अभयदेव सूरीश्वरजी का चातुर्मास प्रवेश सूरत 29 जून को

अध्यात्म व ज्ञान पर्व से परिपूर्ण होगा चातुर्मास 
सूरत:-तपागच्छीय प्रवर समिति के संयोजक, पालीताणा व शंखेश्वर महातीर्थ विकास प्रेरक,तपागच्छाधिपति आचार्य विजय रामसूरीश्वरजी (डहेलवाला) म.सा.समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय अभयदेवसूरीश्वरजी म.सा.,कुशल संयोजक,आचार्य श्री विजय मोक्षरत्न सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा का वर्ष 2020 का चातुर्मास गुजरात के सूरत सहर में होगा. ज्ञात हो गुरुदेव का चातुर्मास राजस्थान के मंडार गांव में होना था परंतु वर्तमान स्थिति को देखते हुए व प्रवर समिति के आदेश का पालन करते हुए विहार न करते हुए चातुर्मास सूरत शहर में ही होगा.
सूरत के अनेक संघों,शुभ मंगल फाउंडेशन की आग्रहभरी विनंती का स्वीकार करते हुए संवत 2076 का चातुर्मास गुरु राम पावन भूमि में करने की जय बोली गयी. यह गुरुदेव के गुरु श्री रामसूरीश्वरजी म.सा. का समाधी स्थल भी हैं. मोक्षरत्न सूरीश्वरजी म.सा. ने कहा की चातुर्मास में अनुकूलता अनुसार ही दर्शन हेतू पधारे. यह चातुर्मास ज्ञान पर्व व अध्यात्म पर्व से परिपूर्ण हैं. समस्त चातुर्मास में सामायिक और गाथा करने की प्रेरणा गुरुदेव ने की हैं. उन्होंने कहा कोई भी साधु साध्वी भगवंत सूरत शहर में चातुर्मास करना चाहते हो तो समुचित व्यवस्था की जाएगी. वर्तमान परिस्थिति अनुसार ही प्रत्यक्ष दर्शन का आग्रह रखे. ज्ञात हो लॉक डाउन में गुरुदेव की प्रेरणा से विभिन्न धर्म आराधना के अलावा 125  करोड़ नवकार महामंत्र जाप श्री औरंगाबाद सकल जैन संघ के तत्वावधान में हुएं और यह क्रम अभी भी चल रहा हैं.चातुर्मास प्रवेश 29 जून को होगा.गुरुदेव ने सभी से आग्रह किया हैं की प्रवेश अत्यंत सादगीपूर्वक होगा. प्रवर समिति के आदेशानुसार प्रवेश पर प्रत्यक्ष आने का आग्रह ना रखे व घर बैठे ही आराधना कर चातुर्मास के मंगलमय होने की कामना करें. प्रवेश प्रसंग में परम पूज्य गच्छाधिपति गुरुदेव के शिष्यरत्न आचार्य श्री रत्नचंद्रसूरीश्वरजी म.सा. उपस्थित रहेंगे।
गुरुदेव ने गुरुभक्तों से कहा हैं की प्रवेश निमित्त सभी अपने अपने घरों में महामंगलकारी आयंबिल का तप अवश्य करे तथा प्रवेश के समय 108 नवकार की नवकारवाली गिने।         

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