धर्म आराधना का पर्व है चातुर्मास :- रजतचंद्र विजयजी

महाड़ में प्रवेश के दिन अभूतपूर्व उत्साह

100  साल बाद हो रहा चातुर्मास

दीपक जैन


महाड़ :- महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड़ में 09 परम पूज्य  गच्छाधिपति आचार्य  श्री ऋषभचंद्र सूरश्वरजी म.सा. के सुशिष्य, प्रखर प्रवचनकार मुनिराज श्री रजतचंद्र विजयजी म.सा. एवं मुनिश्री मंगलचन्द्र विजयजी म.सा.के चातुर्मास प्रवेश अति हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।इस अवसर पर देश के अनेक राज्यों से गुरुभक्तों ने उपस्थिति दर्ज कराई।

सकल जैन श्री संघ के तत्वावधान में 100 साल के इतिहास मे महाड़ में पहलीबार चातुर्मास होने से लोगो मे अपूर्व उत्साह का वातावरण था।कार्यक्रम की शुरुआत भव्य शोभायात्रा (वरघोड़े) से हुई जिसमें छगनलालजी कटारिया परिवार की बहनों ने 36 कलश के साथ सामेला किया।वरघोडा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए जैन मंदिर पहुंचा। विशाल धर्मसभा को संबोधित करते हुए गुरुदेव ने कहा कि कहा चातुर्मास भूल को सुधारने का एवं आत्म कल्याण करने का पर्व है। बारिश होने से जीवों की उत्पत्ति होती है इसलिए जैन साधु का विहार निषेध है। एक जगह रहकर धर्म उपदेश देकर धर्म आराधना करके आत्म कल्याण करना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने अपने गुरुदेव को विशेष रूप से याद किया। मुनिश्री ने बाहर से पधारे श्री संघ सदस्यों व  अतिथियों का नगर की महिला मंडल को साधुवाद दिया।

वरघोड़े में नगर के महिला, पुरुष बच्चों ने एक जैसे परिधान पहन एकता का संदेश दिया तो पुरुषों के सर पर पंचरंगी पगड़ी और महिलाओं के सिर पर कलश आकर्षण का केंद्र रहा। वाई से आये बैंड ग्रुप और स्पेशल ढोल नगाड़े की टीम ने वरघोड़े में चार चांद लगा दिए।  जगह जगह मुनिराज के वंदन में गहूंली की गई। वीरेश्वर मंदिर में पहुंच कर उपस्थित गुरुभक्तो ने मुनिराजश्री को सामूहिक वंदन किया। धर्मसभा की शुरुआत मुनिश्री ने मंगलकारी मंगलाचरण सुनाया एवं उनके द्वारा ध्यान करवाकर हुई।

कार्यक्रम के विशेष अतिथि विधायक भरत सेठ गोगावले व  पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष स्नेहलता दीदी थे।उन्होंने हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया व मां भगवती कश्मीरी देवी तथा  सरस्वती देवी मां का महापूजन को कराने की घोषणा की । महिला मंडल महाड़ ने स्वागत गीत की शनादर प्रस्तुति दी व इंदापुर महिला मंडल ने मंत्रमुग्ध कर देने वाली एंट्री प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। धर्मसभा में श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ दादा, गणधर गौतम स्वामीजी एवं श्री राजेंद्र सूरीश्वरजी म.सा. की प्रतिमा पर बाहर से पधारे अतिथियों ने दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण किया।चातुर्मास समिति अध्यक्ष अशोक जैन, श्रीसंघ के अध्यक्ष दिलीपजी व कोषाध्यक्ष प्रवीण कटारिया ने निलेश जैन व युवा मंडल एवं महिला मंडल को कई जिम्मेदारियां सौंपी। इस अवसर पर  भिवंडी के महेंद्र जैन, सातारा के भरत ओसवाल ने भक्ति गीत प्रस्तुत किए। । चढ़ावे में सर्वप्रथम गहूंली का लाभ स्थानीय शिवसेना विधायक भरतसेठ गोगावले, चातुर्मासिक मंगल कलश का लाभ मोहनखेड़ा गुरधाम डहाणू ट्रस्ट मंडल के भरतभाई, भूपेश सोलंकी, उत्तमजी जैन, रमेश जैन,गुरुपूजन का लाभ अजयकुमार हीराचंद सोलंकी तलेगांव, कामली ओढ़ाने के लाभ गुरुभक्त हस्तीमलजी ओसवाल परिवार ने लिया।। कार्यक्रम में नवकारसी, स्वामीवात्सल्य, जय जिनेन्द्र, सामेला व चातुर्मास का लाभ लेनेवालो का  बहुमान किया गया।

13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम व मुनिश्री के मुखारविंद से प्रथम महामांगलिक का विशिष्ट आयोजन किया गया हैं।श्रद्धालुओं को एक श्रीफल लेकर आना है।

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