श्री शंखेश्वर दादा की आराधना तुरंत फलदायी हैं :- पीयूषचंद्र

तालेगांव में धर्म आराधना की धूम


तालेगांव :-
परोपकार सम्राट मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक जैनाचार्य श्री ऋषभचंद्र सूरीश्वरजी म.सा.के आज्ञानुवर्ती सुशिष्य वरिष्ठ मुनिप्रवर श्री पीयूषचंद्र विजयजी म.सा. मालवरत्न मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा.,मुनिश्री प्रीतियश विजयजी म.सा.आदि ठाणा का परमपथ चातुर्मास-23 तपाराधना ज्ञान ध्यान के साथ भव्यता लिए चल रहा है। नित्य भक्तामर एवं गुरुचालिसा पाठ, जिनवाणी का जयघोष,प्रतिक्रमण,संडे स्पेशल वंदनावली व भावयात्रा आदि मंगलकारी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।  तप की कड़ी में निरंतर आयम्बिल, सिद्धितप धर्मचक्र तप चालू है। 

श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ दादा की महिमा का वर्णन करते हुए प्रखरवक्ता श्री पीयूषचंद्र विजयजी म.सा.ने कहा कि दादा की आराधना शीघ्र फलदायी है,जो भी आराधक दादा का जाप ध्यान भक्ति करता है,वो सफल होता है। 85 आराधकों ने अट्ठम यानी तेले की तपस्या की। जिनके पारणे का लाभ हस्तीमलजी बाबुलालजी नागोत्रा सोलंकी हस्ते ममताबेन किरणजी सोलंकी परिवार ने लिया। श्री सिद्धितप धर्मचक्र तप की विराट आराधना यशस्वी संख्या में चल रही है। संयम उपकरण वंदनावली प्रस्तुति आयोजन में रजतचद्र विजयजी म.सा.ने कहा कि  कषाय योग को छोड़ने वाला संयमधारी है। विरती धर को सोधर्मेंद्र भी वंदन करते हैं।संयम के 14 उपकरण की विशेषताएं बताई। 14 लाभार्थियों ने उपकरण की प्रस्तुति दी। अन्य आराधको ने तप त्याग एवं शासन प्रभावना आयोजन में उपकरण की बोली लेकर लाभ प्राप्त किया। 

छाप भरने व वधाने का लाभ 2100 सामायिक मे सविताबेंन पारसमलजी सोलंकी,मुहपत्ती का लाभ- 3600 घंटे मौन से दक्षाबेन किशोरजी केरींग,पात्रा-का लाभ 401 आयबिंल मे श्री प्रतीक ललितजी राठौड,दंडासन‌ का लाभ मंदिर में काजा निकाले के नियम से अंजना डोगरमंल निबडीया, आशा दिवानी, सविता ओसवाल,लक्ष्मी निंबड़िया, मजुबेन‌‌ चंदुलाल राठोड़ को पुस्तक-ठमणी का लाभ 301 नई गाथा मे समीक्षा समीरजी ओसवाल,दंडा-का लाभ 151 बियासणा से मंजूबेन चंदनमलजी राठोड़,संथारा- 151 एकासना से संघवी पुखराजजी हंसाजी परमार,स्थापनाजी- 32000 खमासणा से पारसमलजी गणेशमलजी सोलंकी,प्रवीण हस्तीमलजी सोलंकी, पायल दिनेश गुंदेशा,आकाश हस्तीमल परमार (सभी अलग-अलग), सुपडी-पूंजणी-का लाभ श्रीसंघ की चैत्य परिपाटी यात्रा द्वारा श्री शांतिनाथ महिला मंडल,राजोहरण- का लाभ सकल संघ को खीर का एकासना कराने द्वारा श्री डोंगरमलजी शांतिलालजी निबजिया,कामली-का लाभ सकल संघ को दीपक एकासणा कराने से किरणजी हस्तीमलजी नागोत्रा सोलंकी,माला-का लाभ 701 नई पक्की नवकारवाली से सविताबेंन पारसमलजी सोलंकी परिवार ने लिया।

इसके अलावा श्रमण वेश का लाभ,30 जुलाई रविवार चलो महाविदेह चले भावयात्रा का संपूर्ण लाभ गणेशजी केशरीमलजी भगवानजी राठोड़,झोली का लाभ जीरावला दादा की प्रतिदिन जाप माला द्वारा किरणजी ढुमावत, संथारा का लाभदादा गुरुदेव की आराधना के तीन एकासने द्वारा तीन भाग्यशाली, रमेश पुखराजी परमार,किरणजी ढुमावत चिमनलालजी चुन्निलालजी शाह,वंदनावली के संघपति क्रिशा श्रेणिकजी ओसवाल,गोरल अमृता शहा,अमृतलालजी शेषमलजी ओसवाल,विक्की ओसवाल,नियांत विजयजी सोलंकी,खुशी इंद्रमरलजी राठोड़,  गायत्री ओसवाल, मंशीलालजी राठोर ,हजारीमलजी कपुरचंदजी ढुमावत,खेताजी मुकाजी गुंदेशा, संघवी अशोकजी ओसवाल, विजयजी भंवरलालजी गदिया, पुरया प्रवीणजी जैन, क्रियांशी गणेशजी राठौड़ परिवार हैं।आगामी आयोजन जिनका आदेश सयंम वंदनावली में दिया गया।

श्री राजेंद्रसूरी दादा गुरुदेव का 108 जोड़े से युक्त महापूजन नोवी (राज.) निवासी स्व. भागवंतीबाई बाबूलालजी हस्ते पारसमलजी बाबूलालजी नगोत्रा सोलंकी परिवार तलेगांव ने लिया है।

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