महाराष्ट्र के बाढ़ ग्रस्त लोगों के लिए राहत सामग्री

 राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन के ट्रक रवाना

 

मुंबई। मुंबई   उपनगर   के जिला   कलेक्टर   मिलिंद   बोरीकर   की अपील पर राजस्थानी समाज बाढ़ ग्रस्त लोगों की सेवा के लिए आगे आया हैं। महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश के कारण इन दिनों पानी भरा हुआ है, आवागमन बंद है एवं लाखों लोग परेशान हैं। बाढ़ में फंसे लोगों व बेतहाशा बारिश से बर्बाद हजारों परिवारों को जीने के लिए कई तरह के आवश्यक सामान की जरूरत हैं। बाढ़ ग्रस्त लोगों की इसी तकलीफ को समझते हुए मुंबई उपनगर के जिला कलेक्टर मिलिंद बोरीकर एवं  तहसीलदार संदीप थोरात की अपील पर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखराज नाहर एवं हाल ही में नियुक्त संस्था के चेयरमैन प्रदीप राठोड़ की अगुवाई में यह राहत सामग्री भेजी गई है। राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन ने 25 हजार किलो राहत सामग्री की पहली खेप 3 ट्रकों में भर कर रवाना की।

 

सरकार व प्रशासन के सहयोग से चल रहे राहत अभियान के तहत बाढ़ग्रस्त इलाकों के लोगों की जरूरत के हिसाब से राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आवश्यकतानुसार राहत सामग्री भिजवाई जा रही है। चिपलूण इलाके के बाढ़ ग्रस्त लोगों के लिए रोजमर्रा की घरेलू जरूरतों के सामान की 25 किलो राशन सामग्री के 1000 पैकेट की पहली खेप जिला कलेक्टर बोरकरतहसीलदार थोरात व कलेक्टर कार्यालय के स्टाफ की उपस्थिति में ट्रक में भर कर रवाना की गई। पीड़ित मानवता की सेवा में सामाजिक संस्था राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन की हमेशा से अग्रणी भूमिका रही है। सन 1985 में अपनी स्थापना के साथ ही संस्था अकाल, बाढ़, तूफान व अन्य आपदाओं से जूझते लोगों की सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखराज नाहर के मुताबिक तीन साल पहले जब महाराष्ट्र में भयंकर बाढ़ आई थी, और लाखों लोग कई दिनों तक बाढ़ के पानी में फंस गए थे, तब भी एसोसिएशन ने जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (जीतो)
के सहयोग से बड़ी तादाद में लोगों के लिए राहत सामग्री की सहायता की थी। यही नहीं, केरल में चार साल पहले आई विनाशकारी बाढ़ में भी जब लाखों लोग तबाह हो गए थे, उस मौके पर भी वहां पर सरकार के साथ मिलकर राहत सामग्री भेजने में संस्था ने कोई कमी नहीं रखी। इस राहत सामग्री में मुख्यतः कपड़े, बर्तन, आवश्यक दवाइयां एवं राशन सामग्री शामिल है। 


सन 1987 में राजस्थान में पड़े भीषण अकाल में लोगों की राहत के लिए भी सरकार के सहयोग व जनसेवा के लिए एसोसिएशन ने पशुधन व लोगों को बचाने की दिशा में 30 पशु शिविर एवं 27 चारा डिपो खोलने के साथ ही हजारों ट्रक चारे की व्यवस्था करके एक इतिहास कायम किया था। संस्था के अध्यक्ष सुखराज नाहर एवं हाल ही में नियुक्त संस्था के चेयरमैन प्रदीप राठोड़ की अगुवाई में अब महाराष्ट्र में बाढ़ पीड़ितों की सेवा के लिए राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन एक बार फिर से अग्रणी भूमिका निभा रहा है।  

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