लोगों को साथ लेकर चलनेवाले अधिकारी थे अनिल पवार

सरकार एक करोड़ रुपये और परिवार के सदस्य को नोकरी दे

मीरा भायंदर। मीरा-भायंदर काशीमीरा यूनिट के ट्रैफिक विभाग के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल पवार की बुधवार को कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई है, जिससे समूचा पुलिस महकमा व लोग सदमे मेंं है।दिवंंगत अनिल पवार 8 दिन पूर्व कोरोना वायरस की चपेट में आए थे, जिसके चलते मुंबई के अंधेरी स्थित सेवन हिल्स अस्पताल में इलाज चल रहा था। बुधवार को अंततः वे कोरोना से लड़ाई जंग हार गए और उनकी मौत हो गई। अपनी ड्यूटी पर सख्त आफिसर के रूप में मशहूर पवार बेहद नेकदिल इंसान व लोगों
को साथ लेकर चलनेवाले व्यक्ति थे।लॉक डाउन 
 के दौरान सडक़ पर रहने वालों समेत अन्य गरीब जरूरतमंदों को भोजन, पानी, अल्पाहार का वितरण खुद के पैसे से कर वे चर्चा मेंं आए थे। कोरोना लॉक के दौरान उनके नेतृत्व में ट्रैफिक पुलिस की टीम दिन-रात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों तथा चालकों पर कार्रवाई करने में जुटी रही। उनके असामयिक निधन पर पुलिस अधिकारियों, पुलिस कर्मियों समेत तमाम जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।उनकी खूबी संस्थाओं को व लोगो को साथ लेकर चलने की थी।इसी के चलते वे शहर में समय समय पर कार्यक्रम करते रहते थे।महाराष्ट्र सरकार ने इसलिए उन्हें सम्मानित भी किया था।
सामाजिक सांस्कृतिक संगठन युथ फोरम के सलाहकार प्रमोद तिवारी व अध्यक्ष दीपक आर जैन नेने शहीद होनेवाले परिवार को एक करोड़ रुपये और परिवार के सदस्य को नोकरी देने की मांग सरकार से की है।उनकी बहुत इच्छा थी कि फोरम के साथ मिलकर कार्यक्रम करें।फोरम शीघ्र ही कार्यक्रम का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि देगा।एक अच्छे मित्र के जाने का अफसोस हमेशा रहेगा।

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