मुनि चारित्ररत्न विजयजी के जन्मदिन को जीवदया ओर जनसेवा के रुप में मनाया

अनेक धार्मिक सामाजिक उपक्रमों का आयोजन


पाटण :-
त्रिस्तुतिक जैन उपाश्रय में बिराजमान जैनाचार्य पुण्य सम्राट युग प्रभावक गुरुदेव श्री विजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी महाराजा के शिष्य मुनिराज श्री चारित्ररत्न विजयजी म.सा.का 45 वां जन्मदिन कार्तिक शुक्ल दुज को पाटण के जैन संघ एवं स्थानीय जैनेतर समाज के सदस्यों ने मिलकर जीवदया ओर जनसेवा के कार्यक्रम कर मनाया।

जैनेतर समाज के सदस्यों ने 45 प्रकार की मिठाई , नमकीन, फ्रुट आदि  एकत्रित कर भिक्षुको को खिलाये, जीवदया के रुप में गोशाला सहित नगर के विभिन्न स्थानों में जाकर अबोल पशुओं को हरा चारा खिलाया, जिसका लाभ ऊंझा ( गुजरात) निवासी इंदरमल मानेकचंद कोठारी परिवार सियाणावाले ने लिया। कोठारी परिवार की ओर से जिनालयों में परमात्मा की अंगरचना की गई। 

शहर के अनेक गणमान्य नागरिकों व गुरु भक्तोँ व देश के विभिन्न जैन संघों ने उन्हें बधाई दी व दर्शन वंदन कर आशीर्वाद लिया।

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