संगीत रत्न मोहनलाल बरडिया का निधन

1500 से अधिक स्तवन लिखे थे


कोलकाता :-
सुप्रसिद्ध गायक,स्वर भुषण मोहनलाल बरडिया का कोलकाता में आकस्मिक निधन हो गया.वे संगीत रत्न की उपाधि से सम्मानित थे.

बरडिया पंजाब केसरी आचार्य श्री विजय वल्लभ सूरीश्वरजी म.सा.समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्री धर्मधुरंधर सुरिश्र्वरजी म.सा. के परम भक्त थे. उन्होंने 1500 से ज्यादा स्तवन लिखे थे.वे बीकानेर

ज्ञात हो 1987 में बिकानेर में श्री मोहनलाल जी बरडिया अभिनन्दन समिति द्वारा आयोजित भव्य समारोह में उनका नागरिक अभिनन्दन किया गया था. बीकानेर जैन संघ ने उन्हें भक्ति स्वर भुषण की उपाधि से अलंकृत किया था.वे बीकानेर के थे और कोलकाता रहते थे.
मार्च 1987 को नई दिल्ली के फिकी हॉल में आचार्य श्री सुशील कुमार जी म.सा की उपस्थिति में आयोजित समारोह में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह को वीरस्तवन मंजरी संकलन भेंट की थी.

मई 1987 में जयपुर में आयोजित राजस्थान दिवस समारोह में श्री बरडिया को राजस्थान के तत्कालीन राज्यपाल वसंत दादा पाटिल ने सम्मानित किया था.श्री वल्लभ विधार्थी संघ के दिलखुश कोठारी वकेंद्रीय मानवाधिकार संगठन कालबादेवी शाखा के अध्यक्ष विक्रम कुशलराज छत्रिया बोहरा सुराणा ने उनके निधन पर दुःख व्यक्त किया है.

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