पाली में मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल का भूमिपूजन संपन्न
सेवाकार्यों का क्रम निरंतर जारी
पाली :- पंजाब केसरी , युगनायक परम पूज्य आचार्य भगवन्त श्रीमद् विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा. समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति, शांतिदूत जैनाचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सूरीश्वरजी महाराज आदि ठाणा की निश्रा में 29 अप्रैल 2021 को विजय मुहूर्त में गुरु समुद्र की जन्म भूमि जैन नगरी पाली में मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल का भूमिपूजन व शिलान्यास संपन्न हुआ.
आज जहां चारों तरफ कोरोना का कहर बरस रहा है वहीं दूसरी ओर पूज्य गच्छाधिपति गुरुदेव की सत्प्रेरणा से चित्त शुद्धि तथा कर्म मुक्ति के हेतु अनेक जिनमंदिरों का निर्माण प्रारम्भ हुआ है तो वहीं साथ ही शरीर की स्वस्थता तथा आरोग्य की सुरक्षा के लिए मानवता की सेवा में समर्पित ऐसे अस्पतालों के भी भूमिपूजन - शिलान्यास करवाये जा रहे हैं
अभी इसी फरवरी माह में हरियाणा प्रान्त के अम्बाला शहर में साध्वी देवश्री हॉस्पिटल का भूमिपूजन शिलान्यास करवाया फिर पंजाब के लुधियाना महानगर के नूरवाला रोड में श्री मनोवांछित पार्श्वनाथ जिनमंदिर के साथ वाली भूमि पर आचार्य जयानंद सूरि भवन व श्रीमती सुमन जैन हॉस्पिटल का शिलान्यास करवाया , माता मोहन दई ओसवाल हॉस्पिटल में विद्या सागर ट्रोमा सेंटर का उद्घाटन करवाया , लोक पद्मा एम. जे. एस. हॉस्पिटल में आंखों के आधुनिक विभाग का उद्घाटन करवाया , आत्म वल्लभ जनपथ में भी नए भवन के पास ही चिकित्सा सुविधा हेतु भवन का प्रावधान किया। हिमाचल प्रदेश के कुमारहट्टी में बनने वाले न्यू सम्मेत शिखर तीर्थ परिसर में भी चिकित्सा तथा जीव दया के कार्यों की योजना को आशीर्वाद दिया ।
इसी क्रम में राजस्थान के पाली शहर में पौने सात बीघा भूमि पर भव्य हॉस्पिटल के निर्माण की योजना को शुभ मुहूर्त में मूर्त रुप प्रदान किया।
यह निर्माण कार्य पाली सेवा मण्डल द्वारा करवाया जा रहा है तथा हॉस्पिटल का संचालन भी उन्हीं के द्वारा किया जाएगा । कई दशकों से यह मंडल आंखों के हॉस्पिटल का संचालन कर रहा है।
इस अवसर पर विधायक ज्ञानचंद पारख , सभापति श्रीमती रेखा राकेश भाटी ,अध्यक्ष मदन मोहन राठी, सचिव विजयराज बंब, घीसुलाल पारख़, डी डी सोलंकी व सेवाशील राजेंद्र मेहता, महेंद्र जैन रमेश सांड़, ओमप्रकाश छाजेड़, सोहनलाल कवाड़, भरत देशरला , सुशील कोठारी , सुधीर कालानी, मितेश मेहता आदि उपस्थित थे।
इस हॉस्पिटल के निर्माण हेतु गच्छाधिपति गुरुदेव के आशीर्वाद से मात्र गुने चुने भाग्यशालियों में से ही करीब सात करोड़ की राशि के वचन प्राप्त हो गए ।
खुशी की बात है कि जन सेवा के कार्यों में गच्छाधिपति गुरुदेव की प्रेरणा तथा आशीर्वाद हमेशा मिलता रहता है। जिससे जैनों के साथ साथ जैनेतर बंधु भी बड़े भाव से सेवा कार्यों में जुड़कर तन मन धन से लाभ लेते हैं।वर्त्तमान समय मे इस तरह के कार्यों की आवश्यकता है.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें