उपाध्याय श्री प्रवीणॠषिजी म.सा.का चातुर्मास पुना में
चातुर्मास ऐतिहासिक बनाने हेतू कमिटीयों का गठन
पुना :- परम पूज्य उपाध्याय श्री प्रवीणॠषिजी म.सा., दक्षिण ज्योति परम पूज्य श्री आदर्शज्योतिजी म. सा. आदि ठाणा 3 व जिनशासन गौरव श्री सुनंदाजी म.सा.आदि ठाणा 6 का चातुर्मास श्री आदिनाथ स्थानकवासी जैन भवन ट्रस्ट पुना में हो रहा है | चातुर्मास को सफल व ऐतिहासिक बनाने के लिए चातुर्मास समिति का निर्माण करना, चातुर्मास की पूरी जानकारी ; विभिन्न समितियों का कार्य इस उद्देश्य से श्री आदिनाथ स्थानक भवन में समर्पण सभा का आयोजन झूम के माध्यम से किया गया। उपस्थित जनसमुदाय को उपाध्याय श्री प्रवीणॠषिजी म.सा.ने मार्गदर्शन किया ।आदिनाथ स्थानक भवन के अध्यक्ष अनिल नहार ने कहा कि “यह चातुर्मास सिर्फ आदिनाथ संघ का नहीं बल्कि पूरे पुना शहर का है इसलिए इसके लिए चातुर्मास समिति एवं विभिन्न समितियों का गठन करने का निर्णय किया गया हैं|सभा मे उपाध्याय परम पूज्य श्री प्रवीणॠषिजी म.सा. चातुर्मास समिति 2025 के अध्यक्ष पद पर सुनील पोपटलाल नहार एवं स्वागताध्यक्ष पद पर राजश्री सुनील पारख इनका चयन किया गया ।आने वाले समय में चातुर्मास समिती एवं विभिन्न समितियों का गठन किया जाएगा।
उपाध्याय परम पूज्य श्री प्रवीणॠषिजी म. सा. ने मार्गदर्शन करते हुए कहा “चातुर्मास 2025 पुना में संपन्न हो रहा है।उन्होंने कहा कि पुना ने बहुत कुछ दिया है ।पुना मेरी राजधानी है ।आने वाले इस चातुर्मास में पुना वासियों के लिए सुंदर अतिथि भवन निर्माण करने के मेरे भाव है ।अतिथि भवन का निर्माण यही मेरे इस चातुर्मास की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी| आप सभी की श्रद्धा एवं समर्पण देखकर मेरी जिम्मेदारी और बढ़ गई है।
चातुर्मास के आधारस्तंभ के लिए नेमीचंदजी, राजेशजी, पवनजी भंडारी, दीपक पन्नालालजी लुंकड़; ललित कांतिलालजी शिगंवी ( जैन ) नाम घोषित किया किया गया।चातुर्मास सहयोगी के लिए रसिकजी राहुलजी लुनिया, संजयजी कांतिलालजी चोरडिया,तुषारजी नंदरामजी बंब, सौ. सुखदाजी सुनीलजी सरनोत इनका के नाम की घोषणा हुई।इस अवसर पर अभय छाजेड़,सज्जनमासीजी बोथरा,सुनील नहार, राजश्री पारख,दिलीप कटारिया, सुहास बोरा,सुरेश गांधी, संपत बोथरा, कुंदनजी दरडा,सुरेंद्र संचेती, विलास पालरेशा ; रविंद्रजी नहार, मधुबालाजी कटारिया,सेजलजी कटारिया, रूपल चोरडिया,राजेंद्र मुथा,गौतम नाबरिया, दिलीप बोरा, रमेश नौलखा, शैलेश नौलखा,पवन भंडारी,ललित (शिंगवी )जैन,दीपक लुंकड़,नितिन सकलेचा,संतोष ललवानी, सिद्धार्थ भटेवरा, महावीर चोरडिया,चंद्रकांतजी लुंकड़, कीर्ति दुगड,प्रवीण दूगड़,वैभव संघवी,संतोषजी भुरट,संदीप भंडारी, नेमीचंद सोलंकी; पंकज नौलखा, प्रीतेश सुराणा,अशोक मुथीयान,रसिक नाहर आदि गणमान्य उपस्थित थे|
कार्यक्रम को बनाने में अनिल नहार , मदनलाल बलदोटा,संजय सांखला , विजय नवलखा,अजय जैन, सचिन टाटिया,भरत चंगेड़िया ,सुभाष मुथा,निलेश सुंदेशा मुथा, धनराज सुराणा,अजिक्य चोरडीया , सुमित मुथ्था,रसुख बोरा,हिरालाल बडेरा आदि ने विशेष परिश्रम लिया।

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