जीवदया सेनानियों - सारथियों का हुआ सम्मान

भायंदर में शीघ्र ही बनेगा जीवदया अस्पताल - 


मीरा-भायंदर।
शहर में शीघ्र ही बनेगा जीवदया-अस्पताल और मृत पशु-पक्षियों के दाह संस्कार की व्यवस्था भी की जाएगी। यह आश्वासन जैसलपार्क चौपाटी कल्याण समिति द्वारा आयोजित दीपावली मिलन एवं जीवदया सेनानी सम्मान कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता ने दिया है। कार्यक्रम में समिति द्वारा ये दोनों मांगें रखी गई थीं, और सभागार में बड़ी संख्या में उपस्थित जीवदया सेनानियों द्वारा भी इसके लिए आवाज बुलंद कर इसका समर्थन किया गया। अपने वक्तव्य में समिति के अध्यक्ष डॉ एम. एल. गुप्ता 'आदित्य' ने बताया कि मार्च 2020 में जब देश पर कोरोना कहर ढाने लगा था, लॉकडाउन के चलते मूक पशु-पक्षी भूख-प्यास से व्याकुल थे, तब 'जैसल पार्क चौपाटी कल्याण समिति' ने मूक पशु - पक्षियों के आहार और जल आदि की व्यवस्था प्रारंभ की, और इस प्रकार 'जीवदया अभियान' प्रारंभ हुआ, जो 24 मार्च 2020 से निरंतर चल रहा है। साथ ही बीमार व घायल पशु-पक्षियों का इलाज करवाया जाता है, कुत्तों को नसबंदी केंद्र में ले जाया जाता है, और उन्हें रेबीज के टीके लगवाए जाते हैं। 70 जीवदया कार्यकर्ताओं को अतिथि विशेष, स्थानीय विधायक गीता जैन द्वारा जीवदया सेनानी सम्मान से विभूषित किया गया। गीता जैन ने जीवदया अभियान के माध्यम से मूक पशु- पक्षियों की निस्वार्थ सेवा के लिए 'जैसल पार्क चौपाटी कल्याण समिति' तथा सभी जीवदया सेनानियों की सराहना की, और कहा कि जीवों को संरक्षण और उनकी रक्षा के लिए जैसल पार्क चौपाटी कल्याण समिति द्वारा किए जा रहे जीव दया अभियान के सराहनीय कार्य में हमेशा उनका सहयोग रहेगा। इस अवसर पर जीवदया अभियान में अपनी कलम के माध्यम से सहयोग प्रदान करने वाले मीडियाकर्मियों को समिति की ओर से पूर्व विधायक  नरेंद्र मेहता द्वारा 'जीवदया - सारथी सम्मान' से विभूषित किया गया। 

इस अवसर पर जीव-मित्र के रुप में पक्षियों की रक्षा में सदा सक्रिय भूमिका निभाने वाले अग्निशमन केंद्र के अधिकारियों को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। इसके पूर्व उम्मीद फाउंडेशन की संस्थापक व अध्यक्ष परी मेहता ने जीवदया से जुड़े विभिन्न कानूनों और व्यवस्थाओं की जानकारी प्रदान करते हुए जीव- प्रेमियों और जीवदया-सेनानियों का मार्गदर्शन किया। समिति के महासचिव नरेंद्र गुप्ता द्वारा जीवदया अभियान के महत्वपूर्ण बिंदुओं और समस्याओं के साथ-साथ इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई।  परी मेहता ने अनेक जीवदया सेनानियों की इस बात से सहमति जताई कि आज भी पशु - पक्षियों की चिकित्सा और मृत जीवों की देह संस्कार आदि की पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने से जीवदया कार्यकर्ताओं को अनेक परेशानियों का और निराशा का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम सबको मिलकर आवाज उठानी होगी, और व्यवस्थाएं करनी तथा करवानी होंगी। पशु - पक्षियों की सेवा में निरंतर कार्यरत जीवदया सेनानी नंदनी पणिक्कर ने भी इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। मीरा-भायंदर के अनेक जीवदया कार्यकर्ताओं द्वारा इस परिचर्चा - सत्र में अपने प्रश्न व सुझाव प्रस्तुत किए गए। सीए अमित अग्रवाल ने अतिथि वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।

 समता भवन, आर.एन.पी.पार्क, भायंदर (पूर्व) में आयोजित इस कार्यक्रम के आयोजन में संस्था के वित्त सचिव भरत अग्रवाल तथा संस्था के सदस्य सुशील पोद्दार, संतोष कुचेरिया, हेमलता सिंह, सुभांगी लाड, सुभाष जांगिड़, देवकीनंदन मोदी, तेजस चौधरी, सुमित अग्रवाल, मुरली अग्रवाल, राजेंद्र गोयल, अभिषेक बिरमीवाला की महत्वपूर्ण भूमिका थी।कार्यक्रम में नगरसेविका शानू जोरावर गोहिल, मीना यशवंत कांगणे, कुसुम गुप्ता, पूर्व नगरसेवक हंसुकुमार पांडे, समाजसेवी मोजेस चिनप्पा, अभिजीत दास, हेमचंद करानी, रथीन दत्ता, संतोष गुप्ता, सुषमा शर्मा, अंजुम खान, भूपेश दवे सहित समाज के अनेक महत्वपूर्ण व्यक्ति व जीवप्रेमी उपस्थित थे।

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