तेरी तस्वीर....

तेरी तस्वीर जो खयालो में बस गयी है. .. 
कम्बख्त मेरी ये नजरें भी उसकी हो गयी है... 
लाख कोशिश करता हूं दूसरे नज़ारे देख लू.... 
पर ये नजरें है जो कहती है, 
"बस उसे एक पल और देख 
लूं "... 
तेरी यादें जो ज़हन में समा गयी है.... 
कमबख्त मेरी ये सांसे भी उसकी हो गयी है... 
लाख कोशिश करता हूं किसी और के लिए सांसें  लू... 
पर ये सांसें है जो कहती है, 
" बस उसे एक सांस और जी लूं " ...

तेरी खुशबू जो दिल में उतर गयी है.... 
कमबख्त मेरी ये ज़िन्दगी भी उसी की हो गयी है... 
लाख कोशिश करता हूं किसी और के लिए जिउ... 
पर ये जिंदगी है जो कहती है, 
" बस उसके लिए एक और लम्हा बिता लूं " ...

सूरज नंदोला

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