एक तिथि दो तिथि का भेद मिटायें :- बाबुलालजी भंसाली
भारत और विदेश के सभी तपागच्छीय श्वेताम्बर मूर्ति पूजक जैन संघ के साधर्मिक बन्धुओं को अपील
मुंबई :- बहुत लंबे समय के बाद मैं एक तिथि-दो तिथि एकता के संबंध में आप से सम्पर्क कर रहा हूँ क्योंकि मैं अपने पैत्रिक गांव हाड़ेचानगर मे संपन्न हुई कीर्तिस्तंभ की भव्य प्रतिष्ठा में व्यस्त था । मैं कीर्तिस्तंभ की प्रतिष्ठा में व्यस्तता के कारण न तो मैं एक तिथि-दो तिथि एकता संबंधी अपने प्रयत्नों को जारी रख सका और न ही मैं आपको इस बारे में कोई जानकारी दे सका।
हम सब जानते हैं कि जिनशासन की एकता के लिए एक तिथि-दो तिथि के विवाद को हमेशा के लिए खत्म कर उचित समाधान निकालना अति आवश्यक है वरना आने वाली भावी पीढी हमें कभी माफ नहीं करेगी व जिनशासन और अधिक छोटे मोटे गच्छों व संप्रदायों में और बट जायेगा । मैं जितने भी गच्छाधिपति ,आचार्य भगवंतों एवम् जैन समाज के श्रेष्ठीवर्यो से अब तक मिला हूँ वे सभी उपरोक्त्त परिस्थिति की भयंकरता को स्वीकार करते हैं तथा चाहते भी है कि इस तिथि विवाद का सर्वमान्य समाधान निकले । अतः हम सबको मिलकर सच्चे दिल से इस बारे में प्रयास करने होंगे।
अब मैं अपने प्रयास पुनः प्रारंभ कर रहा हूं ।इस चातुर्मास में जब सभी गच्छाधिपति एवम आचार्य भगवंतों की अपने अपने चातुर्मास स्थल पर स्थिरता हो जायेगी , उस समय मैं वापस सभी गच्छाधिपति एवम् आचार्य भगवंतों से मिलकर उनके मार्गदर्शन प्राप्त कर एक तिथि-दो तिथि के सभी श्रमण भगवंतों का सम्मेलन अहमदाबाद अथवा अन्य किसी सुविधाजनक स्थल पर आयोजित करने का प्रयत्न करूंगा जिसमें मुझे आप सब के सहयोग की आवश्यकता होगी ।
साथ में सभी सुमदायो के प्रमुख श्रेष्ठीवर्यो से निवेदन करना चाहूँगा कि वे अपने अपने समुदाय के गच्छाधिपति व आचार्य भगवंतों से संपर्क कर उन्हें इस ज्वलंत समस्या के उचित समाधान हेतु सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर श्रमण सम्मेलन में उपस्थित रहने के लिए निवेदन करें ।आप सभी से भी विनती है कि आप एक तिथि-दो तिथि विवाद के समाधान हेतु अपने अमूल्य सुझाव मुझे अवश्य भेजे ताकि मुझे आप सबका मार्गदर्शन मिले एवम् मैं आपसे आवश्यक सहयोग प्राप्त कर सकुं।
(लेखक भंसाली इंजीनियरिंग पॉलीमर्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं व आपने हाड़ेचा नगर में भव्य जिन मंदिर का निर्माण किया हैं।)
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