रोटी ऑन व्हील्स ने खिलाया एक लाख लोगों को खाना

संतोष ललिता जैन फ़ाउंडेशन का अनुकरणीय उपक्रम

कोलकाता:-भूखे को खाना खिलाने से बड़ा कोई धर्म नहीं हो सकता और आज इस वक्त यह सबसे बड़ी जरूरत है। इस जरूरत को आज सबसे ज्यादा रोटी ऑन व्हील्स एक दायित्व की तरह निभा रही है। रोटी ऑन व्हील्स एक ऐसी परिकल्पना जो कि संतोष ललिता जैन फ़ाउंडेशन ने भारत-वर्ष में अपनी तरह की अद्भुत पहली रचना रची। लोग कार्य तो बहुत करते हैं मगर उसे कुछ अलग ढंग से करें तो समाज में वह सदा के लिए चिरस्मरणीय हो जाता है।
'रोटी ऑन व्हील्स' की शुरुआत फाउंडेशन  द्वारा 21 जुलाई 2019 को आचार्य 108 श्री विराग सागर जी महाराज के करकमलों से श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन उपवन मंदिर बेलगछिया कोलकाता में हुई.इस गाड़ी के दाता छगनलाल स्वरुपचंद जी दिल्ली वाले थे, ओर मात्र छः माह के अंतराल में संस्था ने श्री दिगंबर जैन चौरंगी मंदिर द्वारा दान स्वरूप एक और गाड़ी ज़रुरतमंदों की सहायतार्थ सेवा भाव से प्रदान की इन दोनों गाड़ियों के माध्यम से प्रतिदिन 2000 लोगों को तुरंत बनी 4 रोटियाँ तथा पंच-मेला आचार के द्वारा क्षुधा मिटाने का सफल प्रयास बृहत्तर कोलकाता, हावड़ा, विधान नगर अंचल के बस्ती क्षेत्रों (झुग्गियों/झोपड़ियों) में नियमित रूप से किया जा रहा है।
आज भारत ही नही पूरा विश्व नॉवेल कोरोना महामारी से ग्रसित हो कर इस ला इलाज संक्रमण से अपने देश वासियों को बचाने में प्रयासरत है.ऐसे में लॉकडाउन की परिस्थिति मे रोज कमाने खाने वाले गरीब लोगों के भोजन कि व्यवस्था के लिए फाउंडेशन ने कुछ प्रकल्प सोचे जिसके तहत पश्चिम बंगाल एवं श्री सम्मेद शिखरजी में रहने वाले दिहाड़ी मज़दूरों व गरीब परिवारों  के 1 लाख लोगों को पूरे लॉक डाउन समय में भोजन की व्यवस्था इन् कठिन परिस्थितिओं में सरकार से विशेष आदेश प्राप्त कर स्थानीय पुलिस की मदद से संभव हो पा रहा है। इस कार्य में संतोष ललिता जैन फ़ाउंडेशन के द्वारा चलाई गई दो गाड़ियाँ सुचारु रूप से सहयोग दे रही हैं।वर्तमान समय को देखते हुए जैन समाज में ऐसे कार्यों की बहुत आवश्यकता हैं. दानदाताओं को ऐसे कामों के लिए आगे आना चाहिए. इस अनुकरणीय व जनउपयोगी कार्य के लिए आयोजकों को बधाई व सुचारु रूप से संचालन के लिए शुभकामनाएं। 

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