जैतपुरा तीर्थ में बड़ी दीक्षा संपन्न

मुनि श्री विद्यानंद विजय जी म. के रुप हुआ नया नामकरण 


पाली :-
पंजाब केसरी जैनाचार्य श्रीमद् विजय वल्लभ सूरी  समुदाय के वर्तमान गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सूरीश्वर जी म०सा०,गोडवाड़ भूषण, ज्ञान प्रभाकर आचार्य श्रीमद् विजय जयानंद सूरीश्वर जी म०सा० आदि ठाणा एवं विदुषी साध्वी पूर्णप्रज्ञा श्री जी म० सा आदि ठाणा की पावन कारी निश्रा में प्रभु वीर के केवलज्ञान कल्याणक के शुभ दिन 22 मई 2021 को नवदीक्षित मुनिराज श्री मुक्तानंद विजय जी म० सा० की बड़ी दीक्षा का कार्यक्रम विजय वल्लभ साधना केंद्र , जैतपुरा में सादगी पूर्वक सम्पन्न हुआ।

इस दिन  प्रभु महावीर का केवलज्ञान कल्याणक दिवस एवं आदर्श उपाध्याय श्री सोहन विजय जी म० सा० के दीक्षा दिवस का भी शुभ संयोग रहा ।बड़ी दीक्षा विधि अंतर्गत सूत्रोच्चार गणिवर्य श्री जयकीर्ति विजय जी म० सा० ने किया ।  गच्छाधिपति जी ने पांच महाव्रत तथा छठा रात्रि भोजन विरमण व्रत का आलावा उच्चाराया तो पूज्य बड़े भैया गुरुदेव ने शुभ मुहूर्त में इच्चेइआइं  सूत्र उच्चार किया । 


मुनि श्री मुक्तानंद विजय जी का बड़ी दीक्षा पर नाम परिवर्तन किया गया।मुनि श्री विद्यानंद विजय जी म. के रूप में उनका नया नामकरण हुआ। विधि पूर्ण होने के बाद नूतन मुनि श्री को साध्वी जी महाराज व उपस्थित परिवारिकजन ने गुरुवंदन किया । 

हितोपदेश देते हुए गच्छाधिपति जी ने ज्ञाता धर्म कथा आगम से पांच महाव्रतों के महात्म्य को लेकर बड़ी प्रेरक कहानी सुनाई और नवदीक्षित को जीवन पर्यंत इन महाव्रतों की निर्मल पालना करने के लिए प्रेरित किया ।इस अवसर पर नव दीक्षित का सांसारिक माता पिता संजय जी , श्री मति मंजूजी , भुआ श्रीमती शशिजी व भाई श्री समर्थ जैन अंबाला से पधारे हुए थे । 

गच्छाधिपति व बड़े भैया गुरुदेव ने समुदायवडिल आचार्य श्रीमद् विजय वसन्त सूरि जी म. द्वारा प्रेषित व स्वयं की तरफ से काम्बली ओढ़ाई तथा साध्वी जी म. ने पूज्या माता जी म.सा.- साध्वी अमितगुणा श्री जी म.सा. , साध्वी प्रगुणा श्री जी म.सा. , साध्वी प्रियधर्मा श्री जी म. सा.- भुआ जी म.सा. ने भी व स्वयं की तरफ से नवदीक्षित को काम्बली ओढ़ाई ।

सांसारिक परिवार ने भी आचार्य भगवंतों व नूतन महाराज को काम्बली अर्पण कर आशीर्वाद लिया ।


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