अनोप मंडल के खिलाफ कार्यवाई की मांग

 हर धर्मप्रेमी करे विरोध

सेवा में,

        श्रीमान प्रधानमंत्री महोदयजी,

             नरेन्दभाई मोदीजी,


            श्रीमान गृह मंञीजी,

              अमितभाई शाह,

           भारत सरकार दिल्ली,


       श्रीमान मुख्यमंत्री महोदयजी,

             अशोक गेहलोतजी,राजस्थान


           श्रीमान प्रतिपक्ष नेता,

          गुलाबचंद कटारियाजी,

              राजस्थान सरकार,


विषय:--ऱाजस्थान से अनोप मंडल द्वारा अल्प संख्यक जैन समाज के विरूद्ध लोगो की भावनाओं को भडका कर हमारे साधु-संतो व साध्वी को अपमानित करने बाबत.

निवेदन है कि,हर विपदा में राष्ट् के प्रति समर्पित रहने वाले जैन समाज पर,जालोर, बाडमेर,जोधपुर, सिरोही व पाली जिलों के गॉवो में रहने वाले  भोले-भाले लोगों को भ्रमित कर, विश्व में कोरोना वायरस नामक महामारी को लाने का,राज्य में राक्षसी तंञ-मंञ कर बरसात को रोकने का आरोप व राज्य में आने वाली हर आपदा के लिए जैन समाज को दोषी बताते हुए बदनाम कर उनके परिवार वालों को धमकाना,व साधु-संतो व साध्वींयों पर अत्याचार करवाना,अनोप मंडल के लोगो की आम बात हो गई है!

 अहिंसा प्रेमी जैन समाज चींटीं को मरना पाप समझता है।ऐसे समाज पर कोरोना महामारी लाने का आरोप देना,बरसात को राक्षसी तञं-मंञ द्वारा रोकने का आरोप लगाकर बदनाम करने के कृत्य से,अनोप मंडल द्वारा जैन समाज के प्रति किसी बहुत बडे षडयंञ की बु आ रही है।

     मान्यवर वर्तमान में मुबंई जैसे शहर में सरकारी फरमान से लगा लॉक-डॉउन में बेसहारा लोगों को सहारा देने के लिए सर्व प्रथम जैन समाज की पहल हुई थी!इस महामारी के लॉक डाउन में मुबंई महानगरी में कोई इंसान भुखा-प्यासा नही सोया, इतना ही नही मुक प्राणीयों को भी भुख व प्यास से वंचित नही रहने दिया।

(इस तरह के शब्दो को लिखना या ऐसे शब्दो का प्रयोग हमारे धर्म विरूद्ध है।जैन समाज हमेशा दान देने में अग्रणी रहा है और दान देकर भुल जाना इस समाज की फितरत है।इसका इतिहास भी गवाह है कि राष्ट के प्रति जैन समाज हमेशा वफादार रहा है।उनमें राष्ट प्रेम कुट-कुुट कर भरा हुआ है।)

    मुबंई में इस मानव सेवा का कार्य करते हुए कई जैन वीर सैनिक मौत के मुंह में चले गये! कई मॉओं ने अपने लाल को तो कई बहनों ने अपने भाई को तो कईयों ने अपने सुहाग को खोया है,कई बच्चों के सिर से पिता,चाचा,भाई का सहारा तक छीन गया परन्तु मानव सेवा व जीवदया के प्रति समर्पित जैन धर्म के अनुयायों ने अपने मानव सेवा के कदम पीछे नही हठाये,यही तो भगवान महावीर का संदेश है।एेसे अहिंसा वादी जैन थर्मावलंबियों पर कोरोना वायरस नामक महामारी को लाने व राक्षसी तंञ-मंञ कर बरसात को रोकने का आरोप लगाकर बदनाम करना कहॉ तक उचित है!

    अत:आपसे अनुरोध है कि इस विषय पर आप स्वयं संज्ञान लेते हुए अनोप मंडल पर सम्पुर्ण भारत वर्ष में बन्दी लगाये!

जैन धर्म के साधु -संतो व साध्वीयों की रक्षा करे! सभी धार्मिक स्थल,मंदिर व जैनों के घर बार की सुरक्षा का फरमान जारी किया जाये!

      राजस्थान मे कई गॉवो में अल्पमत में रहने वाले जैन परिवारों की रक्षा की जीये।धमकी देने वालो पर कडक से कडक कार्यवाही की जाये।

नोटः इस पोस्ट को आप सभी ईमेल के जरिए लाखों की तादाद में भारत के प्रधानमंत्रीजी,गृह मंञीजी,राजस्थान के मुख्यमंत्रीजी व राज्य के प्रति-पक्ष के नेताजी तक पहुचाने का कष्ट करावे।

महावीर एल राठौड / बिजोवा दादर

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