राजस्थान सरकार का “एमनेस्टी जनसम्पर्क पखवाड़ा”

कर अधिकारी पहुंचे व्यवहारी के द्वार, व्यवहारियों से किया व्यक्तिशः संवाद


व्यवहारियों ने उत्साहपूर्वक दिखाई एमनेस्टी स्कीम-2021 के लाभ लेने में रूचि 

जयपुर :-
वाणिज्यिक कर विभाग के मुख्य आयुक्त रवि जैन की पहल पर संभाग स्तर पर शुक्रवार से “एमनेस्टी जनसम्पर्क पखवाड़ा” का प्रारंभ हुआ। पखवाड़े के प्रथम दिन कर अधिकारियों ने बाजारों-घरों पर जाकर व्यवहारियों से व्यक्तिशः संपर्क किया और उन्हें एमनेस्टी स्कीम-2021 में देय आकर्षक छूटों के बारें में अवगत करवाया।

आयुक्त ने बताया कि पखवाड़े के प्रथम दिन संभाग स्तर पर पदस्थापित कर अधिकारियों ने बाजारों में दौरा कर व्यवहारियों से भेंट की। उन्हें विस्तारपूर्वक एमनेस्टी स्कीम के अंतर्गत देय आकर्षक छूटों के बारें में बताया। साथ में अधिकारियों ने बाजारों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बाजारों में शिविर भी आयोजित किए, जिनमें व्यवहारियों ने अतिउत्साह से भाग लिया और स्कीम में जुड़ने की इच्छा प्रदर्शित की। 

उन्होंने बताया कि जनसंपर्क के दौरान कर अधिकारियों द्वारा व्यवहारियों को एक सूचना पत्र प्रदान किया जिसमें व्यवहारी के विरूद्ध बकाया मांग की सूचना संकलित थी। पत्र में सम्बंधित अधिकारी के दूरभाष नम्बर दिए गए है, ताकि व्यवहारी मांगों के संबंध में अधिकारियों से किसी भी समय चर्चा कर सके  और आवश्यक जानकारी ले सके। इसके साथ ही जनसंपर्क के दौरान अधिकारियों ने विवादित मांग के निस्तारण के संबध में  भी व्यवहारियों को सूचित किया।

आयुक्त ने बताया कि कोरोना की विषम परिस्थितियों में राज्य सरकार की प्राथमिकता एमनेस्टी स्कीम के माध्यम से व्यवहारियों को आर्थिक राहत देना है। इसलिए विभाग द्वारा 16 से 31 जुलाई तक “एमनेस्टी जनसम्पर्क पखवाड़ा” मनाया जा रहा है। स्कीम की अत्यधिक आकर्षक छूटों का लाभ प्रथम चरण के अंतर्गत 31 जुलाई तक ही देय है। इसके पश्चात स्कीम के दो चरण क्रमशः 1 से 31 अगस्त व 1 से 30 सितम्बर तक जारी रहेंगे। स्कीम के तहत बकाया मांग पर उपार्जित ब्याज के साथ-साथ मांग में शामिल सम्पूर्ण ब्याज, सम्पूर्ण विलम्ब शुल्क, शास्ति की राशि व मूल कर में प्रथम बार छूट दी जा रही है।


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