मनुष्यत्व को प्राप्त करने का मौका है चातुर्मास :- साध्वी मुक्ति रेखा

 चातुर्मास के लिए हुआ मंगल प्रवेश


आगर (मध्यप्रदेश) :- 
सागर समुदाय की आज्ञानुवर्तीनी साध्वी मुक्ति रेखा श्रीजी एवं साध्वी अस्मिता श्रीजी आदि ठाणा का मंगल प्रवेश हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इंदौर-कोटा मार्ग स्थित वासुपूज्य तारक धाम जैन मंदिर से चल समारोह नगर में निकाला गया। चल समारोह प्रमुख मार्गों से होता हुआ इमली गली स्थित उपाश्रय पहुंचा।

विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वी मुक्ति रेखा श्रीजी ने कहा कि मनुष्य जीवन मैं मनुष्यत्व प्राप्त करने का मौका है चातुर्मास, आत्मविकास की यात्रा है चातुर्मास, चातुर्मास यानी जीवन परिवर्तन का मौका और इस बार इस चातुर्मास में एक महीने का बोनस मिला है, क्योंकि अबकी बार चातुर्मास 5 महीनों का है। जप, तप, आराधना ही जीवन में परिवर्तन लाती है। चातुर्मास में शास्त्रों का श्रवण करके जीवन में परिवर्तन करना चाहिए। समाज के अशोक नाहर ने बताया कि 2 जुलाई से प्रतिदिन सुबह प्रवचन इमली गली उपाश्रय में होंगे।आगर मालवा गुरुवार को प पू साध्वीवर्या मुक्ति रेखा श्री म सा प पू अस्मिता श्री मसा की निश्रा मे जैन ओसवाल भवन में प्रतिवर्षानुसार विश्व शांति, भाई चारे ,मुक पशुओं की आत्मशांति हेतु आयंबिल तप का आयोजन किया गया जिसमें सकल जैन समाज के    महिला पुरूष बच्चों  सहित  250 ‌ ‌तपस्वियो ने आयंबिल तप किये जिसका लाभ  अशोक कुमार इंदरमल नाकोड़ा की स्मृति में सोभग्यमल रमण कुमार जैन नाकोड़ा परिवार ने लिया 





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