दुश्मनी को क्षमा से मारा जा सकता हैं :- प्रसन्न सगर

सबसे उत्तम धर्म है क्षमा

मुरादनगर :- उत्तम क्षमा धर्म से प्रारम्भ होकर उत्तम क्षमा धर्म पर ही समाप्त होने वाला पर्वराज पर्युषण पर्व अपनी चेतना को जाग्रत करने का पर्व है। पर्युषण पर्व के प्रथम दिन क्षमा धर्म का पालन करते हुए तपाचार्य अन्तर्मना मुनि श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज ने कहा कि तलवार से दुश्मन को मारा जा सकता है लेकिन क्षमा से दुश्मनी को मारा जा सकता है। क्रोध से व्यक्ति महान नही बनता बल्कि क्षमा व्यक्ति को महान बनाती है। इस लिए "दुश्मन" को मारने से अच्छा है आप "दुश्मनी" को मार दे ताकि दुश्मन आपो आप समाप्त हों जाए। पर्युषण पर्व जैन धर्म का महापर्व है इन 10 दिनों में आप अपना मोक्ष मार्ग प्रशस्त  कर सकते हो। उन्होंने भक्तो को ग्रन्थ शास्त्र पढ़ने  के पुण्य को बताते हुए कहा कि जिस प्रकार सनातन धर्म मे "गीता", मुस्लिम धर्म मे "कुरान" सिख धर्म मे "गुरुग्रन्थ साहेब" व ईसाई धर्म मे "बाइबिल" का जो सम्मान है उसी प्रकार जैन धर्म मे" जिनवाणी तत्वार्थसूत्र शास्त्र" का परम सम्मान है आप इस महापर्व पर रोज इसका स्वाध्याय करे आप को कई उपवासो का पुण्य इसके पढ़ने  से मिलेगा। जानकारी देते हुए प्रवक्ता रोमिल जैन, नरेद्र अजमेरा, पीयूष कालीवाल ने बताया की पूज्य गुरुदेव का मंगल चातुर्मास मंशापूर्ण महावीर तीर्थ गंगनहर मुरादनगर उत्तरप्रदेश में चल रहा है जहाँ पूज्य गुरुदेव  व संघस्थ मुनि श्री पीयूष सागर जी के महाराज के निर्देशन में  पर्वराज पर्युषण  पर्व के अवसर पर प्रशानिक गाइडलाइन का पालन करते हुए पूर्ण भक्ति भाव से प्रातः भगवान के कलशाभिषेक शांतिधारा बाद विधान मंडल की आराधना की गई। इस अवसर पर उपस्थित भक्तो ने गुरुदेव से  संकल्प पूर्वक 10 दिनों के लिए उपवास व्रत के नियम लेकर  पुण्यार्जन किया। इस अवसर पर अजय सेठी, सजन बंटी जैन, नितिन जैन रहे रहेजा विल्डर्स, सहित कई भक्त मौजूद थे।

         संकलन अभिषेक जैन लुहाडीया रामगंजमंडी

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