हम अहिंसक है कायर नही :- मुनि उत्तम सगार
धर्म रहित देश मरे हुए मुर्दे के समान है
मुंगावली (मध्यप्रदेश):- मुनि श्री उत्तम सागर जी महाराज ने मांगलिक उदबोधन में कहा कि हमारा भारत देश और देशवासी कभी भी किसी भी जीव को बिना कारण कपट दुख आदि नही देते है। हमारे संत भगवंतों ने यही कहा है और सिखाया है. हम अहिंसक है कायर नही। हम किसी को छेड़ते नही और छेड़ने वालो को हम छोड़ते नही। जिस देश में बहती गंगा है, जिस देश का झंडा तिरंगा है, जिस देश का साधु नागा है, वह देश तो चंगा ही चंगा है।
सुधासागर संत भवन मे प्रवचन देते हुए कहा कि हमारा भारत देश भरत,ऋषभ देव, महावीर,राम, हनुमान, कृष्ण आदि अहिंसक उपासको की जन्मभूमि और कर्मभूमि है। इस देश का मूल नाम राजा भरत से भारत पड़ा। बाद मे सिंध प्रांत के लोगो के कारण हिदुस्तान भी कहने लगे जो हिंसा से दूर है वह इंसान हिन्दू है। वो किसी भी जाति का हो या किसी भी भगवान को मानता हो।
मुनि श्री ने शायराना अंदाज़ में कहा जिस देश में बहती न गंगा हो जिस देश का झण्डा न तिरंगा हो जिस देश का साधु न नागा हो उस देश में दंगा ही दंगा है।
मुनि उत्तम सागर ने कहा कि धर्म रहित देश मरे हुए मुर्दे के समान है.उन्होंने कहा कि देश और धर्म का सबन्ध ऐसा है जैसे प्राण औऱ शरीर. प्राण धर्म है तो देश शरीर है।शरीर से रहित प्राण दिखते नही और प्राण रहित शरीर टिकता नही। देश का प्राण धर्म है औऱ धर्म का आधार देश है। उन्होंने आगे कहा कि एक धर्मात्मा को अपने धर्म के प्रति जितना अभिमान स्वाभिमान होता है उतना ही देश के प्रति भी होना चाहिए। सब जीवो को एक समान सुख शांति दे उसे वास्तविक धर्म कहते है।
अभिषेक जैन / लुहाडीया रामगंजमंडी
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