फिटकरी के पानी से हाथ धोने से सेनिटाइज हो जाता है।
2)नींबू थोडा काटकर साबुन के पानी में बनाए घोल से हाथ धोने से सेनिटाइज हो जाता है।
3)नीलगिरी तेल (यूकेलिप्टस) के चार छ बूंद हाथ में ले कर दोनों हाथ परस्पर मसलने से सेनिटाइज हो जाता है।
🟢तीनो में से किसी से भी सेनिटाइज़ करने के बाद कपुर डाले हुए पानी से हाथ को ठीक से स्वच्छ कर के स्वच्छ वस्त्र से पोंछ कर सुखाना चाहिए।
🟣कपूर जल बनाने के लिए एक बालटी पानी में एक चम्मच कपूर पाउडर डाल कर ठीक से हिला देना।
जे के संघवी,
(पूर्व संपादक:शाशवत धर्म)
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