विकास और समृद्धि के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण

500 बच्चों को  शैक्षणिक साहित्य का वितरण

युथ फोरम का कार्यक्रम


भायंदर :-
शिक्षा बच्चों के विकास और समृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह उन्हें न सिर्फ ज्ञान और जागरूकता प्रदान करती है, बल्कि उनकी व्यक्तित्व विकास, सामाजिक और नैतिक मूल्यों की स्थापना और उनकी स्वतंत्रता के साथ जीने की क्षमता विकसित करती है। उपरोक्त विचार समाजसेवी प्रकाश शाह ने व्यक्त किए।

शाह भायंदर(वेस्ट)के देव् वाटिका हॉल में यूथ सोशल वेलफेयर एसोसिएशन (यूथ फोरम) द्वारा तपागच्छ प्रवर समिति के कार्यवाहक प. पू. गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय अभयदेव सूरीश्वरजी म.सा. के अमृत जन्मोत्सव वर्ष व तपागच्छाधिपति आचार्य विजय प्रेम सूरीश्वरजी म.सा. के आजीवन चरणोपासक प.पू. गच्छाधिपति आचार्य श्री विजय कुलचंद्र सूरीश्वरजी (के.सी.) म.सा. के गच्छाधिपति पद आरोहण के उपलक्ष्य में आयोजित  शैक्षणिक साहित्य वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे।

समारोह के मुख्य अतिथि रमेश बंबोरी थे।उन्होंने कहा कि  शिक्षा बच्चों के व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह उन्हें स्वतंत्रता के साथ सोचने, विचार करने, अपने मत का प्रयोग करने और नए विचारों का समर्थन करने की क्षमता प्रदान करती है।फोरम के अध्यक्ष दीपक जैन व संयोजक सूरज नांदोला ने बताया कि कुल 500 बच्चों को शैक्षणिक साहित्य दिया गया जिसमें 300 बच्चे भायंदर में दिए गए तथा 200 किट आदिवासी क्षेत्र में दिए जाएंगे।

कार्यक्रम लायंस क्लब ऑफ मुंबई वेस्टर्न,गौ सेवा मित्र मंडल,ब्लेस्ड फ़ॉर एवर अग्रवाल योद्धा ग्रुप के सहयोग से हुआ।इस अवसर पर वीणा जैन,अनिता गाड़ोदिया, डिवाइन हीम स्कूल के प्रिंसिपल महेश सिंह,उषा कनोजिया, शेरॉन सलढाना,सूरजप्रकाश सांडेसर,अमित वर्मा,अनमोल अवधवाल,शरद बुबना,हसमुख परिहार, राहुल बुबना,बिंदु सिंह, दिनेश सराफआदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।


 


 





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