जैन धर्म का अनुसरण बीमारियों से बचाता है

 वेबिनार पर विद्ववानों के विचार

लखनऊ :- जैन संस्कृति मे पर्यावरण चेतना एवं संरक्षण विषय पर  वेबिनार का आयोजन डॉ एन के खींचा ने किया. इस वेबिनार की अध्यक्षता डॉ प्रेम सुमन जैन ने की।चर्चा सत्र में डॉ पी सी जैन, डॉ सुषमा सिंघवी, डॉ अखिल बंसल,सनत कुमार जैन, साधना जैन आदि विद्ववानों ने विचार प्रस्तुत किए।
लखनऊ से जुडे शैलेंद्र जैन ने बताया कि सभी विद्ववानों ने
बताया कि कैसे जैन धर्म का अनुसरण कर अनेक प्रकार के रोगो से बचा जा सकता है। जैन परंपरा मे अपरिग्रह का बहुत महत्व है जो सिखाता है कि अपनी आवश्यकता पर कम से कम उपयोग करे जिससे उनका अन्य उपयोग कर सके।
भगवान महावीर ने बताया जियो और जीने दो भी यही बताता है कि अपने अधिकारो को हासिल कर खुद जियो और दूसरों के अधिकारो का उन्हे देकर दूसरों की मदद करो।ये ही अकेला मार्ग है जिस पर चलकर ही विश्व कल्याण संभव है।

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