रविवार पुष्प नक्षत्र योग में क्षमतानुसार तप जप करे


💠 11july रवि पुष्य नक्षत्र 💠

श्री गौतम मुनि,बरसादाता

कल 11 जुलाई 2021 रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र योग है। इसलिए  अपनी अपनी श्रद्धा और क्षमतानुसार  तप अनुष्ठान संपन्न करे । (एकासना, आयम्बिल, उपवास, निवि, बेआसना ) तथा जाप करे जो आप रोजाना कर रहे हो । लेकिन उसके साथ साथ रवि पुष्य योग होने के नाते नीचे दिए गए जाप भी कर सकते हो। ध्यान रहे जाप करना ही है। तन से और मन से।


💠 जाप करने के लिए💠

1) मन में देव गुरु धर्म के प्रति श्रद्धा।
(2) पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुँह करके जाप करना है।
(3) स्वयं का आसन , मुखवस्त्रिका, खुद की माला। प्लास्टिक या रेडियम की माला कोई भी जाप करने के लिए इस्तेमाल न करे।
(4) जाप करने के लिए📿 ( तुलसी, सप्तटिक , लकड़ी, नवरत्न , मोती, चंदन, लाल चंदन , रुद्राक्ष ,पचरंगी,) होनी चाहिए। जाप अपनी ही माला से करे ।न किसी को हमारी माला दे न किसी की ले।
(5) जाप से पूर्व हाथ, पैर, और मुख साफ हो। मुँह में किसी प्रकार का अन्न का कण न हो।
(6) जाप करते हुए मन में प्रसन्नता हो ।नकारात्मक विचारों से जाप न करें ।अन्यथा किसी का बुरा हो या ना हो ।जाप करने वाले का ही गलत होगा ।
(7) सामायिक में जाप करो तो अतिउत्कृष्ठ , सामायिक नही हो सकी किसी कारण से तो सँवर करे।
(8) खुले मुँह कोई भी जाप या स्वाध्याय न करे।
(9) लेडीज प्रोब्लम हो तो जाप न करे।
(10)  ये सारे नियम हमेशा के लिए पालन करने जाप करने के लिए।
(11) जाप प्रारंभ करने के लिए पूर्व या उत्तर या  ईशान्य  दिशा की ओर अपने देव गुरु / गुरुणी और धर्म को वंदना करे विधि के अनुसार।
(12) और ऐसा बोले देव, गुरु /गुरुणी  और धर्म  के चरणों में वन्दन, नमन करते हैं आपकी आज्ञा से जाप शुरू कर रहा हूँ अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखें।
(13)फिर अपने आसान पर बैठकर जाप करें
(14) जाप पूर्ण होने के बाद पुनः देव गुरु धर्म  को वन्दन, नमन करे। आपकी कृपा से मेरा जाप हुआ । मेरे से उच्चारण करते हुए  कोई गलती हुई हो। आपकी कोई आशतना हुई हो तो क्षमा याचना करता हूँ/करती हूँ।आप मुझे क्षमा करें।
(15) जाप पूर्ण होने के बाद अपना आसान , माला मुखवस्त्रिका अपने स्थान पर रखे ।

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  📿   📿 जाप 📿 📿
(1)नवकार मन्त्र  की रोज एक माला।
(2) लोगस्स  5, 9, 27, 41 108 बार करे खुले ।
(3) पैंसठिया छन्द 5,9,11,41,65, 108 बार बोल सकते हैं।
(4) ॐ ह्रीँ श्रीं नमो सिद्धाणं रोज 1 माला।
(5) ॐ ऐं नमः की रोज 1 माला स्मरण शक्ति के लिए।
(6)ॐ अर्हम नमः की रोज 1 माला धन लाभ के लिए।
(7) ॐ ह्रीँ नमः नमो लोएसवसाहूणं की 1 माला  घर, परिवार में प्रेम बढे।
(8) ॐ गं गणपत्यै गौतम गणधराय नमो नमः की 1 माला रोज व्यापार वृद्धि के लिए।
(9)सिद्धा सिद्धिं मम दिसंतु  इसे 27, 33,65,108 बार बोले सूर्योदय के समय सूर्य को देखते हुए। इससे संकल्प शक्ति (कॉन्फिडेंस) बढेगा । कार्य सिद्ध होंगे।
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ऊपर दिए गए जाप में से कोई भी जाप आप , आपके परिवार के सदस्य, आपके मित्र, रिश्तेदार करना चाहते हैं तो कर सकते हैं। जो जाप आप पहले से करते हो तो उसके साथ इनमें से भी आप कर सकते हो।
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24 घंटे में से जाप किसी भी समय प्रारंभ कर सकते हो कल  वैसे जाप करने के लिए समय कल (5am to 6am , 8am to 11.30am , 3pm to4.30pm ) ये समय दिए गए हैं।
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अब आपके ऊपर  करता है ,की आप कोनसा जाप ,कौनसे समय पर करना चाहते हो। क्यों कि आजकल हम धर्म अपने खुद के समयानुसार करने लगे हैं।धर्म कभी भी करो मन से, श्रद्धा, विश्वास, समर्पण से करो।
धर्म हमें नही छोड़ता हम धर्म करना छोड़ देते हैं। जो अंत तक साथ देता है उसी को हम बीचमें छोड़ देते हैं। आपसे हाथ जोड़कर अनुरोध है धर्म की शरण में आओ बेडा पार होगा आपका ।
हमारी मंगलकामना आपको जाप करने में सफलता मिले ।आपकी मनोकामना पूर्ण हो।पूर्ण ह। आप अपने अनुसार जाप की माला या संख्या बढ़ाना चाहते हो तो अपनी क्षमता के अनुसार बड़ा सकते हो। जाप का पानी करके घर के सदस्यों को पिलाना चाहते हो तो अच्छा है।                       खुश रहो, प्रसन्न रहो, मस्त रहो, चुस्त रहो स्वस्थ रहो, जबरदस्त रहो ,चिंतामुक्त रहो।


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