पर्यावरण योद्धा थे हिमालयी पुत्र सुंदरलाल बहुगुणा :- राज्यपाल कोशियारी
महात्मा गांधी के बताए मार्ग पर चले
मुंबई :- राज्यपाल भगतसिंह कोशियारी ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद और चिपको आंदोलन के संस्थापक सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर दुख व्यक्त किया है.उन्होंने अपने शौक संदेश में कहा कि वे एक ऋषि- सद्श व्यक्तित्व थे,जो हिमालय पर्वत श्रृंखला के साथ साथ संपूर्ण पर्यावरण के संवर्धन और सरंक्षण के प्रति समर्पित थे.
बहुगुणा जीवनभर महात्मा गांधी के बताएं मार्ग पर चलते हुए जीवन में सत्याग्रह को अपनाया.उन्होंने नशामुक्ति के कार्य में महिलाओं को एक किया. उन्होंने ऐतिहासिक चिपको आंदोलन का नेतृत्व किया और परियोजना पीड़ितों के पुनर्वास के लिए काम किया.उन्होंने कहा उनसे मेरा घनिष्ठ संबंध था,जिसे मैं अपना सौभाग्य समझता हूं. उनके निधन से हमने पर्यावरण की रक्षा के लिए समर्पित योद्धा खो दिया है.
देश ने निसर्ग ऋषि खो दिया :- उद्धव ठाकरे
पर्यावरणविद और चिपको आंदोलन के संस्थापक सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश ने निसर्ग ऋषि खो दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने न सिर्फ चिपको आंदोलन खड़ा कर वृक्षों को बचाया,बल्कि पर्यावरण संरक्षण को घर घर का जनांदोलन बना दिया. निसर्ग पर अपार प्रेम रखनेवाले सुंदरलाल बहुगुणा देश विदेश के पर्यावरण कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत थे और वास्तव में देश ने एक निसर्ग ऋषि खो दिया.
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