कुलचंद्र सूरीश्वरजी के आत्मलक्षी व यशस्वी चातुर्मास की यशोगाथा कार्यक्रम

स्वर्णिम इतिहास लिखा चातुर्मास ने,12 दिसंबर से उपधान तप


नई दिल्ली :- 
परम पूज्य तपागच्छाधिपति आचार्य श्री विजय प्रेम सूरीश्वरजी म.सा. के आशीर्वाद से ,भक्तिसूरी समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति कल्पज्य सूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञा से गुरु प्रेम के आजीवन चरणोपासक, कार्यकुशल श्री कुलचंद्र सूरीश्वरजी (के सी) म.सा.आदि ठाणा का इस वर्ष का चातुर्मास देश की राजधानी दिल्ली में ऐतिहासिक रूप से संपन्नता की और अग्रसर है।

गुरुदेव के साथ पन्यास प्रवर श्री कुलदर्शन विजयजी म.सा,मुनिराज श्री कुलरक्षित विजयजी म.सा. आदि का भी प्रवेश हुआ था।बहनों को चातुर्मास आराधना साध्वी श्री अक्षय नंदिताश्रीजी ने करवाई।गुरुदेव के ऐतिहासिक व यादगार चातुर्मास के परिपूर्ण होने से पहले 'यशस्वी चातुर्मास की यशोगाथा ' कार्यक्रम का आयोजन रविवार14 अक्टूबर  श्री गुजराती श्वेतांबर मूर्तिपूजक जैन संघ व श्री दिल्ली गुजराती कुंथुनाथ ट्रस्ट (सोसाइटी) के तत्वावधान में  संपन्न होगा।

 संपूर्ण चातुर्मास के लाभार्थी निर्मलाबेन कीर्तिभाई गांधी परिवार है. चातुर्मास दौरान अनेक धार्मिक,सामाजिक अनुष्ठान हुए।कुलदर्शन विजयजी म.सा. ने कहा कि चातुर्मास पूर्णता की और हैं,और अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता दिखाने का अद्भुत अवसर है 

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