आचार्य कामकुमार नंदी जी महाराज की नृंशश हत्या के विरोध में प्रदर्शन व धरना

श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा ने किया नेतृत्व

                                                                                                          - स्वराज जैन


नई दिल्ली :
- श्री भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के तत्वावधान में  आचार्य श्री कामकुमार नंदीजी महाराज की नृंशश हत्या के विरोध में स्थानीय जन्तर-मन्तर, संसद मार्ग, पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन व धरना दिया गया। आक्रोशित एवं स्तब्ध जैन समाज के लगभग 1500 प्रतिष्ठित लोगों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।  ज्ञातव्य हो कि आचार्य श्री कामकुमार नंदीजी महाराज की दिनांक 5 जुलाई को अपहरण कर चिक्कोडी,बेलगावी(कर्नाटक)में हत्या कर दी गई थी।


राष्ट्रसंत परम्पराचार्य श्री प्रज्ञसागरजी के णमोकार मंत्र के उच्चारण तथा मृतात्मा की स्मृति में एक मिनट का मौन रखने के बाद सभा प्रांरभ हुईं। उन्होनें इस जघन्य हत्या पर खेद प्रकट किया तथा कर्नाटक सरकार से अनुरोध किया कि इस धटना का संज्ञान लेकर दोषियों को शीघ्र सजा दी जाय। इस तरह की निर्मम हत्या राजतंत्र में भी नहीं हुई थी। साथ ही उन्होनें कर्नाटक और सभी राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि साघु-संतो की समुचित सुरक्षा की व्यवस्था की जाय। उन्होनें अपने आशीर्वचन में कहा कि देश में शांति साधु-संतों के कारण है। महान सम्राट अशोक के शिलालेख में यह वर्णित है कि साधु-संत की रक्षा सम्पूर्ण देश में होनी चाहिये। वे हमारे देश के धरोहर एवं विरासत है।  

महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गजराज जैन गंगवाल ने सभा को संबोधित करते हुये कहा कि कर्नाटक सरकार इस जधन्य हत्या के दोषियों को फास्ट टै्रक कोर्ट गठित कर कठोतम सजा दे तथा भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति न हो इसकी व्यवस्था करे। उन्होने बताया कि आज देश में जैन समाज के लोगों की संख्या लगभग 4 करोड़ है, लेकिन सरकारी आंकड़े इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। क्योकि जैन समाज के बहुसंख्यक लोग अपने नाम के साथ जैन नहीं लिखते हैं तथा जनगणना अधिकारी को अपना धर्म जैन धर्म नहीं बताते हैं। सिर्फ कर्नाटक में हमारी संख्या 60 लाख है। हम अहिंसक जरूर हैं, लेकिन सरकार हमें कमतर नहीं आंके।

सांसद अनिल जैन ने इस हत्या की निन्दा करते हुये कहा यह विडम्बना और दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें जन्तर-मन्तर पर घरना देना पड़ रहा है। कर्नाटक सरकार को इस जघन्य हत्या की सी.बी.आई. द्वारा जांच करानी चाहिये। उन्होंने जैन समाज से एकत्रित होने का आह्वान किया। जैन समाज एक तेजस्वी समाज है।दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी  के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दुर्दान्त हत्या की निन्दा करते हुये कहा कि जैन समाज पूरे देश को दिशा और हिम्मत देता है। इस घटना की पुनरावृति न हो, इसके लिये कानून बनना चाहिए तथा धटना की सी.बी.आई द्वारा जांच होनी चाहिये। ऐसे हत्यारे के लिये धरातल पर कोई स्थान नहीं होना चाहिए।

महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन जैन गोधा ने जैन आचार्य जी की हत्या की निन्दा करते हुये कहा आज का दिन हमारे लिये काला दिन है। जो समाज देश को सबसे ज्यादा आय कर तथा युवाओं को सबसे ज्यादा रोजगार देता है, उसे जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होनें मांग किया कि कर्नाटक सरकार इस जघन्य हत्या का संज्ञान लेकर दोषियों को कठोर सजा दिलाने हेतु समुचित कदम उठाये तथा जैन समाज में व्याप्त आक्रोश को दूर करे।

सभा में स्वस्तिश्री भट्टारक चारूकीर्ति, स्वस्ति श्री भट्टारक सौरव सेन तिजारा, पीठाधीश रविन्द्र कीर्तिजी, पुनीत जैन,(नवभारत टाइम्स) स्वराज जैन, संदीप जैना, डॉ. निर्मल कुमार जैन, नवीन जैन, राकेश जैन टुडे टी, नरेन भीकूराम जैन, पंकज जैन, प्रभारी भाजपा,(शाहदरा), जिनेश कोठिया, सुनन्दा जैन, योगाचार्य  नवीनजी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पवन गोधा ने सभी अतिथियों व समाजसेवियों  का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया।

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