उपराष्ट्रपति ने देशवासियों को महावीर जयंती की बधाई दी
निस्वार्थ भाव की प्रतिमूर्ति थे महावीर
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं 'महावीर जयंती' के पुनीत अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
भगवान महावीर ने अहिंसा, करूणा और नि:स्वार्थ भाव की अपनी शिक्षाओं के माध्यम से सद्भाव और मानवता की प्रगति का प्रबुद्ध मार्ग प्रशस्त किया। वह वास्तव में हमारे देश में सामाजिक सुधार और शांति के महानतम पैगंबरों में से एक हैं।
यह त्योहार जैन समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है और भारत तथा पूरे विश्व में आध्यात्मिक उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। श्रद्धालुओं द्वारा पुण्य कार्य, स्तवनों का पाठ, रथ में भगवान का जुलूस और जैन मुनियों तथा साध्वियों द्वारा आध्यात्मिक उपदेश इस उत्सव के मुख्य आकर्षण हैं। परंतु कोविड-19 वैश्विक महामारी की स्थिति को देखते हुए, मैं अपने सभी देशवासियों से आग्रह करता हूँ कि वे इस त्योहार को घर पर रहते हुए और कोविड स्वास्थ्य तथा स्वच्छता प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाएं।
भगवान महावीर की शिक्षाओं को आत्मसात करते हुए आइए हम सभी कोविड-19 के खिलाफ साझा लड़ाई में अपने-अपने तरीके से योगदान दें। आइए इस पावन अवसर पर हम भगवान महावीर की शिक्षाओं को आत्मसात करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराएँ और स्वयं को एक शांतिपूर्ण, सामंजस्यपूर्ण और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण हेतु समर्पित करें।
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