मुमुक्षु दीप्ति बनी साध्वी आत्मप्रज्ञाश्री
गुरु इन्द्र सामाधि भूमि अम्बाला में कार्यक्रम
पंजाब :- लुधियाना निवासी भगत दौलत राम विमल कुमार जयमल जैन पाटनी परिवार की सुपुत्री मुमुक्षु दीप्ति जैन का दीक्षा महोत्सव गुरु समाधि भूमि अंबाला में संपन्न हुआ।पंजाब देशोद्धारक अनंत उपकारी पंजाब केसरी आचार्य विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति, श्रुतभास्कर आचार्य श्रीमद विजय धर्मधुरंधर सूरीश्वरजी म.सा, गणि श्री धर्मरत्न विजयजी, गणि श्री इंद्रजीत विजयजी आदि ठाणा एवं साध्वी श्री कल्पज्ञा श्रीजी म.सा, साध्वी श्री सुमनिषा श्रीजी म.सा, आदि ठाणा की निश्रा मे गुरु विजय इन्द्रदिन्न सूरि चेरिटेबल ट्रस्ट अम्बाला के तत्वावधान में गुरु इन्द्रदिन्न सूरि समाधि मंदिर के विशाल रंग मंडप में दीक्षा महोत्सव हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।
पांच दिवसीय मंगल मय कार्यक्रम में श्री पंच कल्याणक पूजा, श्री सिद्धचक्र महापूजन,आदि के अलावा दीक्षार्थी की बंदौली, वर्षीदान वरघोड़ा, विदाई समारोह, आदि हुए ।
मुमुक्षु दीप्ति बहन की अंतर भावना भगवान श्री महावीर स्वामी जी मार्ग में संयम स्वीकार करके श्रमणी बनने की आज फलीभूत हुई ।आज का दिन उसकी खुशियों का दिन था।अत्यंत हर्षोल्लास के साथ शुभ- मुहूर्त में पूज्य गच्छाधिपति के हाथों से रजोहरण ( ओघा ) ग्रहण किया ओर मुमुक्षु रत्ना दीप्ति नूतन साध्वी श्री आत्मप्रज्ञा श्रीजी बनी।
गुरुदेव ने नूतन साध्वी श्री आत्म प्रज्ञा श्रीजी को हित शिक्षा - देते हुए कहा कि देवाधिदेव तीर्थंकर परमात्मा ने कहा है चार वस्तुएं प्राप्त होना बहुत ही कठिन है - मनुष्य जीवन, जिन वाणी श्रवण, जिन वचनों के प्रति श्रद्धा, संयम में पुरुषार्थ, मुकदर से जो तुमको संयम मिला है जिस उल्लास से संयम जीवन स्वीकार किया है ,उसी उमंग से संयम जीवन का पालन करना यही मंगल आशीर्वाद।मेहमानों का स्वागत गुरु इन्द्रदिन्न सूरि समाधि मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सतीश जैन अंबाला ने किया। इस अवसर पर श्री आत्मानंद जैन महासभा उत्तरी भारत के प्रधान नेमचंद जैन एवं आदि अनेक सभाओं के पदाधिकारी सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
विधिकारक के रूप में श्री विजय वल्लभ सेना, एवं भक्ति की रमझट सुनील पारख, सौरभ मुंहानी, भविक शाह मुबई, ईशानभाई अहमदाबाद,अमित तोरी, आदि ने जमायी।
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