गुजरात के पाटण नगर में मुमुक्षु शुभम की दीक्षा 1 मई को
महोत्सव हुआ प्रारंभ
.
इस निमित्त त्रिस्तुतिक जैन संघ पाटण की आज्ञा से त्रिदिवसीय महोत्सव का आयोजन धार मध्यप्रदेश निवासी जतनबेन शांतिलाल छजलानी परिवार द्वारा शुरू हुआ है.
दीक्षार्थी की भावना अनुसार फोटोग्राफी तथा वीडियो शूटिंग नहीं होगी., मुनिराज चारित्र रत्न विजयजी ने कहा कि सभी कार्यक्रम सरकारी नियमानुसार संपन्न होंगे.उन्होंने कहा कि शायद ! आप आ नही सकते लेकिन अनुमोदना तो कर सकते है.
उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थिति अनुसार दीक्षा प्रसंग छोटा ही रखा है, परंतु भव्यता तो है ही. इस प्रसंग में साक्षी बनने वाली पुण्यत्माओं की संख्या सीमित होगी, परंतु उल्लास तो सीमातित होगा, संगीतकार होंगे, परंतु Sound System नही होगा.साथ ही संप्रतिकालीन श्री ऋषभदेव प्रभु की छत्रछाया में प्रभुभक्तिमय इस दीक्षा - प्रसंग में प्राचीन परम्परा के दर्शन होंगे जैसे कि -
🔹वृक्षकी छाया में दीक्षाविधि होगी.
🔸दीक्षा का मडंप सम्पूर्ण खादी का होगा.
🔹सूर्यास्त होने के बाद कोई भी आयोजन नही होगा. आप घर बैठकर खूब - खूब अनुमोदना और आराधना करना
दीक्षार्थी की भावना अनुसार फोटोग्राफी तथा वीडियो शूटिंग नहीं होगी., मुनिराज चारित्र रत्न विजयजी ने कहा कि सभी कार्यक्रम सरकारी नियमानुसार संपन्न होंगे.उन्होंने कहा कि शायद ! आप आ नही सकते लेकिन अनुमोदना तो कर सकते है.
उन्होंने बताया कि वर्तमान स्थिति अनुसार दीक्षा प्रसंग छोटा ही रखा है, परंतु भव्यता तो है ही. इस प्रसंग में साक्षी बनने वाली पुण्यत्माओं की संख्या सीमित होगी, परंतु उल्लास तो सीमातित होगा, संगीतकार होंगे, परंतु Sound System नही होगा.साथ ही संप्रतिकालीन श्री ऋषभदेव प्रभु की छत्रछाया में प्रभुभक्तिमय इस दीक्षा - प्रसंग में प्राचीन परम्परा के दर्शन होंगे जैसे कि -
🔹वृक्षकी छाया में दीक्षाविधि होगी.
🔸दीक्षा का मडंप सम्पूर्ण खादी का होगा.
🔹सूर्यास्त होने के बाद कोई भी आयोजन नही होगा. आप घर बैठकर खूब - खूब अनुमोदना और आराधना करना
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